भारत के साथ दृढ़ संबंध बनाने के लिए बायडेन प्रशासन वचनबद्ध – अमरीका के नए रक्षा मंत्री ने दिलाया यकीन

वॉशिंग्टन – भारत-अमरीका संबंध अधिक मजबूत बनाने के लिए राष्ट्राध्यक्ष बायडेन का प्रशासन वचनबद्ध है, ऐसा अमेरिका के नए रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने स्पष्ट किया। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ हुई चर्चा में अमरिकी रक्षा मंत्री ने इसका यकीन दिलाया होने की जानकारी पेंटागॉन ने दी है। गुरुवार को दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने फोन पर चर्चा की थी।

बायडेन प्रशासन की इंडो-पैसिफिक क्षेत्रविषयक नीति, खासकर भारत विषयक भूमिका पहले की पहले के ट्रंप प्रशासन से बहुत ही अलग होगी, ऐसी चिंता कुछ विश्लेषक जाहिर कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर, रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने गुरुवार को भारत के रक्षा मंत्री के साथ फोन पर चर्चा की।

भारत-अमरीका संबंध समान मूल्य तथा एकसमान हितसंबंधों पर आधारित हैं। इन संबंधों को अधिक से अधिक दृढ़ बनाने के लिए राष्ट्राध्यक्ष बायडेन प्रशासन वचनबद्ध है, ऐसा रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने इस चर्चा में स्पष्ट किया।

अमरीका का रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन के माध्यम सचिव जॉन किरबाय ने माध्यमों के साथ, दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच हुई चर्चा की जानकारी साझा की। दोनों देशों के हित संबंधों में ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र का समावेश है और उस पर भी रक्षा मंत्रियों की चर्चा हुई ऐसा किरबाय ने कहा है। साथ ही रक्षा क्षेत्र में सहयोग अधिक व्यापक करने पर भी दोनों नेताओं का एक मत हुआ होने की जानकारी किरबाय ने दी।

इसी बीच, पेंटॅगॉन द्वारा जब इस चर्चा की जानकारी दी जा रही थी, तभी अमरीका के विदेश मंत्री ब्लिंकन ने, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र का भाग होने वाले ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र पर चीन कर रहा दावा ठुकरा दिया। चीन के इस दावे के विरोध में खड़े हुए फिलिपीन्स, वियतनाम, ब्रुनेई तथा तैवान इन देशों के पीछे अमरीका डटकर खड़ी रहने वाली है, ऐसा विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा है।

साथ ही, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया का समावेश होने वाले ‘क्वाड’ में अमरीका सक्रिय भूमिका अदा करेगी, ऐसे संकेत विदेश मंत्री ब्लिंकन ने दिए हैं।

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