भारत के प्रधानमंत्री और रशियन राष्ट्राध्यक्ष में कोरोनावायरस पर चर्चा

बुधवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने फोन पर संवाद किया। इस समय कोरोनावायरस के संक्रमण से उद्भवित संकट पर उभय नेताओं की फोन पर चर्चा हुई। ‘जी-२०’ की बैठक से पहले इन दो नेताओं में हुई यह चर्चा बहुत ही महत्त्वपूर्ण मानी जाती है।

भारत में कोरोनावायरस के मरीज़ों की संख्या ६५० से अधिक हो गयी है। रशिया में भी कोरोनावायरस का प्रसार शुरू हो चुका है। रशिया में एक रात में १६३ नये मरीज़ पाये गये। उसके बाद रशिया के राष्ट्राध्यक्ष ने हफ़्तेभर की छुट्टी घोषित की। लेकिन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने ‘लॉकडाऊन’ घोषित नहीं किया है। इन गतिविधियों के शुरू रहते, राष्ट्राध्यक्ष पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच कोरोनावायरस पर चर्चा संपन्न हुई।

भारत और रशिया ने कोरोनावायरस के विरोध में सख़्त उपाययोजनाओं पर अमल करना शुरू किया है। वे क़ामयाब साबित हों, इसके लिए दोनों देशों के नेताओं ने एकदूसरे को सदिच्छाएँ दीं। साथ ही, रशियास्थित भारतीय छात्रों की सुरक्षा के लिए रशियन यंत्रणाओं की हुई सहायता के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने प्रशंसा की। वहीं, इससे आगे भी रशिया भारत की सहायता करेगा, ऐसा आश्वासन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने इस समय दिया।

उसीके साथ, उभय देशों के नेताओं में स्वास्थ्य, दवाइयाँ, वैज्ञानिक संशोधन, मानवतावादी सहायता के संदर्भ में सहयोग तथा जागतिक अर्थव्यवस्था पर इस संक्रमण का परिणाम इनपर विचारविनिमय हुआ। इन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के पर दोनों देशों का एकमत हुआ। साथ ही, उभय देशों के सहयोग पर भी प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्राध्यक्ष पुतिन में चर्चा हुई। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोनावायरस की पार्श्वभूमि पर, इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यानाहू और ब्रिटन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन से फोन पर चर्चा की थी।

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