नाटो देशों की भूमि के हर इंच की रक्षा करेंगे – अमरिकी रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन

ब्रुसेल्स – नाटो सदस्य देशों की भूमि के प्रत्येक इंच की रक्षा की जाएगी, ऐसा ऐलान अमरिकी रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने किया है। नाटो देशों की रक्षामंत्रियों की बैठक से पहले अमरिकी रक्षामंत्री ने यह ऐलान करके रशिया को चेतावनी दी है। अपनी ही भूमि की रक्षा करने के लिए परमाणु हमला करने में भी नहीं हिचकिचाएंगे, ऐसी धमकी रशिया ने दी थी। इस पर अमरिकी रक्षामंत्री ने यह बयान किया, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। लेकिन, यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर नाटो के सदस्य देशों के बीच एकमतता ना होने की बात फिर से स्पष्ट हुई है। फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से बातचीत शुरू करने का आवाहन किया है।

रशिया की धरती की रक्षा के लिए परमाणु हमला करना पड़ा तब भी हम पीछे नहीं हटेंगे। तथा हमारी यह धमकी खोखली ना समझो, ऐसी सख्त चेतावनी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दी थी। इसकी गूंज यूरोप समेत पूरे विश्व में सुनाई दी। इसके बाद अमरीका ने रशिया को खूफिया संदेश भेजा, ऐसा दावा कुछ अमरिकी अखबारों ने किया था। रशिया ने यूक्रेन पर परमाणु हमला किया तो रशिया को इसके काफी गंभीर परिणाम भुगतने पडेंगे, ऐसी धमकी अमरीका ने दी थी। यूक्रेन अब भी नाटो का सदस्य नहीं  है, फिर भी यूक्रेन पर रशिया ने परमाणु हमला किया तो नाटो के सदस्य यूरोपिय देशों को इसके काफी भयंकर परिणाम भुगतने पड़ेगे। अमरीका और नाटो इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे, ऐसा इशारा अमरीका की ‘सीआईए’ के पूर्व प्रमुख ने दिया था।

इस पृष्ठभूमि पर अगले हफ्ते नाटो युद्धाभ्यास शुरू कर रहा है और इसमें परमाणु हमला करने की क्षमता वाले लड़ाकू विमान भी शामिल होंगे। यह अपना नियोजित युद्धाभ्यास है और इसकी तैयारी यूक्रेन युद्ध शुरू होने से पहले की गई थी, ऐसा खुलासा नाटो ने किया है। लेकिन, रशिया इस युद्धाभ्यास की ओर बड़ी बारिकी से देख रहा है। यूक्रेन युद्ध के बीच यह युद्धाभ्यास यहां का तनाव बढ़ाएगा और इसका बुरा असर होने की संभावना है, नाटो यह बात मानने के लिए तैयार नहीं है। मौजूदा हालात में यह युद्धाभ्यास रद्द किया गया तो इससे रशिया गलत अनुमान लगाएगी। इसलिए नाटो की क्षमता के बारे में रशिया गलत अनुमान लगाकर अपना नया सैन्य साहस करेगी। इससे बचने के लिए नाटो का यह युद्धाब्यास जरुरी है, ऐसा दावा नाटो प्रमुख स्टोल्टनबर्ग ने किया था।

नाटो के इस युद्धाभ्यास की पुष्ठभूमि पर नाटो देशों के रक्षामंत्रियों की बैठक हो रही है। इससे पहले अमरिकी रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने नाटो देशों की भूमि के प्रत्येक इंच की रक्षा की जाएगी, ऐसी गवाही दी। लेकिन, यूक्रेन अब भी नाटो का सदस्य नहीं बना है और ऐसे में अमरिकी रक्षामंत्री की इस गवाही का कोई मतलब नहीं है। वहीं दूसरी ओर यूक्रेन को नाटो का हिस्सा बनाना है या नहीं, इस पर नाटो में ही बडे मतभेद हैं। जर्मनी ने स्पष्ट शब्दों में यूक्रेन की सदस्यता का विरोध किया है। इसी बीच नाटो की इस बैठक से पहले फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष बातचीत के लिए तैयार रहें, ऐसा आवाहन किया है। यह बात भी नाटो में अंदरुनि मतभेद रेखांकित करती है।

यूक्रेन के शहरों पर रशिया के मिसाइल हमलों की वजह से यह युद्ध ने अब अलग मोड़ ले लिया है। पहली बार इस युद्ध में यूक्रेन के लगभग सभी शहरों में लोगों के मारे जाने की घटनाएं घटी हैं। यह स्थिति ड़रावनी है और रशियन राष्ट्राध्यक्ष से शांति वार्ता की कोशिश करनी होगी, ऐसा फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने कहा है।

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