हॅरी जेनिंग्ज

हॅरी जेनिंग्ज

कुर्सी का मोह! पुन: उस कुर्सी को प्राप्त करने के लिए, उसे बनाये रखने के लिए अथवा किसी दूसरे को उस कुर्सी से उतारने के लिए, उसे वहाँ से उठाने के लिए भी क्यों न हो, परन्तु कुर्सी का मोह किससे टाला गया है। वैसे ही जमीन की बजाय (भारतीय बैठक) सादी कुर्सी पर बैठने […]

Read More »

डॉमनिक् जीन लॅरी (१७६६-१८४२)

डॉमनिक् जीन लॅरी (१७६६-१८४२)

अनुभवों से जो सीख लेता है वही मनुष्य है, ऐसा कहा जाता है। आज तृतीय महायुद्ध की शुरुआत हो चुकी है। दो महायुद्धों के अनुभवों से कईं बातों का पता चला है। घायलों का प्रथमोपचार (फर्स्ट एड), जाँच, शुश्रुषा, वर्गीकरण (assessment, on site resuscitation, triage) एवं शास्त्रीय पद्धति के अनुसार वहन करना आदि बातें वैद्यकशास्त्र […]

Read More »

एज्नार हर्ट्झस्प्रंग

एज्नार हर्ट्झस्प्रंग

आकाश में विभिन्न प्रकार के सितारे टिमटिमाते हुए दिखाई देते हैं। कुछ तारे बटु स्वरूप में हैं, कुछ विशाल (जायंट), कुछ का तापमान कम है तो कुछ का अधिक है, कुछ तेजस्वी हैं तो कुछ अधिक दिखाई देते हैं। कुछ के रंगों में फर्क है। तारों की ‘जमाती’ का अध्ययन करते समय उनकी जानकारी दर्ज […]

Read More »

डॅनिअल फॅरनहीट (१६८६-१७३६)

डॅनिअल फॅरनहीट (१६८६-१७३६)

निसर्ग के किसी भी घटक पर आघात होता है तो निसर्ग का सन्तुलन बिगड़ जाता है। निसर्ग का सन्तुलन बिगड़ जाने से ही आज दुनिया भर के तापमान में वृद्धि हो गई हैं। यही बात प्राणि, मनुष्यप्राणि इनके संबंध में भी लागू होती है। दाह, सूजन, गाँठ, इन्फेक्शन इस प्रकार का कोई भी हमला शरीर […]

Read More »

हिप्पोक्रॅटिस

हिप्पोक्रॅटिस

‘खुबसूरत’ इस हिन्दी फ़िल्म में रेखा ने मध्यवर्ती भूमिका निभायी थी। अधिकतर लोगों ने शायद यह फ़िल्म देखी होगी। इस फ़िल्म के अन्त में हम देखते हैं – फिल्म के अभिनेता अशोक कुमार को आया हार्टअटैक, रेखा के द्वारा हार्ट स्पेशालिस्ट को किया गया फ़ोन, उस डॉक्टर की ओर से किसी अन्य अपॉईंमेन्ट के होने […]

Read More »

गॉटफ्रिड लेबनिझ

गॉटफ्रिड लेबनिझ

गणित, इतिहासविशेषज्ञ, आंतरराष्ट्रीय राजनीति और शास्त्रज्ञ ऐसी अनेक भूमिकाएँ और उतनी ही कुशलता से सभी क्षेत्रों में भाग लेनेवाले बहु आयामी व्यक्तित्व के रूप में गॉटफ्रिड लेबनिझ मशहूर हैं। १६४६ में जर्मनी के लेपझिग में जन्में लेबनिझ के जीवन के का़फी वर्ष अमीर लोगों की सेवा करने में बीते। ऐसा होने पर भी उनके बौद्धिक […]

Read More »

एडवर्ड टेलर

एडवर्ड टेलर

आज तक दो विश्‍वयुद्धों में, साथ ही अन्य युद्धों में भी सारे स्तरों पर अपरिमित हानि ही हुई है, जीवन ध्वस्त ही हुए हैं। तीसरा विश्‍वयुद्ध यदि कभी होता है और उसमें अण्वस्त्रों का उपयोग किया जाता है तो ऐसे में संपूर्ण प्राणिजगत् का विनाश होना निश्‍चित है। विज्ञान तंत्रज्ञान की बहुत बडे प्रमाण में […]

Read More »

जॉन रे

जॉन रे

आपने कभी किसी के मुँह से यह सुना होगा कि कि फूल, फल, वृक्ष, लता, पशु, कीटक, मछलियाँ, रेंगनेवाले प्राणी इत्यादि की निर्मिति करने के बाद भी शेष बची अपूर्णता को पूर्ण करने के लिए मानव की निर्मिति की गई। फिर निरीक्षण शक्ति के उपयोग द्वारा मानव, निसर्ग, उसमें रहनेवाली सजीवसृष्टी, वनस्पति इत्यादि का संशोधन […]

Read More »

हंफ्री डेव्ही

हंफ्री डेव्ही

विज्ञान, साहित्य, कला इत्यादि क्षेत्रों में संचार करनेवाले कुछ व्यक्ति समाज के लिए प्रेरणादायी साबित होते हैं और अपने विकास के मार्ग के द्वारा समाज की रचना करते हैं। यह प्रगति सहजसाध्य और अपने आप नहीं होती। उचित जिज्ञासा की पूर्ति करने के लिए शारिरीक तकलिफों की ओर ध्यान देना उन्हें पसंद नहीं आता। विविध […]

Read More »

पॉल मॅक्रीडी

पॉल मॅक्रीडी

शास्त्रज्ञ (सायंटिस्ट) यह समाज के एक घटक हैं। प्रत्येक शोध में संशोधक का स्वयं का एक मूलभूत ध्येय होता है। स्वयं की कल्पना और अपने स्वप्न को प्रत्यक्ष में उन्हें सामने लगा होता है। तो कभी यांत्रिक (तंत्र) ज्ञान के नयी कल्पनाओं को उत्तेजन देने के लिए उद्योगपति, धनवान मनुष्य इन खोजों के लिए पुरस्कार […]

Read More »
1 9 10 11 12 13 20