ताइवान को दूसरा हाँगकाँग बनने नही देंगे – अमरिकी सिनेटर की चेतावनी

taiwan-not-let-another-hong-kong-happen/वॉशिंग्टन/बीजिंग – ‘चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने हाँगकाँग का कब्ज़ा करने के बाद अभिव्यक्ति की आज़ादी, कानून का दायरा एवं लोकतंत्र की यंत्रणा किस तरह से नष्ट हुई, यह पूरे विश्‍व ने देखा है। लेकिन, इसके बाद हाँगकाँग का नमूना आगे करके कुछ करना मुमकिन होगा, इस भ्रम में ना रहें। ताइवान के मुद्दे पर हाँगकाँग को दोहराने नहीं देंगे’, ऐसा इशारा अमरीका के वरिष्ठ सिनेटर डैन सुलिवन ने दिया। अमरीका के रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने भी ताइवान की सुरक्षा के लिए अमरीका हर मुमकिन सहायता प्रदान करेगी, यह आश्‍वासन दिया है।

taiwan-not-let-another-hong-kong-happen/इस महीने के पहले चार दिनों में चीन के लगभग डेढ़ सौ विमानों ने ताइवान के ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन ज़ोन’ (एडीआयज़ेड) में घुसपैठ की थी। लड़ाकू विमानों के घुसपैठ के अलावा चीन ने ताइवान पर हमला करने के लिए अलग अलग हिस्सों में युद्धाभ्यास की शुरूआत की और इसके अलावा तैनाती बढ़ाने की जानकारी भी सामने आ रही है। इस वजह से चीन और ताइवान के बीच बना तनाव चरम स्तर पर जा पहुँचा है और कई विश्‍लेषक एवं विशेषज्ञों ने यहां पर संघर्ष होगा, यह चिंता भी जताई है। अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ कई देशों ने ताइवान के मुद्दे पर चीन को सख्त इशारे देना शुरू किया है।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने ताइवान की सुरक्षा के लिए अमरीका वचनबद्ध होने का दावा हाल ही में किया था। इसके बाद सिनेटर डैन सुलिवन का इशारा सामने आया है और अमरीका द्वारा इस मसले पर चीन को संदेश दिए जाने की बात दिख रही है।

सुलिवन अमरिकी संसद की ‘आर्म्ड सर्विसस कमिटी’ के सदस्य होने से उनका बयान ध्यान आकर्षित करता है। रिपब्लिकन सिनेटर ने अपने बयान में ताइवान की तुलना शीतयुद्ध के दौर के ‘वेस्ट बर्लिन’ से की है।

taiwan-not-let-another-hong-kong-happen/‘चीन और ताइवान का विलय होता है तो वह शांति के मार्ग से ही होगा। कानून और नियम यही बयान करते हैं। ताइवान  पैसिफिक की कोई सुरक्षा चौकी नहीं है, यह बात सबको ध्यान में रखनी चाहिए। शीतयुद्ध के दौर के ‘वेस्ट बर्लिन’ की तरह ताइवान स्वतंत्र मोर्चा है’, यह इशारा सिनेटर सुलिवन ने दिया है। शांति के मार्ग के अलावा अन्य किसी भी मार्ग से ताइवान का भविष्य तय करने की कोशिश हुई तो वह पैसिफिक समेत अमरीका की सुरक्षा के लिए खतरनाक होगा और इस खतरे को अमरीका प्रत्युत्तर देगी, यह इशारा भी सुलिवन ने दिया।

अमरिकी रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने यह ऐलान किया है कि, अमरीका ‘वन चायना पॉलिसी’ का स्वीकार करती है, फिर भी साथ ही ताइवान की सुरक्षा के लिए हर तरह की सहायता प्रदान की जाएगी। लेकिन, बायडेन प्रशासन द्वारा चीन के प्रति अपनाई गई नरम नीति ताइवान को खतरे में धकेल रही है, ऐसी आलोचना अमरीका के विपक्षी नेता कर रहे हैं। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने सत्ता संभालने के बाद ही चीन ने ताइवान के खिलाफ आक्रामकता बढ़ाई थी, इस ओर भी अमरीका के विपक्षी नेता ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इस वजह से बायडेन प्रशासन की ताइवान विषयक भूमिका अमरीका की अंदरुनि राजनीति का अहम मुद्दा बना है। इसी दबाव के कारण बायडेन प्रशासन अब ताइवान के मामले में चीन को इशारे देता हुआ दिखाई देने लगा है।

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