‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ को कठोरता से अमल में लाने के बाद चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट चिंताजनक स्तर पर

बीजिंग – चीन में कोरोना संक्रमण के खिलाफ अपनाई हुई ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ को कठोरता से अमल में लाने के परिणाम चीन की अर्थव्यवस्था पर दिखाई देने लगे हैं। गुरुवार को एक बैठक में चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने घोषित किया कि हर हाल में ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ जारी रहेगी। तो, चीन की जनता को आनेवाले समय में ’मास टेस्टिंग’ का सामना करना पडेगा, ऐसे संकेत भी दिए गए। इसकी गूंज चीन के बाज़ारों पर दिखाई दे रही है और शेअर निर्देशांक समेत युआन के चलन में जबरदस्त गिरावट आई है। 

पिछले कुछ महीनों में चीन में निरंतररूप से कोरोना का विस्फोट हो रहा है। यह विस्फोट रोकने के लिए चीन ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ का इस्तेमाल कर रहा है। मार्च के अंत में चीन के दूसरे क्रमांक के शहर शांघाई में लॉकडाऊन घोषित किया गया था। तत्पश्चात पिछले सप्ताह से चीन की राजधानी बीजिंग में प्रतिबंध लागू किए गए हैं। इन प्रमुख शहरों के अलावा देश में दस से अधिक शहरों में ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ पर अमल किया जा रहा है। यह अमल शिथिल होगा ऐसे दावे कुछ विदेशी निवेशक एवं विशेषज्ञ कर रहे हैं।

पर गुरुवार को राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ के मुद्दे परप आक्रामक भूमिका अपनाई। कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए चीनी हुकूमत पूरी क्षमता से ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ का इस्तेमाल करेगी, ऐसा जिनपिंग ने घोषित किया। तो, इसके खिलाफ बोलनेवालों पर कठोर कार्यवाही के संकेत भी दिए। जिनपिंग के वक्तव्य की वजह से चीन में निवेशकों में चिंता का माहौल छाया है। इसके परिणाम शुक्रवार को शेअरबाज़ार पर दिखाई दिए। चीन के तीन आघाडी के शेअर बाज़ारों में डेढ से ढाई प्रतिशत की गिरावट आई।

चीन के चलन युआन पर भी इसका प्रभाव पडा। युआन का दर अमेरिकी डॉलर की तुलना में गिरकर १९ महीनों के न्यूनतम स्तर पर पहुंचा। शेअर बाज़ार एवं चलन में गिरावट से पहले चीन की अर्थव्यवस्था पर ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ का बडा झटका लगने की घटनाएं सामने आई हैं।

चीन के सेवा क्षेत्र में बढती की जानकारी देनेवाला निर्देशांक ३६.२ अंक तक उतरा है। अब तक के दर्ज की हुई यह न्यूनतम स्तर है। कुछ विशेषज्ञों ने दावा किया है कि, यह न्यूनतम स्तर चीन की अर्थव्यवस्था में मंदी के संकेत दे रहा है। विश्व की आघाडी की पतसंस्था ’फिच रेटिंग्स’ का पूर्वानुमान है कि, चीन का आर्थिक विकासदर ४.३ प्रतिशत तक गिरेगा। युरोपियन चेंबर ऑफ कॉमर्स ने ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ की वजह से विदेशी कंपनियां एवं निवेशकों को झटके लगने की नाराजगी व्यक्त की है। अप्रैल में चीन के आयात-निर्यात के आंकडों में बडी गिरावट होने का अंदाज ’रॉटर्स’ नामक आघाडी की वृत्तसंस्था ने लगाया है। 

पिछले महीने में चीन ने पहली तिमाहि के आर्थिक आंकडे घोषित किए थे। उसमें सन २०२२ के पहली तिमाहि में चीन की अर्थव्यवस्था ने ४.८ प्रतिशत बढोतरी दर्ज करने की बात कही गई थी। सत्ताधारी कम्युनिस्ट हुकूमत ने सन २०२२ के लिए ५.५ प्रतिशत का लक्ष्य निर्धारित किया था इसकी तुलना में यह बढी गिरावट साबित हुई थी। 

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