‘ईरानी नौसेना की कार्रवाई से जंग छिड़ेगी’ : अमरिकी नौसेना अधिकारी की चेतावनी

वॉशिंग्टन, दि. २५ : पर्शियन खाड़ी में अमरीका और ईरान की नौसेना का तनाव चरमसीमा तक पहुँचने के संकेत दिखाई दे रहे हैं| ‘ईरानी नौसेना द्वारा अमरिकी युद्धपोतों का पीछा किया जाना गैरकानूनी बात साबित होती है| ईरानी नौसेना यदि यह कार्रवाई शुरू रखती है, तो फिर संघर्ष भड़क सकता है’, ऐसी चेतावनी अमरिकी नौसेना अधिकारी ने दी| ईरान के गश्ती जहाज़ों ने अमरिकी युद्धपोतों का पीछा करते हुए हेलिकॉप्टर की ओर तोप का रूख करने के बाद अमरीका ने यह चेतावनी दी|

‘ईरानी नौसेनापर्शियन आखात में तैनात किया गया अमरीका का ‘यूएसएस जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश’ यह विमानवाहक युद्धपोत कुछ दिनों से इसी समुद्री क्षेत्र में अपने विध्वंसकों के काफिले के साथ गश्ती कर रहा था| अमरिकी युद्धपोत समेत फ्रान्स और डेन्मार्क का युद्धपोत भी था| इन युद्धपोतों का काफिला होर्मुझ की खाड़ी में आंतर्राष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में प्रवेश करते ही ईरान के गश्ती जहाजों ने उनका पीछा शुरू किया, ऐसा आरोप अमरिकी युद्धपोत के रिअर ऍडमिरल ‘केनिथ व्हाईटसेल’ ने किया|

ईरान के गश्ती जहाज़ अमरिकी युद्धपोत से महज ८७० मीटर दूरी पर उनके साथ यात्रा कर रहे थे| ईरान के गश्ती जहाज की यह यात्रा आंतर्राष्ट्रीय समुद्री नियमों के खिलाफ होने की आलोचना अमरिकी नौसेना के अधिकारी ने की| अमरिकी युद्धपोत का सफर समुद्री यातायात के नियमों के दायरे में था| लेकिन ईरान के गश्ती जहाजों ने प्रक्षोभक कार्रवाई की, ऐसा इल्ज़ाम व्हाईटसेल ने लगाया| ईरान की गश्ती नौकाएँ हथियारों से लैस थीं| साथ ही, इन गश्ती नौकाओं के हथियार अगली कार्रवाई के लिए तैयार थे ऐसा हवाई सर्वेक्षण से स्पष्ट हुआ होने का दावा व्हाईटसेल ने किया|

ईरानी गश्तीनौकाओं ने पीछा करने के बाद अमरिकी नौसेना कमांडप्रमुख ने ‘यूएसएस जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश’ इस युद्धपोत से हेलिकॉप्टर रवाना किया| लेकिन ईरान के गश्ती जहाज ने अमरिकी हेलिकॉप्टर पर सीधे बंदूक तान दी, ऐसा आरोप व्हाईटसेल ने किया| ईरान की नौसेना की यह कार्रवाई पूर्ण रूप से अव्यवहार्य थी, ऐसी आलोचना अमरिकी नौसेना अधिकारी ने की| वहीं, ईरान ने अमरीका के ये आरोप झुठलाते हुए, अमरीका के युद्धपोत ने ईरान की सीमा में घुसपैंठ की, ऐसी आलोचना की|

इस पूरी घटना में गोलीबारी नहीं हुई और ना ही कोई अनुचित प्रकार घटित हुआ| लेकिन पर्शियन खाड़ी में, ईरान की नौसेना की गतिविधियाँ अधिकाधिक आक्रामक और अविश्‍वसनीय होती जा रही हैं| ईरान की आक्रामकता का अंदाज़ा नहीं बाँधा जा सकता| इसलिए पर्शियन खाड़ी से यात्रा करनेवाले, अमरिकी तथा अन्य देशों के व्यापारी जहाजों की सुरक्षा खतरे में आ सकती है| समुद्री यातायात की स्वतंत्रता इस खतरें से संकट में पड़ जायेगी| साथ ही, ईरान की प्रक्षोभक कार्रवाई से, ना चाहते हुए भी जंग छिड़ सकती है, ऐसी चेतावनी ही रिअर ऍडमिरल व्हाईटसेल ने दी|

पिछले कुछ महीनों से अमरीका और ईरान संबंधों में तनाव बढ़ रहा है| पर्शियन खाड़ी में गश्ती लगानेवाले, अमरीका और दोस्त राष्ट्रों के युद्धपोतों का ईरान की गश्तीनौकाओं द्वारा बार बार पीछा किया जाता है, ऐसा आरोप अमरीका कर रही है| इसी महीने की दूसरी एक घटना में, ईरान के गश्ती जहाज ने अमरिकी विध्वंसक का पिछा किया था| वहीं, इसी महीने की शुरुआत में भी ईरान के गश्ती जहाजों ने इसी प्रकार से अमरिकी विध्वंसक का असुरक्षित दूरी पर से पीछा किया था| साथ ही, जनवरी महीने में ईरान के गश्ती जहाज ने अमरिकी युद्धपोत की ओर बड़ी तेज़ी से सफर किया था| अगली संभाव्य आपदा को टालने के लिए अमरिकी युद्धपोत ने हवा में गोलियाँ चलाते हुए ईरान के गश्ती जहाजों को सावधान किया था|

इसी दौरान, जागतिक ईंधन की ३० प्रतिशत सागरी यातायात पर्शियन खाड़ी से की जाती है| युरोप, अफ्रीका एवं एशियाई देशों में इंधन तथा अन्य सामान ले जानेवाले जहाज इसी समुद्री क्षेत्र से यात्रा करते हैं| इसलिए इन समुद्री क्षेत्रों में स्थिरता और सुरक्षा का होना महत्त्वपूर्ण माना जाता है| पर्शियन और होर्मूझ की खाड़ी में हुए तनाव की प्रतिक्रिया सीधे आंतर्राष्ट्रीय बाजारों में ईंधनों के दामों पर तथा डॉलर्स के व्यवहारों पर  होती दिखाई दे रही है| इसलिए इस समुद्री क्षेत्र में तनाव न हों, ऐसा लगातार आवाहन किया जाता है| लेकिन कुछ महीनों से ईरान की नौसेना द्वारा अमरिकी युद्धपोतों को बारबार उक़साया जा रहा है|

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