‘ऑक्सफर्ड’ के कोरोना टीके का भारत में मानव परीक्षण करने के लिए मंजूरी

नई दिल्ली – कोरोना वायरस का टीका तैयार करने में बढ़त प्राप्त करनेवाले ‘ऑक्सफर्ड विश्‍वविद्यालय’ के टीके का भारत में मानव परीक्षण करने की राह खुल चुकी है। ‘ड्रग्ज कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया’ (डीसीजीआय) ने पुणे के ‘सिरम इन्स्टिट्युट’ को ‘ऑक्सफर्ड’ ने तैयार टीके का दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण करने के लिए मंजूरी प्रदान की है। ऑक्सफर्ड और सिरम ने संयुक्त कोशिशों से इस टीके का निर्माण किया है।

Oxford-corona-vaccine‘ऑक्सफर्ड’ ने तैयार किए इस टीके के पहले चरण का परीक्षण कामयाब होने के बाद इसके सकारात्मक असर दिखाई दिए है। यह टीका मानव के शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आवश्‍यक शक्ति निर्माण करता है। पुणे की सिरम इन्स्टिट्युट विश्‍वभर में बड़ी मात्रा में टीके का निर्माण करती है। ‘ऑक्सफर्ड’ के कोरोना टीके का पहला मानव परीक्षण कामयाब होने पर इस टीके का दूसरे और तीसरे चरण का मानव परीक्षण भारत में करने के लिए सिरम ने ‘डीसीजीआय’ से अनुमति माँगी थी। अब ‘डीजीसीआय’ ने यह अनुमति प्रदान की है और जल्द ही देश में इस टीके का मानव परीक्षण शुरू होगा।

इससे पहले इस टीके का परीक्षण ब्रिटेन और ब्राज़िल में किया गया था। ब्रिटेन में 1077 नागरीकों को यह टीका लगाया गया था। 56 दिनों के परीक्षण के बाद यह टीका शरीर में ऐन्टीड़ोट और ‘टी-सेल्स’ तैयार करने के लिए सहायकारी साबित होने की बात सामने आई। यह ‘टी-सेल्स’ शरीर में कोरोना वायरस के विरोध में रोग प्रतिरोधक शक्ति निर्माण करते हैं। अब दूसरे और तीसरे चरण के मानव परीक्षण के बाद इसके असर सामने आएंगे।

इसी बीच, सिरम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने इस टीके का आखरी चरण का रपट सामने आने से पहले ही इस टीके का करोड़ों की संख्या में उत्पादन किया जाएगा, यह घोषणा की है। वर्तमान में प्रति मिनिट 500 टीके निर्माण हो रहे हैं, यह जानकारी पूनावाला ने साझा की।

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