रशिया-जर्मनी ‘नॉर्ड स्ट्रीम-२’ ईंधन पाईप लाईन के विरोध में अमरिकी संसद में नया विधेयक

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन – रशिया और जर्मनी के बीच निर्माण हो रही ‘नॉर्ड स्ट्रीम-२’ ईंधन पाईप लाईन के विरोध में अमरिका ने अपनाई भूमिका और भी आक्रामक की है| अमरिका में दोनों सियासी दलों ने ‘नॉर्ड स्ट्रीम-२’ का हिस्सा होनेवाली कंपनीयों पर प्रतिबंध लगाने का प्रावधान करने के लिए नया विधेयक संसद में पेश किया है| अमरिकी सांसदों की इस कार्रवाई के विरोध में यूरोप में तीव्र प्रतिक्रिया उमड रही है और जर्मनी एवं ऑस्ट्रिया इन्होंने तीव्रता के साथ आलोचना की है|

‘नॉर्ड स्ट्रीम-२’ के तहेत पाईप लाईन द्वारा रशिया से सीधे जर्मनी में नैसर्गिक ईंधन वायु की आपुर्ति करने की परियोजना है| इस परियोजना के लिए करीबन ११ अरब डॉलर्स खर्च होंगे| युक्रैन के साथ ईंधन के मुद्दे पर लगातार निर्माण हो रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर रशिया ने सीधे यूरोप में ईंधन सप्लाई करने के लिए यह परियोजना बनाई थी| रशिया और जर्मनी इन दोनों देशों ने यह परियोजना काफी अहम होने की बात रेखांकित की है और दोनों देशों के राष्ट्रप्रमुख ने कई बार यह ऐलान भी किया है|

लेकिन, रशिया अपने पर्याप्त ईंधन भंडार का लाभ उठाकर ईंधन का इस्तेमाल सियासी उद्देश्य पूरे करने के लिए कर रही है, यह आरोप अमरिका लगातार कर रही है| कुछ भी हो पर रशिया को ईंधन का इस्तेमाल हथियार के तौर पर करने नही देंगे, यह ऐलान अमरिका ने पहले ही किया था| जर्मनी जैसा यूरोप का प्रमुख देश रशिया के साथ ईंधन सहयोग में बढोतरी कर रहा है, ऐसे में इस सहयोग से यूरोप में अपने हितसंबंधों को खतरा बन रहा है, यह अमरिका का कहना है|

पिछले वर्ष दिसंबर महीने में अमरिका के प्रतिनिधिगृह ने ‘नॉर्ड स्ट्रीम-२’ के विरोध में स्वतंत्र प्रस्ताव मंजूर किया था| इसमें रशिया और जर्मनी के बीच विकसित हो रही ‘नॉर्ड स्ट्रीम-२’ परियोजना की ईंधन वाहिनी यूरोप की उर्जा सुरक्षा के लिए घातक है और अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष इस परियोजना पर प्रतिबंध जारी करें, यह आक्रामक मांक की गई थी| दो महीने पहले अमरिकी उर्जामंत्री रिक पेरी इन्होंने रशिया और जर्मनी के बीच निर्माण हो रही ईंधन पाईप लाईन का उद्देश्य सियासी होने का दावा करके अमरिका इस परियोजना पर प्रतिबंध लगाने का विचार कर रही है, ऐसे स्पष्ट संकेत दिए थे|

इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी संसद में दाखिल किया गया नया विधेयक अहम समझा जा रहा है| रिपब्लिकन पार्टी के वरिष्ठ सिनेटर टेड क्रूझ और डेमोक्रॅट पार्टी की सिनेटर जीन शाहिन इन्होंने संयुक्त विधेयक संसद के सामने पेश किया है| इस विधेयक में, ‘नॉर्ड स्ट्रीम-२’ ईंधन पाईप लाईन का निर्माण कर रही कंपनीयों पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव रखा गया है| इन कंपनीयों की अमरिका में बनी संपत्ति जब्त करने का प्रावधान वर्णित विधेयक में है|

अमरिकी संसद में पेश किए गए इस विधेयक को लेकर यूरोप में नाराजगी व्यक्त की गई है| जर्मनी की सांसदों ने तो अमरिका के इस नए विधेयकों के माध्यस से लगाए जा रहे प्रतिबंध स्वीकारार्ह नही है, यह आलोचना की है| वही, ऑस्ट्रिया के राष्ट्राध्यक्ष अलेक्जांडर वॅन डेर बेलन इन्होंने अपना देश किसी भी स्थिति में ‘नॉर्ड स्ट्रीम-२’ परियोजना से पीछे नही हटेगा, इन शब्दों में अमरिका की कार्रवाई का विरोध किया है|

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