नेताजी-२८

नेताजी-२८

आय.सी.एस. की सनद का स्वीकार न करते हुए देशसेवा करने भारत लौटने के मेरे कुछ अजीबोंग़रीब प्रतीत होनेवाले निर्णय के समर्थन में घरवालों को मनाने की कोशिशों में सुभाष का ख़त  भेजना शुरू ही था कि अचानक मेरा निर्णय ग़लत नहीं है यह यक़ीन उसके मन को दिलानेवालीं कुछ घटनाएँ आसपास के विश्‍व में हो […]

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हवामान नियंत्रण एवं डॉ.निकोल टेसला

हवामान नियंत्रण एवं डॉ.निकोल टेसला

विद्युत एवं विद्युत चुंबकीय क्षेत्र की दुनिया में एक सर्वोत्कृष्ट संशोधक के रूप में देखा जाये तो यह निर्विवाद सत्य है कि वह नाम डॉ.निकोल टेसला का ही हो सकता है। डॉ.टेसला ने निसर्ग में इन दोनों ही क्षेत्रों से संबंधित होने वाली सैंकड़ो घटनाएँ देखी ओर उनके निरीक्षण के आधार पर अध्ययन करके उन्होंने […]

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नेताजी-२७

नेताजी-२७

आय.सी.एस. की सनद का स्वीकार न करने के निर्णय के कारण सुभाष अकेला पड़ चुका है, इसका एहसास उसे शरदबाबू के ख़त से हुआ। लेकिन वह किसी भी बात के बारे में केवल गुणात्मक (‘ओन्ली ऑन इट्स ओन मेरिट’) विचार ही करता था, संख्यात्मक दृष्टि की उसके लिए कोई अहमियत नहीं रहती थी। किसी भी […]

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प्रगत जीवसृष्टि की खोज सर्च फॉर इंटेलिजंट लाईफ – डॉ. टेसला

प्रगत जीवसृष्टि की खोज सर्च फॉर इंटेलिजंट लाईफ – डॉ. टेसला

हम अंतराल से जाने वाले कृत्रिम रेडियो प्रक्षेपण को पहचान सकते हैं, इस बात का १९२० तक डॉ. टेसला को पूरा विश्‍वास हो चुका था| लेकिन इसके पश्‍चात् तुरन्त ही डॉ. टेसला ने अन्य ग्रहों पर वास्तव्य करने वाले परग्रहवासियों की पृथ्वी एवं पृथ्वीवासियों के संदर्भ में बड़ी भयकारक एवं कष्टदायक योजना होने की बात […]

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नेताजी-२६

नेताजी-२६

आय.सी.एस. की सनद को अस्वीकार करने का सुभाष का फैसला सुनते ही भौंचक्का हो चुका दिलीप उसे समझाने लगा कि ऐसा पागलपन मत करो। आय.सी.एस. के अब तक के इतिहास में जो कभी किसी ने नहीं किया है, वह करने की मूर्खता भला तुम क्यों कर रहे हो? पहले सनद का स्वीकार कर भारत तो […]

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वैश्‍विक उर्जा (कॉस्मिक रेज)

वैश्‍विक उर्जा (कॉस्मिक रेज)

उस समय व्यावसायिक क्षेत्र में कुछ गिनेचुने शक्तिशाली लोगों का रोबदाब होने के कारण डॉ. टेसला के इस यांत्रिक ज्ञान का स्वीकार भी उस समय में नहीं स्वीकारा गया। लेकिन आज के समय में कुछ कंपनियाँ इलेक्ट्रिक पर चलनेवाली अधिक कार्यक्षम गाड़ियाँ बनाने का लक्ष्य सामने रखकर अपनी ओर से कोशिशें कर रही हैं। अपने […]

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नेताजी-२५

नेताजी-२५

सुभाष के दोस्त उसकी इस कामयाबी से काफी  खुश हुए थे और उसके जीवन के भावी पड़ावों के बारे में दिल खोलकर बातें कर रहे थे – ‘अब क्या, सिर्फ प्रोबेशन की कालावधि को पूरा करना, घुड़सवारी जैसीं एकाद-दो परीक्षाओं में पास होना इतना ही बस अब बाक़ी है और घुड़सवारी में तो सुभाष को […]

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वॉर्डन क्लिफ टॉवर

वॉर्डन क्लिफ टॉवर

डॉ. टेसला ने कोलोरॅडो स्प्रिंग्ज से न्यूयार्क लौटने पर सेंच्युरी मॅगज़िन में एक विलक्षण भविष्य की उड़ान भरने वाला लेख लिखा| इस लेख में सूर्य की ऊर्जा अर्थात सौर ऊर्जा अँटिना की सहायता से कैसे प्राप्त की जा सकती है, इस बात का विस्तृत उल्लेख किया था| उसमें डॉ. टेसला ने विद्युत् ऊर्जा के जोर […]

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नेताजी-२४

नेताजी-२४

आय.सी.एस. की पढ़ाई करने के लिए सुभाष को पहले ही बहुत थोड़ासा समय मिला था। इसलिए छुट्टी के दिनों के अलावा वह सामान्यतः कहीं बाहर जाकर लोगों से नहीं मिलता था। इस आय.सी.एस. की पढ़ाई का और कुल मिलाकर इंग्लैंड़ में किये हुए वास्तव्य का उपयोग सुभाष की ज्ञानसीमाओं का विस्तार होने में अवश्य हुआ। […]

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भूमाता का प्रतिसाद!!

भूमाता का प्रतिसाद!!

जिस तरह ध्वनिलहरें दीवार से टकराने पर उनकी प्रतिध्वनि पुन: लौटकर हम तक आती है, बिलकुल उसी तरह मैंने धरती पर पृथ्वी से दूर वाले हिस्से पर विद्युत लहरें छोड़ दीं और दीवार के बजाय मुझे भूमाता ने ही प्रतिसाददिया। प्रतिध्वनि के स्थान पर अचल विद्युत लहरें (स्टॅड़िंग वेव्हज्) मुझ तक आती हैं, वायरलेस इलेक्ट्रिकल […]

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