ईरान के हैकर्स का ब्रिटेन के विद्यापीठों पर साइबर हमला


परमाणु ऊर्जा और साइबर सुरक्षा विषय की जानकारी चुराने का आरोप

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरलंदन – ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज तथा ब्रिटेन में अन्य प्रसिद्ध विद्यापीठों के संकेत स्थल पर ईरानी हैकर्स ने हमला करके संवेदनशील जानकारी कि ऑनलाइन चोरी करने की बात उजागर हुई है। ईरानी हैकर्सने परमाणु ऊर्जा, साइबर सुरक्षा और अन्य संवेदनशील कागजात की चोरी करके ईरान में कई व्यक्तियों को सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी बिक्री की है।

फिलहाल यह कागजात ईरान के संकेत स्थल पर बड़ी कीमत में बिक्री के लिए उपलब्ध होने का दावा ब्रिटेन के एक दैनिक ने किया है। पिछले महीने में ब्रिटेन में सूचना तंत्रज्ञान क्षेत्र में प्रसिद्ध कंपनी सिक्योरवोर्का ने ब्रिटेन के विद्यापीठों पर साइबर हमले होने की जानकारी प्रसिद्ध की थी। ईरान की सरकार से संबंधित होनेवाले हैकर्स ब्रिटेन के प्रसिद्ध विद्यापीठ पर साइबर हमले करके अंतर्राष्ट्रीय संशोधन के लिये सहायक कागजात की चोरी करने की बात सिक्योरवोर्का ने कही थी। इसमें ऑक्सफोर्ड, कैंब्रिज और एडिनबर्ग विद्यापीठ के साथ अन्य शिक्षा संस्थाओं के संकेतस्थल का भी समावेश होने का दावा, इस ब्रिटिश कंपनी ने किया था।

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ईरानी हैकर्स ने विद्यापीठ के संकेत स्थल के पासवर्ड चुराकर बनावट लॉगइन पेज तैयार किए थे। इसकी वजह से विद्यापीठ के प्रोफेसर से विद्यार्थी इस संकेत स्थल पर लॉगइन होकर अपने संशोधन कागजात शेयर कर रहे थे। इस प्रकार से इन हैकर्स ने ब्रिटिश विद्यापीठ में संवेदनशील जानकारी चुराने की जानकारी एडिनबर्ग विद्यापीठ के मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी एलिस्टर फैनेमोर ने दी है।

हैकर्स ने ब्रिटिश विद्यापीठ के संकेत स्थल से यह जानकारी चुराने के बाद उसका सौदा सोशल मीडिया से होने की बात उजागर हुई है। परमाणु ऊर्जा एवं साइबर सुरक्षा संदर्भ की यह जानकारी सोशल मीडिया से शेअर होने की वजह से ब्रिटेन के अधिकारियों ने चिंता व्यक्त की है। यह जानकारी ईरान के लष्कर से संबंधित व्यक्ति तक पहुंची है और फिलहाल वह ईरान के संकेत स्थल पर बिक्री के लिए अपलोड करने का दावा किया जा रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक एवं सामाजिक गतिविधियों का अभ्यास करने के लिए इन विद्यापीठों में अभ्यास गटो द्वारा अमरिका, ब्रिटेन तथा अन्य पाश्चिमात्य देश संवेदनशील जानकारी प्रदान करते हैं। इन अभ्यास गटो ने प्रस्तुत किए जानकारी का आगे चलकर उपयोग होता है। इस पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन के विद्यापीठ पर साइबर हमला एवं उसके पीछे ईरान के हैकर्स होने के बाद उजागर होने की वजह से इस पर प्रतिक्रिया उमडने की आशंका है।

अमरिका ने ईरान पर जारी किए प्रतिबंधों की पृष्ठभूमि पर यूरोपीय देश तथा कंपनियों ने ईरान के साथ व्यवहार रोके, ऐसा आवाहन अमरिका ने किया था। पर यूरोपीय देश ईरान के साथ परमाणु करार से तथा व्यापारी सहयोग से वापसी करने के लिए तैयार नहीं है। ऐसी परिस्थिति में ईरानी हैकर्स ब्रिटेन के विद्यापीठ से परमाणु ऊर्जा संबंधित संवेदनशील जानकारी की चोरी करके ब्रिटन को झटका देते दिखाई दे रहे हैं।

ईरान ने सायबर हमलों के लिए बहुत बड़ी क्षमता विकसित की है और इससे अमरिका एवं पाश्चात्य देशों को खतरा होने की बात कहकर अमरिकन नेता एवं विश्लेषक लगातार आगाह करते आ रहे हैं।

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