ख्रिस्त की जगह पर चीन के राष्ट्राध्यक्ष की प्रतिमा लगाएं चीन के कम्युनिस्ट पार्टी की मुहीम

बीजिंग: ‘गरीबी दूर करनी है तो घर में येशु ख्रिस्त की तस्वीर के बजाय चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग की तस्वीर लगाएं’, ऐसा चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है। इसके लिए कम्युनिस्ट पार्टी ने ख्रिस्त धर्मीय बड़े पैमाने पर रहने वाले चीन के जिआन्ग्शी प्रान्त में विशेष मुहीम भी हाथ में ली है। इसके बाद ६०० से अधिक लोगों ने अपने घर में जिनपिंग की तस्वीर लगाने की बात सामने आई है। चीन की कम्युनिस्ट क्रांति के जनक ‘माओ त्से-तुंग’ के दौरान भी इसी प्रकार की मुहीम चलाई गई थी।

येशु ख्रिस्त की तस्वीर

पांच साल पहले चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख और राष्ट्राध्यक्ष पद की जिम्मेदारी स्वीकारने वाले शी जिनपिंग ने, देश पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए आक्रामक कदम उठाए हैं। स्वयं को ‘कोअर लीडर’ घोषित करना साथ ही भ्रष्टाचार विरोधी मुहीम के माध्यम से विरोधकों को अलग करना यह इस बात के प्रमुख उदाहरण हैं। पिछले महीने में हुए कम्युनिस्ट पार्टी के अधिवेशन में, राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग को कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक ‘माओ त्से-तुंग’ इनके बराबर का स्थान देने का और उनके विचारों को ‘शी जिनपिंग थॉट ओन सोशालिझम विथ चायनीज कैरेक्टेरिस्टिक्स फॉर न्यू इरा’ इस नाम से पार्टी की घटना में शामिल करने की घोषणा की गई है।

इस पृष्ठभूमि पर, कम्युनिस्ट पार्टी की नई मुहीम जिनपिंग का स्थान संस्थापक ‘माओ’ की तरह चीनी जनता में निर्माण करने की कोशिश दिखाई दे रही है। पूर्व चीन के जिआन्ग्शी प्रान्त के ‘युगान कौन्टी’ में अभी भी गरीबी का प्रमाण बड़ा है। इस इलाके की १० लाख जनसँख्या में से करीब ११ प्रतिशत नागरिक चीन सरकार ने निश्चित की हुई गरीबी रेखा के निचे आते हैं। इस इलाके के ख्रिस्त धर्मीय लोगों की संख्या भी एक लाख के आसपास है।

सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की घटना के अनुसार चीन में धर्म को अधिकृत स्थान नहीं है, फिर भी सन १९८० के दौरान ‘सांस्कृतिक क्रांति’ का अंत होने के बाद ख्रिस्ती धर्म का बड़े पैमाने पर प्रसार हुआ है, ऐसा माना जाता है। विविध दावों के अनुसार चीन में इन दिनों नौ करोड़ से अधिक ख्रिस्त धर्मीय हैं, ऐसा माना जाता है। यह संख्या सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों से अधिक है और पार्टी के लिए खतरनाक होने की बात कही जाती है।

इस पृष्ठभूमि पर, राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने सन २०२० तक देश की गरीबी हटाने का उद्देश्य सामने रखा है। उसका इस्तेमाल कम्युनिस्ट पार्टी ने देश में सदस्य संख्या साथ ही समर्थकों को बढाने के लिए शुरू किया है। उसीके लिए युगान प्रान्त में ख्रिस्त की तस्वीर के बजाय शी जिनपिंग की तस्वीर लगाने की मुहीम हाथ में ली गई है।

मीडिया ने दी हुई जानकारी के अनुसार, मार्च महीने से यह मुहीम शुरू है और इस इलाके के ‘हुआंगजिन्बु’ इलाके के ६०० नागरिकों ने अपने घर में राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग की तस्वीर लगाई है ऐसा कहा जा रहा है। इसके लिए कम्युनिस्ट पार्टी और राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने जनता के लिए किए कार्यों की प्रसिद्धि करने पर भी जोर दिया है।

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