म्युनिक में आयोजित सुरक्षा विषयक परिषद में भारतीय विदेशमंत्री की प्रमुख देशों से हुई चर्चा

म्युनिक – जर्मनी के म्युनिक में जारी सुरक्षा परिषद में भारत के विदेशमंत्री एस.जयशंकर शामिल हुए हैं| इस परिषद के दौरान उन्होंने जर्मनी, रोमानिया, स्लोवेनिया, जॉर्जिया, सौदी अरब, ईरान, मंगोलिया और सिंगापूर के विदेशमंत्री से चर्चा की| यूक्रैन का मसला, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की गतिविधियॉं एवं अफ़गानिस्तान की स्थिति यह तीन विषय इस चर्चा में सबसे अहम थे| साथ ही अमरीका के पूर्व रक्षामंत्री जेम्स मैटिस से भी विदेशमंत्री जयशंकर की चर्चा हुई|

म्युनिक में आयोजित सुरक्षा विषयक परिषद में भारतीय विदेशमंत्री की प्रमुख देशों से हुई चर्चा‘म्युनिक सिक्युरिटी कान्फरन्स’ में शामिल हुए विदेशमंत्री जयशंकर ने जर्मनी की विदेशमंत्री ऐनालेना बेरबॉक से मुलाकात की| इस दौरान रशिया और यूक्रैन का तनाव और जागतिक मौसम एवं अफ़गानिस्तान के मुद्दे को अहमियत दी गई| कुछ हफ्ते पहलें भारत यात्रा पर दाखिल हुए जर्मनी के नौसेना प्रमुख ने भारत और जर्मनी के रशिया संबंधित हितसंबंध एक समान होने का बयान किया था| रशिया को चीन के अधिक करीब जाने से रोकने में भी भारत और जर्मनी का हित होने का दावा जर्मन नौसेनाप्रमुख ने किया| उनके इस बयान की गूंज सुनाई दी और इस वजह से उन्हें इस्तिफा देना पड़ा| लेकिन, उनके इस बयान की वजह से भारत और जर्मनी की नई सरकार की नीति एक-दूसरें के लिए अनुकूल होने की बात स्पष्ट हुई ती|

जर्मनी ने परंपरागत रशिया विरोधी नीति में बदलाव करके रशिया के साथ ईंधन संबंधित सहयोग स्थापित किया हैं| इसपर अमरीका तीखीं प्रतिक्रिया दर्ज़ कर रही हैं| लेकिन, यूरोप के अन्य सहयोगी देशों के साथ भारत का भी सहयोग प्राप्त करके जर्मनी की नई सरकार अमरीका के दबाव का मुकाबला कर रही हैं| इस पृष्ठभूमि पर भारत और जर्मनी के विदेशमंत्री की हुई यह चर्चा ध्यान आकर्षित कर रही हैं| इसी बीच, सौदी के विदेशमंत्री फैजल बिन फरहान अल-सैद से भी विदेशमंत्री जयशंकर ने मुलाकात की| जागतिक अर्थव्यवस्था के सामने खड़ी चुनौतियों पर सौदी के विदेशमंत्री से गहरी चर्चा हुई, यह जानकारी जयशंकर ने साझा की|

दो साल पहले भारत और सोदी के बीच रणनीतिक सहयोग विकसित करने के लिए स्थापीत हुई ‘स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप काऊन्सिल’ के कारोबार का जायज़ा इस चर्चा में किया गया हैं, ऐसा एस.जयशंकर ने कहा हैं| सौदी ने भारत में १०० अरब डॉलर्स निवेश करने का ऐलान किया था| साथ ही सौदी भारत के साथ सैन्य सहयोग मज़बूत करने के लिए तेज़ कदम बढ़ा रहा हैं| कुछ दिन पहलें सौदी से सेनाप्रमुख भारत यात्रा पर आए थे|

इसी बीच, ईरान के विदेशमंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहिया से भी विदेशमंत्री जयशंकर की चर्चा हुई| अमरीका और ईरान के बीच परमाणु समझौते पर सहमति हो रही हैं और इस विषय की जानकारी ईरान के विदेशमंत्री ने साझा की| भारत-ईरान आर्थिक सहयोग एवं कनेक्टिव्हिटी और अफ़गानिस्तान के मुद्दे पर ईरान के विदेशमंत्री के साथ हमारा सोच-विचार होने का बयान विदेशमंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया की पोस्ट में किया हैं| साथ ही रोमानिया, स्लोवेनिया, जॉर्जिया, सिंगापूर और मंगोलिया इन देशों के विदेशमंत्री से भी जयशंकर की चर्चा हुई|

अमरीका के पूर्व रक्षामंत्री जेम्स मैटिस ने अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधित नीति पर अधिक जानकारी साझा की, ऐसा भारतीय विदेशमंत्री ने सोशल मीडिया की पोस्ट में कहा हैं|

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