‘डिफेन्स एक्स्पो २०२०’ का उद्घाटन

नई दिल्ली: अगले पांच वर्षों में ३५ हजार करोड रुपयों (५ अरब डॉलर्स) के रक्षा सामान की निर्यात करने का लक्ष्य भारत ने सामने रखा है, यह ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया| लखनौ में आयोजित डिफेन्स एक्स्पो २०२० के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री बोल रहे थे| इस डिफेन्स एक्स्पो में ३८ देशों के रक्षामंत्री उपस्थित रहेंगे और इस क्षेत्र के १७२ विदेशी एवं ८५६ भारतीय कंपनियां शामिल हुई है|

इस अवसर पर बोलते समय प्रधानमंत्री ‘मेक इन इंडिया’ सीर्फ भारत के लिए नही, बल्की पुरी दुनिया के लिए होगा, यह ऐलान भी किया| भारत सीर्फ बाजार नही है, बल्कि यह दुनिया के लिए अवसर होने का दावा प्रधानमंत्री ने किया| वर्ष २०१४ में भारत ने दो हजार करोड रुपयों के रक्षा सामान का निर्यात किया था| अगले दो वर्षों में यह निर्यात बढकर १७ हजार करोड रुपये हुई| अब अगले पांच वर्षों में ३५ हजार करोड रुपयों के सामान का निर्यात करने का लक्ष्य भारत ने रखा है, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा|

दुनिया में दुसरें क्रमांक की जनसंख्या होनेवाला देश, दुनिया का सबसे बडा जनतांत्रिक देश, दुनिया में दुसरें क्रमांक की सेना रखनेवाला देश होने के बावजूद भारत की नीति लष्करी सामान की आयात करने की ही रही है| इस वजह से भारत लष्करी सामान की आयात करनेवाला सबसे बडा देश बना| पर, पिछले पांच वर्षों में भारत के इस रक्षा नीति में बडा बदलाव हुआ है और भविष्य में भारत रक्षा सामान आयात करनेवाला देश नही रहेगा, निर्यातदार देश होगा, यह बयान प्रधानमंत्री मोदी ने किया है|

करीबन ७० देशों की कंपनियां इस डिफेन्स एक्स्पो में शामिल हुई है| भारत को रक्षा सामान निर्माण का केंद्र करने के लिए सरकार ‘पॉलिसी, प्रोडक्शन, पार्टनरशीप’ इन ‘तीन पी’ पर काम कर रहे है, यह बात रक्षामंत्री राजनाथ सिंग ने कही| इस डिफेन्स एक्स्पो के दौरान मात्र उत्तर प्रदेश में ही ५० हजार करोड रुपयों का निवेश होगा और २३ समझौते होंगे, इससे ३ लाख लोगों को रोजगार प्राप्त होगा, यह दावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया|

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