`मानवता के सामने जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद का ख़तरा’ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

पॅरिस, दि. ३ : `जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद ये मानवता के सामने खड़े हुए सबसे बड़े संकट हैं’ ऐसा कहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, इन दोनों मोरचों पर भारत और फ्रान्स आपसी सहयोग कर रहे हैं’ ऐसा स्पष्ट किया| रशिया के बाद फ्रान्स यात्रा पर आए प्रधानमंत्री मोदी ने दोनो देशों के बीच के ऐतिहासिक संबंधों की मिसाल देते हुए, फ्रान्स के नवनिर्वाचित राष्ट्राध्यक्ष इमॅन्युअल मॅक्रॉन के नेतृत्व में ये संबंध अधिक दृढ होगें, ऐसा विश्‍वास जताया| उसी समय, जागतिक जलवायुपरिवर्तन संदर्भ में हुए ‘पॅरिस समझौते’ के लिए भारत उत्तरदायी रहेगा, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया|

जलवायु परिवर्तन और आतंकवाददिसम्बर २०१५ में पॅरिस में १९५ देशों ने एक साथ आकर जलवायुपरिवर्तन की समस्या पर यह समझौता किया था| इसके लिए भारत और फ्रान्स ने ख़ास पहल की थी| इसकी याद प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रान्स के दौरे में फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन के साथ संबोधित की हुई पत्रकार परिषद में दिलायी| अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में, पॅरिस समझौते से हमारा देश पीछे हट रहा है, ऐसी घोषणा की है|

‘इस समझौते का भारत और चीन को सबसे ज़्यादा फ़ायदा मिलनेवाला है और इस वजह से अमरीका का नुकसान होनेवाला है’ ऐसा आरोप राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया था| ‘उनकी यह बदली हुई नीति गैरजिम्मेदाराना है’ ऐसी आलोचना जागतिक स्तर से हो रही है| इस पृष्ठभूमि पर, भारत पॅरिस समझौते के लिए वचनबद्ध है, ऐसा भरोसा प्रधानमंत्री ने दिलाया|

‘अपनी आनेवालीं पीढ़ियों के लिए हम कौनसी विरासत रखते हैं, इसके बारे में सभी ने सोचना चाहिए| सभी ने वसुंधरा का और वसुंधरा के नैसर्गिक स्रोतों का जतन करना चाहिए’ ऐसा आवाहन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पॅरिस समझौते का ज़ोरदार समर्थन किया| ‘जलवायु परिवर्तन की समस्या प्रत्यक्ष रूप से नहीं दिखती, लेकिन आतंकवाद की तीव्रता सभी को महसूस होती है| पूरे विश्‍व के सिर पर आतंकवाद का भयानक ख़तरा मँड़रा रहा है और उसका नुकसान फ्रान्स को भी पहुँचा है| राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन के साथ हुई चर्चा में आतंकवाद का मुद्दा प्राथमिकता पर था| ख़ास तौर पर, आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल की जानेवाली आधुनिक टेक्नॉलॉजी और बढ़ता हुआ कट्टरवाद इन मुद्दों पर विशेष रूप से चर्चा की’, ऐसी जानकारी प्रधानमंत्री ने संयुक्त पत्रकार परिषद में दी| आतंकवाद के खिलाफ भारत और फ्रान्स आपसी सहयोग कर रहे हैं, ऐसा भी प्रधानमंत्री ने कहा|

फ्रान्स यह भारत का सामरिक क्षेत्र में अहम साझेदार देश है और आनेवाले समय में दोनों देशों का इस क्षेत्र में सहयोग और अधिक मज़बूत होगा, ऐसा विश्‍वास प्रधानमंत्री ने जताया| साथ ही, ३९ उम्र के राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन ने फ्रान्स के चुनाव में हासिल की हुई कामयाबी के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें बधाई दी| साथ ही, राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन को भारत आने का न्यौता दिया है और इस न्यौते का उन्होंने स्वीकार किया है, ऐसा भी प्रधानमंत्री मोदी ने इस समय कहा| फ्रान्स के चुनाव की ओर पूरे विश्‍व का ध्यान लगा हुआ था, ऐसा कहते हुए, मॅक्रॉन को मिली जीत से युरोपीय महासंघ का भवितव्य अधिक सुनिश्‍चित हुआ है, ऐसा दावा प्रधानमंत्री ने किया| भारत को स्थिर, मजबूत और प्रगतीशील युरोपीय महासंघ अपेक्षित है, ऐसा भी प्रधानमंत्री ने इस समय कहा|

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