भारत में कोरोना वैक्सीन का वितरण शुरू – १३ शहरों में वैक्सीन पहुँची

नई दिल्ली – भारत में चार दिन बाद कोरोना का टीकाकरण शुरू हो रहा है। इस पृष्ठभूमि पर कोरोना वैक्सीन का वितरण शुरू किया गया है। दिल्ली, बंगलुरू, अहमदाबाद समेत देश के १३ शहरों में इस वैक्सीन की पहली खेंप पहुँची है। अन्य राज्यों में भी इस वैक्सीन की पहली बैच जल्द ही दाखिल होगी। इन सभी राज्यों में इसकी तैयारी बड़े जोरों से चल रही है।

दस दिन पहले ही ‘ड्रग्ज कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया’ (डीसीजीआय) ने भारत में तैयार किए गए कोरोना के दो टीकों का आपाद स्थिति में इस्तेमाल करने को मंजूरी प्रदान की थी। ‘कोवैक्सीन’ और ‘कोवीशिल्ड’ नामक यह दो वैक्सीन का इस्तेमाल देश में शुरू हो रहे टीकाकरण में होगा। लेकिन, टीकाकरण शुरू हुआ और टीका लगाने के बाद भी सावधानी बरतनी ही होगी, गैरज़िम्मेदाराना बर्ताव करना मुनासिब नहीं होगा, यह इशारा स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया है।

देशभर में व्यापक स्तर के टीकाकरण मुहिम की १६ जनवरी से शुरूआत हो रही है। लेकिन, मंगलवार से ही अलग अलग राज्यों में वैक्सीन को पहुँचाया जा रहा है। इसके लिए एअर इंडिया, स्पाईस जेट, इंडिगो और गो एअर विमान कंपनियों के विमानों का इस्तेमाल किया जा रहा है। पुणे से वैक्सीन की पहली खेंप दिल्ली पहुँची है। सिरम इन्स्टिट्युट से इस वैक्सीन का वितरण हुआ।

देश के १३ शहरों में अब तक ५६.५ लाख वैक्सीन पहुँचाई गई है। इस दौरान दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, गुवाहाटी, शिलौंग, अहमदाबाद, हैद्राबाद, विजयवाड़ा, भुवनेश्‍वर, पटना, बंगलुरू, लखनऊ और चंदिगड़ में वैक्सीन पहुँचाई गई है। महाराष्ट्र के लिए सिरम इन्स्टिट्यट ने ९.६३ लाख टीके प्रदान किए हैं।

महाराष्ट्र में ३६ जिलों में एक ही समय पर टीकाकरण शुरू होगा। इसके लिए ५११ ठिकानों पर वैक्सीन देने की सुविधा निर्माण की गई है। पहले चरण में स्वास्थ्य सेवाकर्मियों को टीका लगाया जाएगा। राज्य के ७.८४ लाख स्वास्थ्य कर्मियों को यह टीका लगाया जाएगा। यह टीका रखने के लिए ३,१३५ कोल्ड स्टोरेजेस की व्यवस्था की गई है।

इसी बीच वैक्सीन के वितरण के लिए हवाईअड्डों के साथ टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन रखने के लिए तैयार किए गए कोल्ड स्टोरेज की सुरक्षा बढ़ाई गई है।

अपराधिक गिरोह कोरोना के टीके की माँग का लाभ उठा सकते हैं। इस वजह से सावधान रहने की सूचना भी जारी की गई है। जनता को धोखेबाजी से बचाने के लिए पुलिस यंत्रणा को चौकन्ना रहने को कहा गया हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.