‘भोपाल-उज्जैन पॅसेंजर’ बम धमाका मामला : आतंकवादियों की भयानक घातपात की साजिश को किया नाक़ाम

लखनऊ/नवी दिल्ली, दि. ८ : लखनऊ में ११ घंटों से जारी मुठभेड़ के बाद आतंकवादियों के पास से बड़े पैमाने पर हथियार बरामद किए गए हैं| इनमें बम और टायमर भी शामिल हैं| इसे देखते हुए, आतंकी २६/११ से भी बड़ा हमला करने की तैयारी में थे ऐसा उजागर हो रहा है| ‘आयएस’ और ‘खोरासान’ इन आतंकी संगठनों के द्वारा किए जा रहे ज़हरिले प्रचार की वजह से प्रभावित हुए इन आतंकवादियों ने ‘खोरासान मॉड्युल’ की स्थापन की थी, ऐसी जानकारी उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महासंचालक दलजित चौधरी ने दी|

‘भोपाल-उज्जैन पॅसेंजर’मंगलवार सुबह ‘भोपाल-उज्जैन पॅसेंजर’ में हुए बम धमाके के बाद मध्यप्रदेश के पिपरिया, उत्तर प्रदेश के कानपुर और इटावा में कुछ आतंकवादियों को धरदबोचा गया था| पिपरिया में गिरफ्तार किए गए ‘दानिश अख्तर’ और ‘सयैद हुसेन मीर’ के पास ‘भोपाल-उज्जैन पॅसेंजर’ का टिकट और बम धमाके का विडियो मिला था| इनमें से ‘दानिश’ कानपुर का और ‘सयैद’  अलिगढ़ का रहनेवाला है| इससे यह स्पष्ट हुआ था कि इस बम धमाके के सुराग उत्तरप्रदेश में जाकर मिलता है| इन आतंकवादियों की पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर ही पुलिस ने कानपुर और इटावा से दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया| ‘फैजल खान’ और ‘फख्क्रे आलम’ ये गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों के नाम हैं|

इसीके साथ लखनऊ के ठाकुरगंज के एक घर पर छापा मारा गया| लेकिन किराये पर रहनेवाले इन आतंकवादियों ने शरण आने से इन्कार करते हुए पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी करनी शुरू की थी| यह मुठभेड़ ११ घंटों तक शुरू थी| ‘सैफुल्लाह’ नाम के आतंकवादी को ज़िंदा पकड़ने की उत्तर प्रदेश ‘एटीएस’ की कोशिश थी| इसी वजह से ऑपरेशन लंबे समय तक जारी था, ऐसा कहा जा रहा है|

लेकिन इस आतंकवादी की मुठभेड़ में मौत होने के बाद, इस घर से पुलीस ने बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए| इसमें ३२ बोअरवाले आठ पिस्तौल, ६०० कार्ट्रेज और बम बनाने की सामग्री, विस्फोटक, गन पावडर, टायमर ऐसा सामान मिला है| इसीके साथ छह मोबाईल फोन, चार सीमकार्ड, तीन पासपोर्ट, सोना और कुछ पैसे भी इस जगह से बरामद किए गए हैं| साथ ही, उर्दू और अँग्रेज़ी में लिखा कुछ आक्षेपार्ह साहित्य भी यहाँ पर मिला है, ऐसी जानकारी एडीजी चौधरी ने दी है|

कानपुर और इटावा में मारे गए छापे में बरामद किए गए लॅपटॉप में भी, बॅन किया गया साहित्य है और ये सभी ‘खोरासान’ इस खतरनाक आतंकी संगठन के प्रभाव के असर में हैं, ऐसा सामने आ रहा है|

इंटरनेट से ये आतंकवादी, खोरासान का इंटरनेट पर हो रहा प्रचार नियमित रूप से पढ़ते थे, ऐसा एडीजी चौधरी ने कहा| लेकिन इन आतंकवादियों का ‘आयएस’ और ‘खोरासान’ इन आतंकवादी संगठनों के साथ ठेंठ संबंध है या नहीं, इसके सबूत अब तक नहीं मिले हैं| लेकिन उन्होंने भारत में ‘खोरासन मॉड्युल’ शुरू किया था, ऐसा एडीजी चौधरी ने कहा|

इन आतंकवादियों ने इससे पहले इंटरनेट से जानकारी प्राप्त करते हुए बम बनाने का प्रशिक्षण लिया था| साथ ही, बम धमाका करने की कोशिश भी की थी| लेकिन उन्हें उसमें कामयाबी नहीं मिली थी| इसके बाद उन्होने भोपाल-उज्जैन पॅसेंजर में बम धमाका करने की साज़िश रची थी, ऐसी जानकारी चौधरी ने दी| इन आतंकवादियों से कुछ अन्य आतंकवादियों की जानकारी मिली है और फरार आतंकवादियों को खोजा जा रहा है| उन्हें भी जल्द ही पकड़ लिया जायेगा और उनकी गिरफ्तारी के बाद उनकी अगली साज़िश का पता चलेगा, ऐसा दावा एडीजी चौधरी ने किया|

इसी दौरान, ‘भोपाल-उज्जैन’ पॅसेंजर बम धमाके की तहकिक़ात ‘राष्ट्रीय जाँच संस्था-एनआयए’ ने शुरू की है| ‘एनआयए’ की एक टीम ने बम धमाका हुए रेल के डिब्बे की बुधवार को जाँच की|

Leave a Reply

Your email address will not be published.