‘साउथ चाइना सी’ क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया तैनाती करें – अमरिकी नौसेनाप्रमुख एडमिरल जॉन रिचर्डसन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरजकार्ता – ‘‘अंतरराष्ट्रीय समुद्री यातायात के नियमों के तहेत ‘साउथ चाइना सी’ क्षेत्र में कोई भी अपने पोत भेज सकता है| ऐसे में आग्नेय एशियाई देशों की तरह ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया यह देश भी अपने पोत इस सागरी क्षेत्र में तैनात करें’’, यह निवेदन अमरिकी नौसेनाप्रमुख एडमिरल जॉन रिचर्डसन इन्होंने किया है| साथ ही चीन ने शुरू किए ‘साउथ चाइना सी’ के लष्करीकरण को आग्नेय एशियाई देशों ने डटकर जवाब देने की जरूरत होने की बात एडमिरल रिचर्डसन इन्होंने कही है|

एडमिरल रिचर्डसन ने हाल ही में जापान, सिंगापूर और भारत की यात्रा की थी| उसके बाद एडमिरल रिचर्डसन इन्होंने ऑस्ट्रेलियन माध्यमों के साथ ‘साउथ चाइना सी’ को लेकर बातचीत करते समय समुद्री यातायात की आजादी के विषय में अमरिका की भूमिका रखी| आग्नेय एशियाई देश ही नही, बल्कि इस क्षेत्र से संबंधित अन्य देश भी इस सागरी यातायात करने की स्वतंत्रता के समर्थन में खडे हों, यह एडमिरल रिचर्डसन इन्होंने कहा| साथ ही इस समुद्री क्षेत्र पर चीन कर रहे दावेदारी को चुनौती करने के लिए ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया के अलवा इस क्षेत्र के अन्य देश भी समुद्री यातायात की आजादी का इस्तेमाल करें और इस क्षेत्र में अपने जहाज रवाना करें’, यह मांक अमरिकी नौसेनाप्रमुख ने की|

हर एक देश को ‘साउथ चाइना सी’ के समुद्री क्षेत्र का इस्तेमाल करने का निवेदन करते समय संबंधित देशों की नौसेना इस तैनाती में अहम भूमिका निभा सकेगी, यह एडमिरल रिचर्डसन इन्होंने कहा| वही, आग्नेय एशियाई देश अपने सार्वभूमता की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए, ऐसा अमरिकी नौसेनाप्रमुख ने कहा| साथ ही ‘साउथ चाइना सी’ में युद्धाभ्यास करने के लिए भी सभी देश शामिल हो, यह निवेदन उन्होंने किया| वही, इस सागरी क्षेत्र में अमरिकी नौसेना की गश्त पर चीन के माध्यम बेवजह अहमियत दे रहे है, यह आलोचना भी एडमिरल रिचर्डसन इन्होंने की| इस समुद्री क्षेत्र में अपने युद्धपोतों की गश्त अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहेत हो रही है और इसके आगे भी अमरिकी युद्धपोतों की गश्त जारी रहेगी, यह भी उन्होंने स्पष्ट किया|

इस दौरान, ‘साउथ चाइना सी’ पर होनेवाले अधिकार के मुद्दे पर चीन का वियतनाम, फिलिपिन्स, मलेशिया, ब्रुनेई और तैवान इन देशों के साथ विवाद शुरू है| वहां के ९० प्रतिशत से अधिक सागरी क्षेत्र पर चीन ने हक जताया है| साथ ही वहां की समुद्री क्षेत्र में कृत्रिम द्विपों का निर्माण करके चीन ने इन द्विपों का लष्करीकरण शुरू किया है| चीन की इन गतिविधियों को विरोध जताकर अमरिका ने आग्नेय एशियाई देशों को अपना पूरा समर्थन दिया है और फिलिपिन्स के साथ युद्धाभ्यास ही जारी रखा है|

पिछले सप्ताह में अमरिका ने भारत, जापान और फिलिपिन्स की नौसेना के साथ इस समुद्री क्षेत्र में युद्धाभ्यास किया था| उसके बाद अमरिकी नौसेनाप्रमुख ने ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया को भी इस समुद्री क्षेत्र में युद्धाभ्यास और नौसेना की तैनाती करने के लिए निवेदन करके चीन की परेशानी में बढोतरी की दिख रही है|

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