कोरोना लॉक डाऊन के खिलाफ चीन में स्थानीय जनता का तीव्र असंतोष

शांघाय – चीन के प्रमुख शङरों में लगाए जा रहें लॉकडाऊन के खिलाफ स्थानीय जनता में तीव्र असंतोष बना हैं| शांघाय के साथ लुडॉंग, चेंगडू, लैंगफैंग शहर में स्थानीय जनता ने प्रदर्शन और हमलें करके अपनी नाराज़ी व्यक्त करने की घटनाएँ सामने आयी हैं| चीन की सुरक्षा यंत्रणाओं ने इसके विरोध में कार्रवाई शुरू की हैं और मार्च महीने में डेढ़ सौ से भी अधिक को गिरफ्तार करने की बात कही जा रही है| यह बात चीन की हुकूमत ने अपनाई ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ पुरी तरह से नाकाम होती दर्शा रही हैं, यह दावा पश्‍चिमी माध्यम और विश्‍लेषक कर रहे हैं|

पिछले महीने लुडॉंग शहर में लगाए लॉकडाऊन के खिलाफ सुन जिआन नामक २७ साल के छात्र ने जोरदार आवाज़ उठायी| युनिवर्सिटी के क्षेत्र में ‘लिफ्ट द लॉकडाऊन ऑन लुडॉंग’ का बोर्ड भी लगाया| इसके बाद सुन को गिरफ्तार किया गया और उसे युनिवर्सिटी से निकाला गया| चेंगडू की ‘सिच्युआन युनिवर्सिटी’ में अधिकांश छात्रों ने लॉकडाऊन का विरोध किया| विरोध तीव्र होने से युनिवर्सिटी को लॉकडाऊन हटाना पड़ा, ऐसी खबर चीनी माध्यमों ने प्रसिद्ध की|

राजधानी बीजिंग के करीबी लैंगफैंग शहर में स्थानीय लोग लॉकडाऊन के खिलाफ सड़कों पर उतरें हैं| इसके वीडियोज् चीन के सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हुए हैं| लेकिन, इसे तुरंत ही हटाया गया| शांघाय शहर के नागरिक लॉकडाऊन के खिलाफ स्वास्थ्यकर्मियों पर हमलें करके अपना गुस्सा व्यक्त करने की घटनाएँ भी सामने आयी हैं| शहर में स्वास्थ्य कर्मचारियों पर हो रहें  हमलों की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हुई हैं| इसमें ‘क्वारंटाईन सेंटर’ के कर्मचारियों पर हुए हमलों का भी समावेश हैं| लॉकडाऊन के नियम तोड़ रहें लोगों पर पुलिस कार्रवाई कर रही हैं, ऐसें में कुछ लोग पुलिस से मारपीट करते हुए फोटो और वीडियो प्रसिद्ध हुए हैं|

चीन यह कम्युनिस्ट हुकूमत के टाईट पकड़ मे होनेवाला और नागरी असंतोष दबाने में सफल हुए निर्दयी देश के तौर पर जाना जाता हैं| इंटरनेट और सोशल मीडिया पर नियंत्रण रखकर यह माध्यम भी शासक हुकूमत के हाथों में रहेंगे, इसका ध्यान चीन रखता हैं| इसके बावजूद लॉकडाऊन की नीति को लेकर शासकों के खिलाफ बनी विश्‍व के सामने आना भी ध्यान आकर्षित करता हैं| यह  बात चीन की हुकूमत की जनता पर बनी पकड़ कमज़ोर होने के संकेत दे रही हैं और राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के नेतृत्व के लिए यह बात घातक साबित हो सकती हैं, ऐसें संकेत भी प्राप्त होने लगे हैं|

इसी बीच, कोरोना के विरोध में अपनी नीति पर अब चीन की प्रमुख कंपनियों ने भी इशारें देना शुरू किया हैं| दूरसंचार क्षेत्र की प्रमुख हुवेई और वाहन क्षेत्र की ‘एक्सपेंग’ कंपनी ने ‘झीरो कोविड पॉलिसी’ अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचा रही हैं, यह इशारा दिया है| चीन की सप्लाई चेन बाधित हुई हैं और लॉकडाऊन हटाया नहीं तो उद्योगत्रक्षेत्र को बड़ा नुकसान पहुँचेगा, यह इशारा इन कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियोने दिया हैं| यह इसारा प्रसिद्ध होने के दौरान ही शिआन और झेंगझोऊ इन अन्य दो शहरों में लॉकडाऊन का ऐलान किया गया हैं|

लेकिन, देश में बनी कोरोना की स्थिति, लॉकडाऊन के परिणाम और इसे हो रहा विरोध विश्‍व के सामने आने से रोकने के लिए चीन कड़ी कोशिश कर रहा हैं| फिर भी यह जानकारी विश्‍व के सामने आयी हैं और लॉकडाऊन की वजह से भूखमरी का सामना कर रहें चीन के नागरिक अब जान निछावर करके कम्युनिट पार्टी की नीति का कड़ा विरोध करते देखे जा रहे हैं|

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