ईरान पर कठोर प्रतिबन्ध नहीं लगाए गए तो दशक भर में सऊदी और ईरान के बीच युद्ध निश्चित भड़केगा – सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

वॉशिंग्टन: ‘अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ईरान का परमाणु कार्यक्रम रोकने के लिए आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबन्ध लगाने में असफल साबित हुआ तो अगले १० से १५ सालों में सऊदी अरेबिया और ईरान के बीच युद्ध अटल है’, ऐसा इशारा सऊदी अरेबिया के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने दिया है। अमरिका एक प्रख्यात दैनिक के साथ बोलते समय प्रिंस मोहम्मद ने यह इशारा दिया है। इसके पहले अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के साथ हुई मुलाकात में भी ‘अमरिका ईरान के साथ के परमाणु अनुबंध से बाहर निकले, क्योंकि यह अनुबंध ईरान को परमाणु सज्जता से रोक नहीं पाता’, ऐसा आवाहन प्रिंस मोहम्मद ने किया था।

अमरिका के ऐतिहासिक दौरे पर गए प्रिंस मोहम्मद ने दिए साक्षात्कार में ईरान और पश्चिमी देशों के बीच हुए परमाणु अनुबंध पर निशाना साधा है। अमरिका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा के कार्यकाल में हुए इस अनुबंध के अनुसार ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम पर मर्यादा डाली तो अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबन्ध शिथिल किए जाएंगे ऐसा निश्चित हुआ था। लेकिन पश्चिमी देशों ने प्रतिबन्ध शिथिल करने का बावजूद भी ईरान का परमाणु कार्यक्रम कम नहीं हुआ है, ऐसा दावा प्रिंस मोहम्मद ने किया है।

सऊदी और ईरान

इस वजह से ईरान का कार्यक्रम रोकने के लिए इस देश पर प्रतिबंध का शिकंजा कसने की आवश्यकता है ऐसा प्रिंस मोहम्मद ने जोर देकर कहा है। ‘खाड़ी में संघर्ष न भडके, ऐसा लगता है तो ईरान पर आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबन्ध लगाना आवश्यक है। इस माध्यम से ईरान को रोका नहीं तो लष्करी विकल्प के बारे में सोचना पड़ेगा। ऐसा हुआ तो अगले १० से १५ सालों में सऊदी और ईरान के बीच युद्ध भड़केगा’, ऐसा प्रिंस मोहम्मद ने इशारा दिया है।

उसीके साथ ही पश्चिमी देशों ने ईरान को दी सहुलातों सहूलियतों की वजह से ईरान की रोहानी-खामेनी राजवट को खाड़ी के अन्य देशों में हस्तक्षेप करने का मौका मिला है, ऐसा प्रिंस मोहम्मद ने आरोप लगाया है। इसके लिए प्रिंस मोहम्मद ने येमेन में हुए संघर्ष का प्रमाण दिया है। ‘सन २०१५ में ईरान के साथ परमाणु अनुबंध नहीं हुआ होता तो आज येमेन हौथी और अल कायदा इन आतंकवादी संगठनों में विभाजित नहीं हुआ होता’, ऐसा कहकर येमेन की परिस्थिति के लिए पश्चिमी देशों का परमाणु अनुबंध जिम्मेदार होने का आरोप प्रिंस मोहम्मद ने लगाया है।

ईरान समर्थक हौथी बागियों के येमेन पर हमलों के वजह से ही सऊदी को इस देश में हस्तक्षेप करना पड़ा है, ऐसा दावा प्रिंस मोहम्मद ने साक्षात्कार में किया है। साथ ही येमेन के अलावा ईरान ने पिछले कुछ वर्षों में इराक और सीरिया में अपना प्रभाव बढाने की चिंता प्रिंस मोहम्मद ने व्यक्त की है। दो दिनों पहले अमरिका के और एक अख़बार को दिए साक्षात्कार में भी प्रिंस मोहम्मद ने पश्चिमी देश और ईरान के बीच हुए परमाणु अनुबंध पर टीका की थी।

ईरान के साथ के परमाणु अनुबंध से पीछे हटने में देर हुई तो ईरान परमाणु सज्ज होगा। इसका मतलब है बन्दुक की गोली आपके सर में घुस जाएगी और आप सिर्फ देखते ही रहेंगे, ऐसा होता है’, ऐसी टीका करके प्रिंस मोहम्मद ने अमरिका को इस अनुबंध से बाहर निकलने का आवाहन किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.