शरणार्थियों के मुद्दे पर महासंघ की ब्लैकमेलिंग का हंगेरी पीड़ित नहीं बनेगा – हंगेरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन की चेतावनी

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स्ट्रासबर्ग – ‘हंगेरी की जनताने अपना देश शरणार्थियों का देश नहीं होगा, यह निश्चित कर लिया है, इसी वजह से यूरोपीय महासंघ लगातार हंगेरी को लक्ष्य बना रहा है। लेकिन महासंघ की इस ब्लैकमेलिंग का हंगेरी शिकार नहीं होनेवाला है। हंगेरी अपनी सीमाओं की सुरक्षा करेगी और किसी भी परिस्थिति में अवैध शरणार्थियों के समूहों को रोककर रखेगी। जरुरत पड़ी तो यूरोपीय महासंघ के खिलाफ संघर्ष करने के लिए भी नहीं कतराएग’, इन गंभीर शब्दों में हंगेरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने महासंघ को चेतावनी दी है।

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हंगेरी की तरफ से शरणार्थियों के साथ किया जाने वाला बर्ताव और सत्ताधारी राजवट की तरफ से कानून और मीडिया स्वतंत्रता का होने वाला गलत इस्तेमाल इसके खिलाफ महासंघ को हाल ही में एक रिपोर्ट पेश की गई है। इस रिपोर्ट के बाद मंगलवार को यूरोपीय संसद में चर्चा हुई। इस दौरान ओर्बन ने निश्चित रूपसे हंगेरी का पक्ष रखते समय यूरोपीय महासंघ की तीव्र आलोचना की है।

हंगेरी के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला पहले से ही हुआ है, ऐसा आरोप करके ओर्बन ने महासंघ की संभावना ‘शरणार्थियों का बहुमत पाने वाला समूह’ ऐसी की है। महासंघ की तरफ से हंगेरी के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई मतलब अपने देश के लिए अपमान है, ऐसा दावा भी उन्होंने किया है। हंगेरी यूरोप का रक्षक है और महासंघ के देशों की भूमिका और राष्ट्रीय अस्मिता के बारे में उनके मत दूसरों से अलग हैं, ऐसा ओर्बन ठोस रूपसे कहा है।

लेकिन इस तरह के मतभेद यह किसी देश पर मुहर लगाकर उसे निर्णय प्रक्रिया से बाहर निकालने का कारण साबित नहीं हो सकता है, ऐसा भी ओर्बन ने यूरोपीय संसद में किए वक्तव्य में स्पष्ट किया है।

यूरोपीय महासंघ ने बुधवार को हंगेरी के खिलाफ ‘आर्टिकल-७’ के अनुसार कार्रवाई करने के प्रस्ताव को मान्यता दी है। इसके आगे की कार्रवाई के लिए कुछ समय लगने वाला है, लेकिन यह निर्णय हंगेरी के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है।

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