चीन, सौदी लश्करी सहकार्य बढाएंगे

china-saudi-military-cooperation-1बीजिंग – ’चीन और सौदी अरेबिया, दोनों अच्छे मित्र और एक-दूसरे पर विश्वास करनेवाले सहकारी राष्ट्र हैं। पिछले कुछ वर्षों में उभय राष्ट्रों में विभिन्न क्षेत्रों में राजकीय विश्वास और सहकार्य बढते हुए लश्करी क्षेत्र में भी व्यावहारिक सहकार्य प्रस्थापित करना जरुरी है’, ऐसी घोषणा चीन के संरक्षणमंत्री वेंग फेंघ ने की। सौदी अरेबिया के उपसंरक्षणमंत्री प्रिन्स खालिद बित सलमान के साथ वर्चुअल बैठक संपन्न हुई। इसके बाद संरक्षणमंत्री फेंघ ने यह घोषणा करने की बात चीन के संरक्षण मंत्रालय ने ज़ाहिर की।

दो दिन पहले हुई इस बैठक में सौदी के उपसंरक्षणमंत्री प्रिन्स खालिद बिन सलमान ने भी चीन के साथ लश्करी संबंध उच्च स्तर पर ले जाए जाएंगे, ऐसा विश्वास व्यक्त किया। तो संरक्षणमंत्री फेंघ ने चीन के तैवान, हॉंगकॉंग और उइघरवंशियों के बारे में धारणाओं को सौदी ने दिए मजबूत समर्थन के लिए आभार प्रदर्शन किया। चीन के संरक्षण मंत्रालय ने इस बैठक की खबर प्रसिद्ध की।

’चीन और सौदी को आपस में समन्वय बढाना चाहिए। दोनों देशों को मिलकर विकसनशील देशों के हितो का खयाल रखने के लिए वर्चस्ववादी और उद्दंडता का विरोध करना चाहिए’, ऐसा संरक्षणमंत्री फेंघ ने कहा। चीन के संरक्षणमंत्री ने स्पष्ट उल्लेख भले ही ना किया हो, पर माध्यम यह दावा कर रहे हैं कि, उन्होंने अमेरिका को लक्ष्य किया है। 

china-saudi-military-cooperation-2अमेरिका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने अफगानिस्तान से सेनावापसी समेत खाडी राष्ट्रों में से भी वापसी के स्पष्ट संकेत दिए थे। इसकी तैयारी हेतु अमेरिका ने सौदी अरेबिया और युएई से अपनी हवाई सुरक्षा यंत्रणा वापस ली थी। तथा, बॉम्बर विमान भी निकाल ले गई थी। बायडेन प्रशासन की इस भूमिका की वजह से खाडी देशों का अमेरिका पर से विश्वास उठ गया और इसका लाभ उठाकर चीन खाडी देशों पर अपना प्रभाव बढाएगा, ऐसा इशारा अमेरिका में विरोधि पक्षों ने दिया था।

पिछले दो महीनों में चीन और खाडी देशों के सहकार्य के बारे में सामने आनेवाली खबरे देखी जाएं तो अमेरिका के विरोधि पक्ष के इशारे सत्य में परिवर्तित होने की बाद दिखाई दे रही है। दो सप्ताह पहले सौदी अरेबिया समेत ओमान, कुवैत एवं बहरीन के परराष्ट्रमंत्रियों के समावेश वाला शिष्टमंडल ने चीन का दौरा किया था। इस शिष्टमंड में खाडी देशों के प्रमुख संघटना ’गल्फ कोऑपरेशन कौन्सिल-जीसीसी’ के प्रमुखों का भी समावेश था। पांच दिनों के इस दौरे में चीन एवं अरब देशों के बीच ईंधन, मुक्त व्यापार करार और धारणात्मक सहकार्य जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई थी।

इस सहकार्य के अगले पडाव के रूप में चीन और सौदी अरेबिया के वरिष्ठ नेताओं में संरक्षण सहकार्य के बारे हुई बैठक की ओर देखा जा रहा है। तो, चीन सौदी अरेबिया को बैलेस्टिक मिसाईलों के निर्माण के लिए सहायता करने की खबरें डेढ महीना पहले सामने आई थीं। सौदी के अल दवादमी में इसका कार्य शुरु होने के सैटेलाईट फोटोग्राफ्स प्रसिद्ध हुए थे। इसके अलावा चीन सौदी को परमाणु प्रकल्प उभारने के लिए भी सहायता कर रहा है। चार महीनों पहले इसकी गतिविधियां शुरु हो चुकी थीं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.