रक्षामंत्री पर्रिकर अमरीका यात्रा पर जायेंगे

वॉशिंग्टन, दि. २७ (पीटीआय) – भारत के रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर अमरीका दौरे के लिए निकल चुके हैं| सोमवार को पर्रिकर अमरीका के रक्षामंत्री ऍश्टन कार्टर से मिलेंगे| जून महीने में अमरीका ने भारत को ‘प्रमुख सामरिक सहकारी देश’ का दर्जा दिया था| इस वजह से भारत को अमरीका से रक्षा मामले की ९९ प्रतिशत तकनीक़ी जानकारी खुली हो गयी है| इस पृष्ठभूमि पर होनेवाली यह मुलाकात बहुत ही महत्त्वपूर्ण मानी जा रही है|

रक्षामंत्री रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और अमरीका के रक्षामंत्री कार्टर के बीच पिछले दो साल में होनेवाली ये छठी मुलाक़ात है और पिछले नौ महीनों में ये दोनों नेता तीसरी बार मिल रहे हैं| दो महीने पहले अमरीका ने भारत को ‘अमरीका का प्रमुख रक्षा सहयोगी’ यह दर्जा दिया था| अप्रैल महीने में, रक्षामंत्री ऍश्टन कार्टर के भारत दौरे में, दोनो देशों के बीच ‘लॉजिस्टिक एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ ऍग्रीमेंट’ समझौता करने का तय हुआ था|

इस समझौते से दोनो देश एक-दूसरे के सैनिकी अड्डें इस्तेमाल कर सकते हैं| साथ ही, अपने पास की रक्षासंबंधित तकनीक़ में से ९९ प्रतिशत तकनीक़ अमरीका भारत को देनेवाला है, जो अभी तक किसी भी देश को मुहैय्या ना की गयी है| भारत और अमरीका के बीच ‘डिफेन्स टैक्नोलोजी ऍण्ड ट्रेड इनिशियटिव्ह’(डीटीटीआय) यह कार्यक्रम दोनो देशों के बीच स्ट्रॅटेजिक साझेदारी बढ़ानेवाला मज़बूत स्तंभ माना जाता है| अमरीका ने अब तक अन्य किसी भी देश के साथ इस प्रकार का समझौता किया नहीं, इसपर अमरिकी राजनीतिज्ञ ग़ौर फ़रमा रहे हैं।

अमरीका के रक्षामंत्री ऍश्टन कार्टर जब भारत आये थे, तब हर तीन महीने में एकबार मिलने का फ़ैसला रक्षामंत्री पर्रिकर के साथ हुई बैठक में किया गया था| इससे दोनो देशों के बीच सामरिक संबंध और भी म़जबूत करने के प्रयास किये जानेवाले थे| इस पृष्ठभूमि पर पर्रिकर का यह अमरीका दौरा आयोजित किया गया है| पर्रिकर के अमरिकी दौरे में ‘रक्षा तकनीक़ हस्तांतरण’ पर चर्चा होने की ख़बर है|

देश के रक्षामंत्री पर्रिकर की अमरीका भेंट के दौरान ही, अमरीका के विदेश मंत्री जॉन केरी के साथ एक और प्रतिनिधिमंडल भारत दौरे पर आ रहा है| केरी भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलेंगे| ख़ास बात यह है कि सितंबर महीने में ‘जी-२०’ देशों की परिषद होनेवाली है| इस समय चीन की राजधानी बीजिंग में होनेवाली इस परिषद के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा से मुलाक़ात करेगें|

‘जी २०’ परिषद से पहले भारत और अमरीका के रक्षामंत्रियों की बैठक होनेवाली है| वहीं, विदेशमंत्री सुषमा स्वराज और जॉन केरी इनकी मुलाकात भी ‘जी २०’ से पहले होनेवाली है| इन मुलाक़ातों से, भारत और अमरीका के बीच विकसित हो रहे दृढ़ सामरिक सहयोग का संकेत पुरी दुनिया को मिलनेवाला है|

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