प्रधानमंत्री मोदी के हाथों एलसीएच वायुसेना को सुपूर्द

झाँसी – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाईट कॉम्बॅट हेलिकॉप्टर्स और अत्याधुनिक ड्रोन्स को औपचारिक रूप में वायु सेना को सुपुर्द किया। उत्तर प्रदेश की झाँसी में आयोजित किए भव्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने, रक्षाबलों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तेज़ी से कदम उठाए जा रहे हैं, यह बताकर उसपर संतोष ज़ाहिर किया। साथ ही, शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में ४०० करोड़ रुपए के ‘डिफेन्स कॉरिडॉर’ की नींव भी प्रधानमंत्री मोदी के हाथों रखी गई।

एलसीएचझाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के पास अगर अंग्रेज़ों जैसे हथियार और सेनाबल होता, तो भारत के स्वतंत्रतायुद्ध का रंग-रूप ही बदला होता, ऐसे शब्दों में प्रधानमंत्री ने उनके पराक्रम का गौरवपूर्ण स्मरण किया। भारत कभी भी पराक्रम और वीरता की कमी के कारण युद्ध में पिछड़ा नहीं। बल्कि अत्याधुनिक हथियारों की कमी यह देश के पिछड़ने का प्रमुख कारण साबित हुआ। इसी कारण देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण फ़ैसले किए गए हैं। इसके अनुसार, रक्षा के लिए आवश्यक लगभग २०० उत्पादनों की विदेश से आयात करने पर पाबंदी लगाई गई है। रक्षामंत्री ने इसकी लिस्ट ही घोषित कर दी, इस पर प्रधानमंत्री ने गौर फरमाया।

‘हिंदुस्थान एरोनॉटिकल लिमिटेड-हल’ ने विकसित किए ‘लाईट कॉम्बॅट हेलिकॉप्टर-एलसीएच’, देश के स्टार्टअप्स् ने विकसित किए युएव्ही ड्रोन्स तथा डीआरडीओ और भारत ईलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने नौसेना के लिए संयुक्त रूप में विकसित किए ‘अ‍ॅडव्हान्स ईलेक्ट्रॉनिक वॉरफेअर सूट’ इस समय प्रधानमंत्री के हाथों रक्षा बलों को औपचारिक रूप से सुपुर्द किए गए। ये सभी आत्मनिर्भर भारत की दृष्टि से उठाए गए बहुत महत्वपूर्ण कदम साबित होते हैं। भारत का एलसीएच, हथियार लेकर १६ हजार फीट से अधिक ऊँचाई पर उड़ान भरनेवाला दुनिया का एकमात्र हेलीकॉप्टर है, इसका गौरवपूर्ण उल्लेख प्रधानमंत्री ने इस समय किया।

झाँसी के किले पर आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंग, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षाबलप्रमुख, वायुसेनाप्रमुख, नौदलप्रमुख उपस्थित थे।

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