कोरोना का टीका २०२१ की पहली तीमाही में प्राप्त होने की संभावना – केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री हर्ष वर्धन

नई दिल्ली – देश और विश्‍व में कई ज़गहों पर कोरोना के कई टीकों का परीक्षण हो रहा हैं और इसमें से कौनसा टीका सबसे अधिक प्रभावी और सुरक्षित साबित होगा, यह बात अभी कहना संभव नहीं है। लेकिन, वर्ष २०२१ की पहली तीमाही में विभिन्न टीकों के परीक्षणों की रपट सामने आएगी, ऐसा अंदाज़ा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने व्यक्त किया। भारत में कोरोना के टीके की ‘क्लिनिकल ट्रायल’ में किसी भी तरह से कटौती नहीं होगी। कोई टीका सुरक्षित होने की बात तय होने के बाद ही इसे नागरिकों के लिए उपलब्ध किया जाएगा, ऐसा आश्‍वासन हर्ष वर्धन ने दिया। यह टीका सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मी, ज्येष्ठ नागरिक, रोगप्रतिकारक शक्ति की कमी वाले एवं अन्य गंभीर बीमारियों के नागरिकों के लिए उपलब्ध किया जाएगा, यह बात भी हर्ष वर्धन ने कही है।

corona-vaccineदेश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या अब ४८ लाख से अधिक हुई है और इस महामारी के मृतकों की संख्या ७९ हज़ार तक जा पहुँची है। शनिवार के दिन देश में लगातार तीसरे दिन ९७ हज़ार से अधिक नए संक्रमित पाए गए। रविवार की रात तक देखे गए नए कोरोना संक्रमितों की संख्या भी लगभग उतनी ही होने की बात अलग अलग राज्यों ने जारी किए आँकड़ों से स्पष्ट हुई है। इस पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से यह निवेदन किया है कि, ‘जब तक दवाई नहीं तब तक ढ़िलाई नहीं।’

रविवार के दिन महाराष्ट्र में ४१६ कोरोना संक्रमित मृत हुए और २२,५४३ नए मामले दर्ज़ हुए। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों का आँकड़ा १०.६० लाख हुआ और इनमें से २९,५३१ संक्रमितों की मृत्यु हुई। राज्य में कोरोना का मृत्युदर अब २.८१% हुआ है। अगले कुछ दिनों में राज्य में इस महामारी से बनी स्थिति अधिक गंभीर होगी, ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है। ऐसे में नागरिक सोशल डिस्टंसिंग, मास्क लगाने की सख्ती का पालन करें, यह निवेदन राज्य सरकार कर रही है।

महाराष्ट्र के बाद आंध्र प्रदेश में और कर्नाटक में कोरोना से गंभीर स्थिति बनी हुई है। आंध्र प्रदेश में एक दिन में ६६ कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ा और ९,५३६ नए मामले सामने आए। कर्नाटक में १०४ कोरोना संक्रमित मृत हुए और ९,८९४ नए मरीज़ देखे गए। तमिलनाडु में बीते चौबीस घंटों के दौरान ७४ संक्रमितों की मृत्यु हुई और संक्रमण के ५,६९३ नए मामले दर्ज़ हुए।

corona-vaccineउत्तर प्रदेश में एक दिन में ८० संक्रमितों की मौत हुई और ६,२२९ नए मरीज़ देखे गए। दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या में ४,३३५ की बढ़ोतरी हुई। पश्‍चिम बंगाल में ५८ संक्रमित मृत हुए और ३,२५० नए मामले सामने आए। गुजरात में १५ कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ा और १,३२६ नए मरीज़ दर्ज़ हुए।

इसी बीच इंडियन कौन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आयसीएमआर) ने किए ‘सेरोलॉजिकल सर्वे’ के चौकानेवाले निष्कर्ष सामने आए हैं। ११ मई से ४ जून के दौरान किए गए सर्वे में कोरोना संक्रमण का निदान ना होनेवाले मरीज़ों की संख्या काफ़ी ज्यादा थी। निदान होनेवाले एक मरीज़ के पीछे ८२ से १३० मरीज़ों का निदान नहीं हो रहा था। इस सर्वे के निष्कर्षों के अनुसार मई में इस महामारी के आरम्भिक चरण में देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या ६५ लाख थी। लेकिन, इनमें से अधिकांश लोगों का निदान ही नहीं हुआ था, यह बात ‘आयसीएमआर’ की रपट बयान कर रही है। फिलहाल देश में प्रतिदिन हो रहे परीक्षणों की संख्या मई महीने की तुलना में काफी ज्यादा है। इसी कारण अब अधिकाधिक संख्या में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.