ब्राज़ील और चीन ने युआन का उपयोग करने के लिए किया समझौता – चीन में आयोजित सेमिनार में २० से अधिक समझौते पर हुए हस्ताक्षर

बीजिंग/साओ पावलो – ब्राज़ील ने व्यापार और आर्थिक कारोबार में चीन के युआन मुद्रा का इस्तेमाल करने के लिए मंजूरी प्रदान की है। बुधवार को चीन में आयोजित एक सेमिनार में इससे संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। ब्राज़ील लैटिन अमरीका में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं और चीन-ब्राज़ील द्विपक्षीय व्यापार १५० अरब डॉलर्स का है।

ब्राज़ील और चीनचीन में हाल ही में ‘ब्राज़ील-चीन बिझनेस सेमिनार’ का आयोजन किया गया था। इस सेमिनार के लिए दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ५०० से भी अधिक उद्यमि उपस्थित थे। ब्राज़ील के कृषी मंत्री कार्लोस फवारो और ‘एक्सपोर्ट ॲण्ड इन्वेस्टमेंट प्रमोशन एजेन्सी’ (एपेक्स) के प्रमुख जॉर्ज विआना की मौजूदगी में अहम व्यापारी समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। दोनों देशों ने इस दौरान २० समझौतों पर हस्ताक्षर करने की जानकारी ब्राज़ील के विदेश मंत्रालय ने साझा की। इसमें ईंधन, ऊर्जा, खनिज, बुनियादी सुविधा, बैंकिंग, खेती, शिक्षा, स्वास्थ और सूचना एवं दूरसंचार क्षेत्र के समझौतों का समावेश हैं।

ब्राज़ील और चीनइसमें चीन के युआन का इस्तेमाल करने से संबंधित किया गया समझौता सबसे अहम और ध्यान आकर्षित करनेवाला साबित हुआ। इस समझौते के अनुसार ब्राज़ील औड़ चीन का व्यापार एवं आर्थिक सेवाओं से संबंधित कारोबार में इसके आगे युआन और ब्राज़ील की मुद्रा रिआल का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे पहले इस कारोबार में अमरिकी डॉलर का इस्तेमाल हो रहा था। युआन और रिआल का प्रयोग होने से द्विपक्षीय व्यापार को अधिक गति प्राप्त होगी और कारोबार अधिक आसान होगा, ऐसा दावा ब्राज़ील के अधिकारियों ने किया।

इस सेमिनार में ब्राज़ील की ‘बैंको बोकॉम बीबीएम’ बैंक ने चीन के ‘सीआईपीएस’ बैंकिंग कारोबार यंत्रणा का इस्तेमाल शुरू करने का ऐलान किया। ‘चाइना इंटरबैंक पेमेंट सिस्टिम’ नाम की यह यंत्रणा अंतरराष्ट्रीय ‘स्विफ्ट’ यंत्रणा के विकल्प मे स्थापीत की गई है। ‘बैंको बोकॉम बीबीएम’ चीन की ‘सीआईपीएस’ का इस्तेमाल करनेवाली पहली लैटिन अमरिकी बैंक बनी है। साथ ही चीन के ‘इंडस्ट्रिअल ॲण्ड कमर्शिअल बैंक’ की ब्राज़ील में स्थापीत शाखा युआन के कारोबार की ज़िम्मेदारी संभालेगी, यह ऐलान भी किया गया है।

चीन और ब्राज़ील एक-दूसरे के सबसे बड़े व्यापारी भागीदार देश जाने जाते हैं। ब्राज़ील की कुल २० प्रतिशत से भी अधिक आयात चीन से होती हैं। वहीं, ब्राज़ील की ३० प्रतिशत से अधिक निर्यात चीन में होती है। पिछले दो दशकों में ब्राज़ील और चीन का व्यापार काफी मात्रा में बढ़ रहा हैं और साल २००९ में चीन ने अमरीका को पीछे छोड़कर ब्राज़ील के सबसे बड़े व्यापारी भागीदार का स्थान हासिल किया था। चीन ने लैटिन अमरीका में किए निवेश में ब्राज़ील पहले स्थान पर है। इस देश के ऊर्जा क्षेत्र और ईंधन खनन में चीन ने अरबों डॉलर्स निवेश किए हैं। 

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