‘अरब-ईस्लामी देशों को आतंकवाद के खिलाफ संगठित होना चाहिए’ : अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष का आवाहन

रियाध, दि. २२: ‘आतंकवादविरोधी संघर्ष यह पश्‍चिमी और ईस्लामी देशों के बीच का संघर्ष नहीं| बल्कि यह अच्छे और शैतानी वृत्तियों के बीच का संघर्ष है| इसके कारण आखात में से उगम हो रहे आतंकवाद के विरोध में सभी ईस्लामी देश एक होकर संघर्ष करें’, ऐसा आवाहन अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने किया| साथ ही, इस अरब-ईस्लामी देशों के आतंकवादविरोधी संघर्ष का नेतृत्व सौदी अरेबिया द्वारा किया जायेगा, ऐसा भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कहा है|

सौदी अरेबिया में आयोजित की गयी ५५ अरब-ईस्लामी देशों की विशेष बैठक को संबोधित करते हुये राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने आखाती देशों में के आतंकवाद पर चिंता ज़ाहिर की| इस आतंकवाद को मात देने के लिए अमरीका अरब-ईस्लामी देशों की सहायता करने के लिये तैयार है, ऐसा ट्रम्प ने कहा| इसके साथ ही, अरब-ईस्लामी देश एकसाथ होकर आतंकवादियों का नामोनिशान मिटाने के लिए सहायता करें, ऐसा आवाहन भी अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने किया|

आतंकवाद दुनियाभर में फैला हुआ है| यह आतंकवाद खत्म करने के लिए शुरुआत आखाती देशों से ही होनी चाहिए’, ऐसा कहकर ईराक और सीरीया में चल रहे आतंकवादविरोधी संघर्ष में इन ५५ देशों ने शामिल होना चाहिए, ऐसा आवाहन ट्रम्प ने किया| इस आतंकवादविरोधी संघर्ष के लिए अमरीका और सभी अरब-ईस्लामी देशों का एक सैनिकी मोरचा शुरू करने के बारे में समझौते पर दस्तखत किये गये| इस सेना संगठन में ३४ हज़ार जवानों का समावेश रहेगा, ऐसा ऐलान इस वक्त किया गया|

अरब-ईस्लामी देशों के इस सेना मोरचे से ईरान को बाहर रखा गया है| ईरान की वजह से आखाती देशों में अस्थिरता पैदा हुई है, ऐसा आरोप राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया|

इसी दौरान, कुछ महीने पहले सौदी अरेबिया प्रणित ३९ अरब-ईस्लामी देशों का सैनिकी मोरचा स्थापित हुआ है| नाटो की तरह ही निर्मिती किये इस सैनिकी मोरचे में ईरान को स्थान नहीं दिया गया है| लेकिन रविवार को राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की उपस्थिति में संगठित हुआ सेना मोरचा इस सौदीप्रणित मोरचे से अलग है, ऐसा दावा किया जाता है|

 ‘भारत भी आतंकवाद का शिकार’ : अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प

अरब-ईस्लामी और पश्‍चिमी देशों से पहले भारत आतंकवाद का शिकार बना है, ऐसा अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने कहा| अपने देश में आतंकवादियों को पनाह न मिलें, इसपर भारत को ध्यान देना चाहिए, ऐसा आवाहन भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया|

सौदी में अरब-ईस्लामी देशों की बैठक को संबोधित करते समय राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने यह ज़िक्र करके, उस बैठक में उपस्थित रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ को दुविधा में डाल दिया| इस समय ट्रम्प ने, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय वार्तालाप करना टाल दिया है, ऐसा दिख रहा है|

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