इस्रायल पॅलेस्टाईन को सशर्त सहायता करने के लिए तैयार

ब्रुसेल्स: वेस्ट बैंक में स्थित महमूद अब्बास के पॅलेस्टिनी प्रशासन को सहायता देकर पॅलेस्टिनी जनता की दुविधा दूर करने की तयारी इस्रायल ने की है। लेकिन उस के पहले अब्बास की फताह पार्टी गाझापट्टी का कब्ज़ा ले, यह शर्त इस्रायल ने रखी है। गाझापट्टी पर ईरान समर्थक हमास इस कट्टर इस्रायल का द्वेष करने वाले संगठन का कब्ज़ा है। इस वजह से इस्रायल ने पॅलेस्टिनी प्रशासन को दिए प्रस्तावपर प्रतिक्रिया आ सकती है।

अमरिका ने पॅलेस्टाईन को दे जाने वाली अर्थसहायता रोकने का फैसला किया है। उस वजह से निर्माण हुई समस्या सुलझाने के लिए ‘इंटरनॅशनल डोनर ग्रुप फॉर पॅलेस्टाईन’ यह संगठन स्थापन किया गया है। दो दिनों पाले ब्रुसेल्स में पॅलेस्टाईन को सहायता देने वाले संगठन की आपातकालीन बैठक बुलाई गई थी। इस में अमरिका, इस्रायल और पॅलेस्टाईन के प्रतिनिधियों के साथ साथ यूरोपीय महासंघ, सऊदी अरेबिया, संयुक्त अरब अमिरात, कुवैत, जॉर्डन, इजिप्त, मोरोक्को और ट्युनिशिया इन देशों के अधिकारी भी शामिल थे।

इस बैठक के अवसर पर इस्रायल ने महमूद अब्बास के नेतृत्व में वेस्ट बैंक में सरकार चलने वाली ‘पॅलेस्टिनी अथोरिटी’ के सामने एक प्रस्ताव रखा। इस में गाझापट्टी की पॅलेस्टिनी जनता के लिए समंदर के खट्टे पानी से नमक अलग करने की प्रक्रिया, बिजली की आपूर्ति और प्राकृतिक गैस का भण्डारण करने के लिए बुनियादी सुविधा निर्माण करने के लिए, इस्रायल ने तैयारी दर्शाई है। इस योजना के लिए लगभग एक अरब डॉलर्स का खर्चा आने वाला है, ऐसा इस्रायल ने स्पष्ट किया है।

लेकिन इस सहायता को प्राप्त करने से पहले अब्बास प्रशासन को इस्रायल की एक शर्त पूरी करनी पड़ेगी। ऐसा भी इस बैठक को उपस्थित इस्रायली नेता ‘ताची हानेबी’ ने स्पष्ट किया। अब्बास की ‘पॅलेस्टिनी अथोरिटी’ वेस्ट बैंक की तरह गाझापट्टी में भी सरकार स्थापित करे, गाझा में स्थित पॅलेस्टिनी जनता की जिम्मेदारी स्वीकार करे, यह माँग इस्रायल ने इस दौरान रखी। सन २००७ से गाझापट्टी पर हमास इस इस्रायलद्वेषी कट्टरपंथी संगठन का वर्चस्व है। हमास ने अब्बास की फताह पार्टी को गाझा से बेदखल किया था। गाझा में हमास के व्यवहार पर इस्रायल ने आक्षेप लिया था।

हमास और राष्ट्राध्यक्ष अब्बास के फताह संगठन में मतभेद हैं। फताह इस्रायल के बारे में उदार नीति अपना रहा है, ऐसा आरोप हमास की तरफ से लगाया जाता है। ऐसा है फिर भी इस्रायल का विरोध करने के लिए फताह और हमास एक होने की तैयारी कर रहे हैं, ऐसी खबरें भी सामने आ रहीं हैं। लेकिन हमास अब्बास के साथ मिलकर सरकार स्थापित न करे, ऐसी इस्रायल की माँग है। गाझापट्टी के बारे में इस्रायल ने दिया हुआ प्रस्ताव इसी भूमिका से दिया है, ऐसा दिखाई दे रहा है।

सदर बैठक में उपस्थित अमरिका के विशेष राजदूत ‘जेसन ग्रीनब्लॅट’ ने ‘पॅलेस्टिनी सरकार भी जेरुसलेम की घोषणा को समर्थन दे और शांतिचर्चा शुरू करे’, ऐसा आवाहन किया है। लेकिन पॅलेस्टिनी नेताओं ने इस माँग को ख़ारिज किया है। यूरोपीय महासंघ ने भी अमरिका की ‘जेरुसलेम विषयक भूमिका पर नाराजगी व्यक्त की है। अमरिका अकेले शांतिचर्चा के लिए पहल न करे। इस में अन्य को भी शामिल करे, यह अपेक्षा महासंघ ने व्यक्त की है। दौरान, इस बैठक के मौके पर यूरोपीय महासंघ ने गाझापट्टी के लिए पांच करोड़ ३० डॉलर्स की अर्थसहायता घोषित की है।

गाझापट्टी में हुए रॉकेट हमले को इस्रायल का प्रत्युत्तर

गाझापट्टी से इस्रायल के सीमा इलाकों में रॉकेट शुरू हैं और गुरुवार रात को हमास ने इस्रायल की उत्तर में स्थित सीमा इलाके में और एक रॉकेट हमला किया। इसके बाद इजराइली लड़ाकू विमानों ने हमास के ठिकानों पर हमले करने की जानकारी इस्रायल लष्कर ने दी है।

गाझा की उत्तर में स्थित हमास के ठिकानों से रॉकेट हमला होने का आरोप इजराइली लष्कर ने किया है। इस रॉकेट हले में जीवितहानि नहीं हुई है। इजराइली लष्कर ने दी हुई जानकारी के अनुसार, गाझा से रॉकेट हमले की सूचना देने के लिए लगाया हुआ सायरन भी बजा नहीं था। इस वजह से सदर रॉकेट नगरी बस्ती में नहीं गिरा, ऐसा दावा इजराइली यंत्रणा कर रही है

गाझा से इस्रायल में होने वाले रॉकेट हमलों के लिए हमास, इस्लामिक जिहाद यह संगठन जिम्मेदार होने का आरोप इसके पहले इस्रायल ने लगाया था।

 

 

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