ताइवान पर चीन का हमला वैश्विक आपदा होगी – अमरिकी अध्ययन मंडल रैण्ड कार्पोरेशन के अध्यक्ष की चेतावनी

ताइपे – चीन की पिपल्स लिबरेशन आर्मी यदि ताइवान पर हमला करती है और वहां के सेमीकंडक्टर्स प्रकल्प नष्ट करती है तो इससे वैश्विक आपदा शुरू होगी, विश्व जल्द ही आर्थिक संकट में घिर जाएगा, ऐसी गंभीर चेतावनी अमरीका के अग्रिम अध्ययन मंडल ‘रैण्ड कार्पोरेशन’ के अध्यक्ष जेसन मैथेनी ने दी। वैश्विक बाज़ार में ताइवान में तैयार होनेवाले सेमीकंडक्टर्स का हिस्सा ९२ प्रतिशत है। इस वजह से मैथेनी के इशारे की गंभीरता बढ़ी है। इसी बीच यूक्रेन युद्ध का अध्ययन करके चीन ताइवान के विरोधी ‘हायब्रीड’ युद्ध की तैयारी कर रहा है, ऐसा आरोप ताइवान ने लगाया है।

अगले रविवार से चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक शुरू हो रही है। राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के तीसरे टर्म का निर्णय इसी बैठक में होगा। साथ ही चीन के राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व में बड़े बदलावों की उम्मीद होने के दावे किए जा रहे है। इस बैठक के बाद चीन ताइवान विरोधी अपनी गतिविधियाँ तेज़ कर सकता है, ऐसा पूर्व एशिया के विश्लेषकों का कहना है। अमरिकी गुप्तचर एवं रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने भी इशारे दिए थे कि, चीन जल्द ही ताइवान पर हमला कर सकता है।

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने स्थानिय समाचार चैनल से बातचीत करते हुए ताइवान पर हमला करने पर जोरदार जवाब मिलेगा, यह घोषित किया था। बायडेन के इन बयानों पर चीन ने आपत्ति जताकर अमरीका पर ‘वन चायना पॉलिसी’ का उल्लंघन करने की आलोचना की थी। इसके बाद व्हाईट हाऊस को खुलासा करना पड़ा था। लेकिन, अमरिकी अभ्यासगुटों ने ताइवान पर हमला करने की तैयारी जुटा रहें चीन को लेकर गंभीर चेतावनी देकर ताइवान पर हुए हमलें का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर सीधा असर होगा, ऐसी चेतावनी दी हैं।

रैण्ड कॉपोरेशन के अध्यक्ष जेसन मैथेनी ने बायडेन प्रशासन को सामने रखकर यह चेतावनी जारी की। पूरे विश्व में सेमीकंडक्टर्स का सबसे बड़े निर्यातक बने ताइवान पर चीन ने हमला किया तो सेमीकंडक्टर्स की सप्लाई बाधित होगी। ऐसा हुआ तो सेमीकंडक्टर्स पर निर्भर विश्व की सभी छोटी-बड़ी यंत्रणा, अर्थव्यवस्था टूट जाएगी। विश्व पर बड़ी आपत्ति टूटेगी, इसपर मैथेनी ने ध्यान आकर्षित किया।

चीन ने ताइवान के सेमीकंडक्टर्स के प्रकल्प नष्ट किए गए तो इससे आर्थिक संकट शुरू होगा और साल १९२९ की वैश्विक महामंदी जैसी स्थिति निर्माण हो सकती हैं, ऐसा अनुमान मैथेनी ने व्यक्त किया। तभी, चीन ने ताइवान के सेमीकंडर्क्स प्रकल्प नष्ट किए बिना उसपर नियंत्रण रखा तो भी इसका अमरीका पर सीधा असर हो सकता हैं। अमरीका को हो रही सेमीकंडक्टर्स की आपूर्ति चीन रोक सखता हैं। ऐसा हुआ तो अमरीका प्रौद्योगिकी, आर्थिक एवं रक्षा क्षेत्र पर पिछले कई सालों से बनाया वर्चस्व खो बैठेगी, ऐसा अनुमान मैथेनी ने व्यक्त किया। इस सबको यदि रोकना हैं तो चीन ताइवान पर हमला नहीं करेगा, इसका ध्यान अमरीका ने रखना होगा, ऐसी गुहार मैथेनी ने लगायी।

इसी बीच, चीन के लड़ाकू विमान और विध्वंसक हर दिन अपनी सीमा के करीब गश्त लगा रहे हैं, ऐसी शिकायत ताइवान कर रहा हैं। यूक्रेन युद्ध का अभ्यास करके चीन हायब्रीड युद्धनीति तैयार  कर रहा हैं, यह आरोप ताइवान ने लगाया हैं। इसका इस्तेमाल करके चीन अब ताइवान के विरोध में ड्रोन हमलें कर सकता हैं, मनोवैज्ञानिक दबाव नीति का इस्तेमाल कर सकता हैं, ऐसा ताइवान के अधिकारी ने कहा हैं।

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