चीन का ताइवान पर हमला करना विश्व के लिए अनर्थ होगा – ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वु

ताइपे/पैरिस – ‘यूक्रेन युद्ध की वजह से विश्व को आर्थिक परिणामों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन, चीन ने ताइवान पर हमला किया तो वह विश्व के लिए अनर्थ साबित होगा। क्यों कि, ताइवान की खाड़ी से विश्व के लगभग ५० प्रतिशत सामान की यातायात होती है। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाने के लिए पुरी दुनिया में जरूरी सेमीकंडक्टर चिप्स ताइवान में बनाए जाते  हैं। इसी वजह से ताइवान पर चीन ने हमला करना दुनिया के सामने बड़ी आपदा खड़ी करेगा’, ऐसी चेतावनी ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वु ने दी। साथ ही ताइवान को लेकर चीन ने अपनाई महत्वाकांक्षी और आक्रामक नीति के विरोध में नाटो ने स्वीकारी भूमिका का विदेश मंत्री वु ने स्वागत किया।

चार दिन पहले लिथुआनिया में नाटो सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों की अहम बैठक का आयोजन हुआ। रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर आयोजित इस बैठक में चीन अब ताइवान पर हमला करने की तैयारी में होने का मुद्दा भी उठाया गया। साथ ही चीन विरोधी युद्ध के लिए ताइवान को हथियार देकर तैयार करने के संकेत भी कुछ नेताओं ने दिए। चीन की जंगी आक्रामकता की सच्चाई नाटो ने बयान की है, ऐसा ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वु ने फ्रेंच समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार के दौरान कहा। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते खतरे की ओर नाटो ने ध्यान दिया यह स्वागतार्ह मुद्दा है, ऐसा वु ने कहा।

इस बैठक में अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने चीन को लेकर किए बयान पर भी ताइवान के विदेश मंत्री ने प्रतिक्रिया दर्ज़ की। वर्ष २०२७ तक ताइवान पर हमला करने का चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने कोई भी निर्णय नहीं किया है, ऐसा बायडेन ने कहा था। ‘करीबी दिनों में चीन किसी सैन्य कार्रवाई को अंजाम देगा, यह हमारी सोच में नहीं है और इस युद्ध को टालना भी मुमकिन होगा। लेकिन, चीन की ताइवान के विरोध में बढ़ रही सैन्य गतिविधियों को अनदेखा नहीं कर सकते। आक्रामक सैन्य अभ्यास करके चीन अब संघर्ष के दौरान ताइवान कैसे प्रत्युत्तर देगा, यह समझने की कोशिश कर रहा हैं’, इसपर ताइवान के विदेश मंत्री ने ध्यान आकर्षित किया।

इसके बाद जोसेफ वु ने रशिया-यूक्रेन युद्ध का दाखिला दिया। पिछले डेढ़ साल से शुरू इस युद्ध का असर विश्व के अर्थकारण पर हो रहा हैं। लेकिन, ताइवान की खाड़ी में युद्ध छिड़ गया तो यहां के समुद्री मार्ग की यातायात बंद हो जाएगी। ताइवान द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही सेमीकंडक्टर्स की निर्यात भी बंद पड़ेगी। ऐसा हुआ तो दुनिया पर बड़ी आपदा टूटेगी, ऐसी चेतावनी ताइवान के विदेश मंत्री ने दी। इस वजह से ताइवान की खाड़ी में युद्ध शुरू ना  हो, इसके लिए पश्चिमी देश कोशिश करें, ऐसा सुझाव जोसेफ वु ने दिया है।

इसी बीच ताइवान के नेताओं ने पहले भी चीन की बढ़ती जंगी आक्रामकता पर दुनिया का ध्यान आकर्षित किया था। चीन ने ताइवान पर हमला किया तो ताइवान की सुरक्षा के लिए जापान और बाद में अमरीका को युद्ध में उतरना होगा। ऐसा हुआ तो युद्ध अधिक ही भड़केगा, यह दावा भी किया जा रहा हैं।

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