चीन और ईरान से अमरिका पर हो रहे सायबर हमलों में बढोतरी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन/बीजिंग – अमरिकी सरकारी यंत्रणा और बडे निजी कंपनीयों पर हो रहे सायबर हमलों में दुबारा बढोतरी हुई है और इन हमलों में चीन के अलावा ईरान का हाथ होने की सच्चाई उजागर हुई है| अमरिका की ‘नैशनल सिक्युरिटी एजन्सी’ और निजी सायबर सुरक्षा कंपनीयों ने इस संबंधी चेतावनी दी है| इन हमलों के लिए अमरिका ने चीन के विरोध में शुरू किया हुआ व्यापार युद्ध और ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते से वापसी जिम्मेदार होने की बात कही जा रही है|

चार वर्ष पहले उस समय के अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा के दौर में अमरिका और चीन के बीच सायबर सुरक्षा के मुद्दे पर समझौता हुआ था| इस में चीन से हो रहे सायबर हमलों के बारे में संज्ञान लेकर उसपर कार्रवाई करने के संकेत दिए गए थे| इस समझौते के बाद चीन से हो रहे सायबर हमलों की मात्र कम होने का दावा भी किया गया था| लेकिन, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने सूत्र स्वीकारने के बाद लगातार चीन के विरोध में अपनाई भूमिका एवं व्यापार युद्ध की धमकी देने से चीन और अमरिका के बीच हुआ यह समझौता खतम हुआ है, ऐसा माना जा रहा है|

चीन से हो रहे सायबर हमलों में दुबारा बढोतरी हो रही है और नए हमलों में ‘जनरल इलेक्ट्रिक एव्हिएशन’, ‘बोईंग’, ‘टी-मोबाईल’ जैसी बडी कंपनीयों को लक्ष्य किया गया है| इन कंपनीयों की संवेदनशील एवं गोपनीय जानकारी की चोरी होने की बात भी स्पष्ट हुई है| लेकिन, संबंधित कंपनीयों ने इस बारे में कोई भी प्रतिक्रिया देने से इन्कार किया है| चीन से हो रहे सायबर हमलों में अमरिकी उद्योग क्षेत्र को लक्ष्य करने की कोशिश दिखाई दे रही है, ऐसी जानकारी माहिती विशेषज्ञ और पूर्व अधिकारी ने दी है|

पहले चीन से हो रहे सायबर हमलों में चीन के लष्कर का हाथ रहता था| लेकिन, अब नए हमले चीन की खुफिया यंत्रणा ‘मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्युरिटी’ से किए जा रहे है, यह स्पष्ट हो रहा है| साथ ही हमला कर रहे हैकर्स एवं गुट अपनी जानकारी उजागर ना होने देने में सफल हो रहे है, ऐसा भी अमरिकी अधिकारी कह रहे है|

चीन के साथ ही ईरान से हो रहे सायबर हमलों की तीव्रता भी बढने की जानकारी है| पिछले वर्ष से यह तादाद बढ रही है और इसमें मुख्य तौर पर दूरसंचार कंपनी एवं सरकारी उपक्रमों का नेटवर्क का समावेश है| ‘फायर आय’ इस सायबर सुरक्षा क्षेत्र की चोटी की कंपनी ने इससे जुडी जानकारी दी है|

नए सायबर हमलों के लिए ईरानी हैकर्स अधिक प्रगत तकनीक का इस्तेमाल कर रहे है और ‘राऊटिंग सिस्टिम्स’ को लक्ष्य कर रहे है| कुछ दिन पहले अमरिका में न्याय विभाग ने अमरिकी हवाली बल के पूर्व अधिकारी पर ईरान को सायबर हमलों के लिए सहायता करने का आरोप रखा था|

पिछले वर्ष, चीन सरकार से जुडे हैकर्स के गुट ‘क्लाऊडहॉपर’ तकनीक क्षेत्र की कंपनीयों पर सायबर हमलें कर रहे है, यह बात स्पष्ट हुई थी| इनके द्वारा हो रहे हमलों का खतरा आगे के समय में भी बरकरार रहेगा, यह ‘अलर्ट’ भी अमरिकी अंतर्गत सुरक्षा विभाग ने जारी किया था|

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