चीन के युवा सत्तारूढ कम्युनिस्ट पार्टी से वफादार रहे – राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग का निवेदन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग – चीन के युवकों को उचित राजनैतिक मार्गदर्शन करने की आवश्यकता होते हुए उन्हें चीन के सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी से निष्ठावान रहने की आवश्यकता हैं, ऐसी अपील देश के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने की हैं| उसी समय उन्होंने सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी और देश के युवकों के आंदोलन का निकटतम संबंध होने का भी स्पष्ट किया हैं| कुछ दिनों पहले ही चीन के सत्ताधारी शासन ने देश के लगभग ४० से अधिक युवकों को गांव में भेजने की महत्त्वाकांक्षी परियोजना लागू करने का खुलासा हुआ था| इस परियोजना और जिनपिंग के अपील का संबंध हो सकता हैं, ऐसा दावा विशेषज्ञ कर रहे हैं|

चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग से लगातार चीन के राष्ट्रपिता और उच्चतर नेता के रूप में पहचाने जाने वाले ‘माओ त्से-तुंग’ के बराबरी का अथवा उनसे श्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने का प्रयत्न शुरू हैं| इसलिए जिनपिंग ने पार्टी में खुद को ‘कोअर लीडर’ के रूप में घोषित कर लिया था|

उसके बाद उन्होंने खुद के विचार पार्टी की घटना में शामिल कर अपना महत्व अधिक बढ़ाने की गतिविधियां शुरू कर दी थीं| देश के विभिन्न वर्गों को अपने पीछे खड़े रहने के लिए जिनपिंग ने विभिन्न चालबाज़ियों का उपयोग शुरू करते हुए यह नई अपील उसी का हिस्सा होने का दिखाई देता हैं|

दो साल पहले राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने चीन के सुरक्षा दलों ने राष्ट्राध्यक्ष के प्रति निष्ठा जाहिर करें, ऐसा आदेश देने का खुलासा हुआ था| ‘चीन के सुरक्षा दल शी जिनपिंग से संपूर्ण रूप से निष्ठावान, ईमानदार और विश्वसनीय रहें| सुरक्षा दल शी जिनपिंग के आदेश का पालन करें, वे आदेश पालने की शपथ ले और उन्हें परेशानी हो ऐसा कोई भी कार्य न करें| सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के प्रमुख होने वाले जिनपिंग पर जिस व्यवस्था द्वारा जिम्मेदारी सौंपी गई हैं उसकी गहरी निष्ठा से और पूर्ण रूप से पालन करें’, ऐसा उसमें कहा था|

उसके बाद विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से जिनपिंग ने स्वयं का जनता के बीच का स्थान सक्षम करने की गतिविधियां शुरू की थीं| अंतरराष्ट्रीय तथा आंतरिक स्तर पर आने वाली असफलता के कारण अपनी प्रतिमा अच्छी करने के लिए उन्होंने इन चीजों को हाथ में लिया था, ऐसा दावा विशेषज्ञों से किया जाता हैं| अमरिका के साथ व्यापार युद्ध और ‘वन बेल्ट वन रोड’ परियोजना से मिलने वाले झटकों के कारण चीन की अर्थव्यवस्था में जोरदार उथल-पुथल शुरू हैं| आंतरिक स्तर पर कर्ज़ के पहाड़ और गिरने वाले अंतरराष्ट्रीय व्यापार के कारण चीन में अनेक बड़े उद्योगों में खतरे की घंटा बजने की शुरूआत हो गई हैं|

उसी समय बढ़ती बेरोजगारी चीन के सत्ताधारी शासन के लिए बहुत बड़ी परेशानी साबित होगी, ऐसे संकेत मिलते हुए सत्ताधारी शासन के प्रति निष्ठावान रहने के आदेश देते हुए उसकी तीव्रता कम करने का प्रयत्न होने का जिनपिंग के इस अपील से दिखाई देता हैं|

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