‘ज़ीरो कोविड’ पॉलिसी की असफलता के बावजूद चीन ने शांघाय का लॉकड़ाऊन अनिश्‍चित समय के लिए बढ़ाया

zero-covid-shanghai-lockdown-1शांघाय – चीन के आर्थिक केंद्र शांघाय में पिछले महीने से पाए गए कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर १ लाख तक जा पहूँची है| यह बात शासक कम्युनिस्ट हुकूमत ने अपनाई ‘ज़ीरो कोविड पॉलिरसी’ असफल होने की बात दर्शा रही है, ऐसा दावा विदेशी माध्यम एवं विश्‍लेषक कर रहे हैं| शांघाय की जनता में भी इस मुद्दे को लेकर तीव्र असंतोष की भावना है| कोरोना विरोधी प्रावधान ‘टोटल डिज़ास्टर’ होने की नाराज़गी स्थानीय उद्यमी एवं आम नागरिक व्यक्त कर रहे हैं| इसके बावजूद कम्युनिस्ट हुकूमत ने अपनी नीति में बदलाव करने से इन्कार किया है और शांघाय शहर का लॉकडाऊन अनिश्‍चित समय के लिए बढ़ाने का ऐलान किया है|

zero-covid-shanghai-lockdown-3मार्च की शुरूआत से ही विश्‍व के सबसे अधिक जनसंख्या वाले शहर और चीनी अर्थव्यवस्था के प्रमुख केंद्र के तौर पर पहचाने जा रहें शांघाय में कोरोना के नए मामले भारी संख्या में सामने आना शुरू हुआ था| इसकी वजह से मार्च के अंतिम हफ्ते में लॉकडाऊन का ऐलान करके यह प्रतिबंध ५ अप्रैल तक जारी रहेंगे, ऐसा कहा गया था| लेकिन, इसके बावजूद शांघाय की स्थिति में बदलाव नहीं आया है बल्कि मरिजों की संख्या विक्रमी गति से बढ़ रही है| पिछले कुछ दिनों से शांघाय में हर दिन १० हज़ार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं| गुरूवार को यही संख्या १९ हज़ार होती देखी गयी|

शांघाय के संक्रमितों की संख्या ने मात्र एक ही महीने में एक लाख का आँकड़ा पार किया है| चीनी यंत्रणाओं के अनुसार शांघाय में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर १ लाख १४ हज़ार तक पहुँची है| पिछले दो सालों में दर्ज़ हुए कोरोना के मामलों से भी यह आँकड़ा बड़ा है| लेकिन, विक्रमी मामले सामने आने के बावजूद चीन की शासक कम्युनिस्ट हुकूमत ने अपनी नीति में बदलाव करने से इन्कार किया है| इससे पहले कोरोना के खिलाफ अपनाई गई ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ का ही इस्तेमाल शांघाय में भी किया गया है| लेकिन, यह इस्तेमाल पूरी तरह से असफल होने की बात शांघाय से प्राप्त हो रहीं खबरें, वीडियो और फोटोस से साबित हुई है|

zero-covid-shanghai-lockdown-2शांघाय के वरिष्ठ अधिकारियों ने पिछले हफ्ते शहर और उसकी उपलब्ध यंत्रणाओं ने कोरोना की महामारी के विरोध में पर्याप्त तैयारी ना करने की बात मानी थी| इसे अब सात दिन से अधिक समय बीत चुका है और शांघाय की स्थिति में काफी बड़ी मात्रा में असर नहीं हुआ है| शांघाय के नागरिकों के लिए पर्याप्त अनाज, दवाईयॉं एवं अन्य जरूरी सामान उपलब्ध नहीं हो रहा है, ऐसी शिकायतें भी सामने आने लगी हैं| कोरोना की महामारी में नागरिक नियमों का सख्त पालन करें, इस मंशा से ड्रोन्स का इस्तेमाल शुरू होने की बात भी सामने आयी है|

स्थानीय उद्यमियों ने प्रशासन के निर्णयों पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि, इससे आमदनी का साधन छीना गया है और पर्याप्त आर्थिक सहायता और अन्य सहायता भी उपलब्ध ना होने की वजह से कई उद्योग बंद होने का ड़र व्यक्त किया गया| शांघाय में सक्रिय विदेशी कंपनियों ने अपनी फैक्टरीज् एवं दफ्तर बंद करने का निर्णय किया है| इसका असर चीन के अलावा वैश्‍विक सप्लाई चेन एवं अर्थव्यवस्था पर होगा, यह इशारा विश्‍लेषकों ने दिया है| ‘चायनीज युनिवर्सिटी ऑफ हॉंगकॉंग’ ने पिछले महीने जारी की हुई रपट में इशारा दिया था कि, ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था को हर महीने ४५ अरब डॉलर्स से अधिक का नुकसान भुगतना पड़ रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.