सीरिया के ‘दौमा’ में हुए रासायनिक हमले के बाद अमरिका का सीरिया में लष्करी कार्रवाई का इशारा

वॉशिंग्टन: सीरियन लष्कर ने राजधानी दमास्कस के पास स्थित ‘दौमा’ इलाके में रासायनिक हमला किया है, जिस में २० से ज्यादा लोग गंभीर रूपसे जख्मी होने की जानकारी सामने आई हैं। पिछले महीने भर में सीरिया में तीन रासायनिक हमले हुए हैं, जिसके लिए अस्साद की राजवट जिम्मेदार होने का आरोप अमरिका मित्रदेश और संयुक्त राष्ट्रसंघ की तरफ से किया जा रहा है। इस रासायनिक हमले के बाद तीव्र चिंता व्यक्त कर के अमरिका ने सीरिया की अस्साद राजवट के खिलाफ लष्करी कार्रवाई का इशारा दिया है।गुरुवार की सुबह दौमा इलाके में मिसाइल हमले हुए। इस हमले के बाद दौमा इलाके में ;क्लोरिन गैस’ फ़ैल गई, जिस वजह से २० से अधिक लोगों को प्रकृति अस्वस्थता की वजह से अस्पताल में दाखिल करना पड़ा। जख्मी में बच्चे का समावेश होने की जानकारी भी सीरियन यंत्रणा ने दी है। सीरिया के इस रासायनिक हमले की खबर पर अमरिका ने क्रोध व्यक्त किया है। साथ ही अस्साद राजवट रासायनिक हमले करने के लिए नए तरीकों का इस्तेमाल कर रही है, ऐसा ट्रम्प प्रशासन ने आरोप लगाया है।

छोटे रॉकेट्स का इस्तेमाल करके यह हमले किए जा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अस्साद राजवट की तरफ से किए जाने वाले हमलों को रोकने के लिए कोशिश करे, ऐसा अमरिका ने आवाहन किया है। दौमा के प्रशासन ने भी इस रासायनिक हमले के लिए अस्साद राजवट को जिम्मेदार ठहराया है। रशियन लष्कर सोच समझकर क्लोरिन से भरे मिसाइलों के माध्यम से नगरी बस्तियों को अपना लक्ष्य बना रही है, ऐसा आरोप दौमा प्रशासन ने किया है।

सीरियन लष्कर ने दौमा के हमले के बारे में बात करना टाला है। साथ ही सीरिया की मीडिया भी उत्तर में स्थित इदलिब प्रान्त के हमलों का प्रसारण कर रही है। लेकिन दौमा में हुए इस रासायनिक हमलों के फोटोग्राफ्स सोशल मीडिया मे भी प्रसिद्ध हुए हैं। इस वजह से अंतर्राष्ट्रीय स्तर से सीरिया की अस्साद राजवट पर टीका तीव्र हुई है। अमरिका ने इस रासायनिक हमले पर नाराजगी व्यक्त कर अस्साद राजवट को धमकाया है।

‘अस्साद राजवट को समर्थन देने वाले रशिया के लिए अमरिका का यह सुस्पष्ट इशारा है। सीरिया के रासायनिक हमलों का सिलसिला रोकने के लिए अमरिका फिर एक बार अस्साद राजवट के खिलाफ लष्करी कार्रवाई किए बिना स्वस्थ नहीं बैठेगा’, ऐसा कठोर इशारा ट्रम्प प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने दिया है। पिछले वर्ष अप्रैल महीने में अमरिका ने अस्साद राजवट के खिलाफ की हवाई हमले की याद इस समय एक अमरिकी की अधिकारी ने करा दी।

पिछले महीने में सीरिया में तीन रासायनिक हमले हुए हैं। दौमा के हमले से पहले, १३ और २२ जनवरी को सीरिया में रासायनिक हमले हुए थे। इन हमलों के लिए सीरियन लष्कर जिम्मेदार है, ऐसे कुछ सबूत भी सामने आए थे। संयुक्त राष्ट्रसंघ के विशेष जाँच अधिकारी के पथक ने इस बारे में बनाई रिपोर्ट में भी इन रासायनिक हमलों के लिए सीरियन राजवट को जिम्मेदार ठहराया था। साथ ही सीरियन लष्कर के पास अभी भी ‘क्लोरिन’ और ‘सरीन’ इन जहरीली वायुओं के रॉकेट्स हैं, ऐसा दावा जाँच अधिकारी ने किया था। रशिया ने सीरिया का पूरा भंडार नष्ट नहीं किया है, ऐसा आरोप अमरिका ने किया था। लेकिन रशिया ने अमरिका के आरोपों को ख़ारिज कर के स्वतंत्र जाँच अधिकारी की तरफ से इन हमलों की जाँच करने के मांग की थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.