हंगेरी एवं इटली ने शरणार्थियों के बारे में अपनाई भूमिका के कारण यूरोपीय महासंघ में संघर्ष – फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष मैक्रोन का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

न्यूयॉर्क – हंगेरी एवं इटली के नेतृत्व में शरणार्थियों के बारे में अपनाई भूमिका राष्ट्रवाद को प्रोत्साहन देने वाली होकर, यह राष्ट्रवाद मतलब युद्ध का ही भाग है, ऐसा दावा फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष ईमैन्युअल मैक्रोन ने किया है। मैक्रोन ने हंगेरी एवं इटली ने उनका शत्रु के तौर पर उल्लेख करना अभिमान की बात होने की बात कहकर, हम उनके विरोध में संघर्ष के लिए तैयार होने की बात सूचित की है। पिछले महीने में इटली एवं हंगेरी ने साथ आकर यूरोपीय महासंघ तथा फ्रान्स को शरणार्थियों के मुद्दे पर कड़ी चेतावनी दी थी।

अगस्त महीने में महासंघ के सदस्य देशों के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों की विशेष बैठक हुई है। इस बैठक से पहले इटली ने आक्रामक भूमिका लेते हुए हंगेरी तथा झेक रिपब्लिक से हाथ मिलाने की बात सामने आई थी। इटली के प्रधानमंत्री गिसेप कॉंटे, रिपब्लिकन प्रधानमंत्री एंड्रेस डेबीस तथा हंगेरी के प्रधानमंत्री विक्टर औरबन एवं इटली के अंतर्गत रक्षामंत्री मैटियो साल्व्हिनी से मुलाकात की थी। शरणार्थीयों के मुद्दे पर निर्माण हुए इस संगठन की वजह से महासंघ में तनाव प्रमुख तौर पर सामने आ रहा है।

फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष, दावा , मैक्रोन, शरणार्थि, समर्थन, हंगेरी, इटली, जर्मनी

शरणार्थियों का समर्थन करनेवाले फ्रान्स एवं जर्मनी को यह संगठन चुभ रहा है और फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष मैक्रोन तथा जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने उसके विरोध में आक्रामक भूमिका ली है। अमरिका में एक कार्यक्रम में मैक्रोन ने किए विधान उसी का भाग है। हंगेरी के प्रधानमंत्री औरबन एवं इटली के साल्व्हिनी, यह दोनों नेता जनता के डर से खेल रहे हैं। शरणार्थियों के विरोध की धारणा को समर्थन प्राप्त करने के लिए उनके प्रयत्न शुरू है। यह धारणा केवल लोकप्रिय होने के लिए होकर यूरोपीय महासंघ से सुसंगत नहीं है, ऐसे शब्दों में मैक्रोन ने हंगेरी एवं इटली के नेताओं पर हमला किया है।

औरबन एवं साल्व्हिनी इनकी धारणा राष्ट्रवाद का पुरस्कार करने वाली होकर यूरोपीय महासंघ में अंतर्गत संघर्ष भड़काने वाली है। शरणार्थियों के मुद्दा का उपयोग करके इस रूप से संघर्ष भड़काना यह हंगेरी एवं इटली के नेताओं की गलती होगी, ऐसी चेतावनी फ्रेंच राष्ट्राध्यक्षने दी है।

फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष, दावा , मैक्रोन, शरणार्थि, समर्थन, हंगेरी, इटली, जर्मनी

पिछले कई महीनों में लिबिया से यूरोपीय देशों में घुसनेवाले शरणार्थियों का मुद्दा अच्छी तरह बिगड़ा है। इटली सरकार ने इस मुद्दे पर आक्रामक भूमिका लेकर शरणार्थियों की रिहाई कर रही स्वयंसेवी संस्था तथा महासंघ के जहाजों पर बंदी जारी की है तथा हंगेरी ने सीमा पर लष्करी तैनाती, बाढ़ निर्माण तथा कठोर कानून करके शरणार्थियों के झुंड रोके हैं। उनके इस भूमिका को यूरोपीय महासंघ के सदस्य देशों से बढ़ता समर्थन मिलने की वजह से शरणार्थियों का समर्थन करने वाले जर्मनी फ्रान्स एवं मित्र देशों का गट आक्रामक होता दिखाई दे रहा है।

आने वाले वर्ष में यूरोपीय संसद के चुनाव हैं और इस चुनाव के लिए शरणार्थियों का मुद्दा केंद्रस्थानी रहेगा। उसके लिए हंगेरी एवं इटली के साथ अन्य देशों में राजनैतिक गट भी साथ आए हैं और उन्हें मिलने वाले बढ़ते समर्थन यूरोप में राजनीतिक समीकरण गतिमान रूप से बदलने के संकेत देने वाला ठहरा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.