कच्चे तेल की कीमत बढ़कर प्रति बैरल १०० डॉलर्स होगी – अंतरराष्ट्रीय ईंधन कंपनियों के ‘सीईओ’ का दावा

दोहा – अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होगी और जल्द ही यह प्रति बैरल १०० डॉलर्स तक जा पहुँचेगी, यह दावा अंतरराष्ट्रीय स्तर की बड़ी ईंधन कंपनी के ‘सीईओ’ ने किया है। निवेश की कमी होने से ईंधन की कीमतों में उछाल आएगा, ऐसा इस अधिकारी का कहना है। बीते दो दिनों से ईंधन की कीमतों में देखे जा रहे उछाल की वजह से ईंधन कंपनियाँ आनंदित होने का दावा किया जा रहा है। इसी दौरान बुधवार के दिन अमरीका के ईंधन भंड़ार में गिरावट होने की खबर प्राप्त हुई और इसका कच्चे तेल की कीमतों पर असर होता दिखाई दिया है, ऐसा अंतरराष्ट्रीय माध्यमों का कहना है।

Crude-oil-priceअगले वर्ष के अन्त तक कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल १०० डॉलर्स तक जा पहुँचेगी, यह दावा अमरिकी विश्‍लेषक ने लगभग दस दिन पहले किया था। इस वर्ष के दूसरे सत्र में अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की माँग में बढ़ोतरी हुई और कोरोना की चौथी लहर टलती है तो उछाल का यह गणित देखा जाएगा, यह बात भी इस विश्‍लेषक ने कही थी। इसके लिए विश्‍वभर के देशों की अर्थव्यवस्था सामान्य होना और कच्चे तेल की माँग प्रति दिन १० करोड़ बैरल्स तक जा पहुँचने की आवश्‍यकता इस विश्‍लेषक ने बयान की थी। न्यूयॉर्क और अन्य ट्रेडिंग हब्स में इस कीमत से सट्टेबाज़ारों में समझौतों की खरीद शुरू होने की खबरें सामने आयी थीं।

कतार में हो रही ‘इकॉनॉमिक फोरम’ की बैठक में ‘रॉयल डच शेल’ और ‘टोटल एनर्जीस्‌’ नामक शीर्ष ईंधन कंपनियों ने भी कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल १०० डॉलर्स तक जा पहुँचेगी, यह विश्‍वास व्यक्त किया है। इस क्षेत्र में निवेश कम होने की वजह से यह बढ़ोतरी देखी जाएगी, ऐसा एक्सॉन मोबिल कंपनी के सीईओ डैरेन वुडस्‌ ने कहा है। लेकिन, कीमतों की यह बढ़ोतरी अल्प समय के लिए होगी। गोल्डमन सैचस्‌, बैंक ऑफ अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी भी ईंधन की कीमत प्रति बैरल १०० डॉलर्स तक पहुँचने की गारंटी दे रहे हैं।

Crude-oil-price-01अमरीका और यूरोप की अर्थव्यवस्था, बाज़ार फिर से खुल रहे हैं। इसके सकारात्मक परिणाम के तौर पर ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी होती दिखाई देगी। लेकिन, यह बढ़ोतरी ज्यादा समय तक बरकरार नहीं रह सकेगी। मौजूदा स्थिति में हम अस्थिर होने का दावा टोटल एनर्जीस्‌ के सीईओ पैट्रिक पोयेन ने किया। लेकिन, इस अस्थिरता का पुख्ता कारण पोयेन ने स्पष्ट नहीं किया।

बीते दो दिनों से कच्चे तेल की कीमतों में डेढ़ डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। रविवार के दिन २० जून के देर रात तक अमरिकी बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल ७१.८२ डॉलर्स थी। बुधवार के दिन यह कीमत बढ़कर ७३.६४ डॉलर्स तक जा पहुँची। वर्ष २०१८ के बाद कच्चे र्इंधन की कीमतों में इतनी बढ़ोतरी होने का दावा अमरीका के विश्‍लेषक एवं पश्‍चिमी माध्यम कर रहे हैं।

इसी बीच, अमरीका का बायडेन प्रशासन ईरान पर लगाए ईंधन संबंधित प्रतिबंध शिथिल करने की तैयारी में होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। ऐसा हुआ तो अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में ईरान के ईंधन की माँग बढ़ेगी। साथ ही इसका असर सीधे ईंधन की कीमतों पर पड़ेगा। ईरान ने ६.९० करोड़ बैरल्स ईंधन का भंड़ारण किया है। बायडेन प्रशासन ने प्रतिबंध हटाने के बाद यह ईंधन खरीदारों के लिए खुला करने की तैयारी ईरान ने रखी होने की खबरें भी प्राप्त हुई थीं।

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