औपनिवेशिकों को सहायता करनेवालों को हंगेरी कैद करेगा

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बुडापेस्ट – कुछ महिनों पहले हंगेरी में हो चुके चुनाव में बहुमत से विजयी हो चुके राष्ट्राध्यक्ष व्हिक्टर ऑर्बन की सरकार ने कुछ महत्त्वपूर्ण फैसले लिए है| आनेवाले समय में हंगेरी में औपनिवेशिकों का समर्थन और उन्हें सहायता देना गैरकानूनी ठहराने के फैसला भी इसमें समाविष्ट होगा| औपनिवेशिकों की ओर से खड़े रहनेवालों को आनेवाले समय में कारागृह में डाला जा सकता है| यह निर्णय हंगेरी में औपनिवेशिकों के प्रवेश की मॉंग करनेवाले विख्यात निवेशक जॉर्ज सोरस के लिए झटका माना जाता है|

किसी भी स्थिती में हंगेरी के भीतर परधर्मीय औपनिवेशिकों को नहीं स्वीकारेंगे ऐसी नीति राष्ट्राध्यक्ष व्हिक्टर ऑर्बन ने स्वीकारी थी| उन्होंने हंगेरी में हालही में हुए चूनाव भी इसी मुद्दे पर लड़ाए थे| इस चूनाव में अगर में पराजित होता हुँ तो हंगेरी की धार्मिक और सांस्कृतीक पहचान नष्ट होगी, ऐसा ऑर्बन ने धमकाया था| साथही औपनिवेशिकों के समर्थन में प्रचार करनेवाले जॉर्ज सोरस इनके साथही उनकी संगठन के खिलाफ भी ऑर्बन ने कठोर नीति अपनाई थी|

औपनिवेशिक

इस पृष्ठभूमी पर ऑर्बन की पार्टी को हंगेरी के चुनाव में स्पष्ट बहूमत प्राप्त हुआ| राष्ट्राध्यक्ष ऑर्बन की सरकार ने फिरसे सत्ता पर आने के बाद औपनिवेशिकों के समर्थन में खड़े होनेवालों के खिलाफ कठोर नीति अपनाई है| इसे हंगेरी के राष्ट्रीय हित से जोडते हुए औपनिवेशिकों के समर्थन में खड़ा होना मतलब राष्ट्रदोह होने के संकेत ऑर्बन के सरकार की ओर से दिए जा रहे है| इसलिए औपनिवेशिकों के लिए कोशिश करनेवालों पर कठोर शासन करनेवाला कानून जल्द ही हंगेरी में मंजूर किया जाएगा|

औपनिवेशिकों का समर्थन करनेवाला इन्सान और संगठन पर इस कानून के अनुसार यह कार्रवाई की जा सकती है| विशेष रुप से औपनिवेशिकों को सहायता करने जा रहे हंगेरी के स्वयंसेवी संगठन को इससे बड़ा धोका हो सकता है| वहीं औपनिवेशिकों के लिए जॉर्ज सोरस ने प्रस्थापित किए गुटों को हंगेरी की सरकार निशाना बना सकती है, ऐसी संभावना जताई जा रही है| इस कानून के अनुसार औपनिवेशिकों को वित्तिय सहायता देनेवाले संगठन और गुटों पर कार्रवाई की जाएगी| जिसके लिए एक साल के कैद का सजा सुनाई जाएगी|

अगर हंगेरी इस कानून को पारीत करता है, तो यूरोपीय देशों में इसके बड़े परीणाम हो सकते है| यूरोप के कुछ मुख्य देश औपनिवेशिकों के समर्थन में निर्णय ले रहे हों, लेकिन इन देशों की जनता मात्र औपनिवेशिकों के पूर्ण विरोध में जा चुकी है| औपनिवेशिकों के कारण यूरोपीय देशों को अपराध और आतंकवाद इन जैसी समस्या सताने लगी है| साथही औपनिवेशिकों के कारण यूरोप की मुख्य पहचान ही नष्ट हो सकती है, ऐसी चिंता इस देश के दक्षिणपंथी गुट जता रहे है| लेकिन कुछ उदार नेता और स्वयंसेवी संगठन औपनिवेशिकों का समर्थन कर रहे है, जिससे यह समस्या और भी गंभीर हो जाएगी ऐसा दावा किया जाता है|

इस बारे में हंगेरी की सरकार ने स्वीकारी हुई नीति से कुछ स्वयंसेवी संगठनों ने इस सरकार को गैरकानूनी घोषित करने की मॉंग की है| साथही यूरोपीय महासंघ की संसद से हंगेरी के सरकार को खदेड दिया जाए, ऐसा आवाहन भी इस स्वयंसेवी संस्था ने किया है|

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