पाकिस्तान में होनेवाली ‘सार्क’ परिषद पर भारत को मिलाकर चार देशों का बहिष्कार

नई दिल्ली/इस्लामाबाद, दि. २८ (पीटीआय) – भारत, बांगलादेश, अफगानिस्तान और भूतान इन देशों ने पाकिस्तान में होनेवाली ‘सार्क’ परिषद का बहिष्कार करने की घोषणा की है| इस वजह से पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में होनेवाली इस परिषद पर हालाँकि प्रश्‍नचिन्ह बना हुआ है, लेकिन पाकिस्तान ने – किसी भी हालात में यह ‘सार्क’ परिषद होकर रहेगी, ऐसा दावा किया है| वहीं, अभी भी इस परिषद के बारे में अपनी भूमिका स्पष्ट न करनेवाले नेपाल की मिडिया ने, यह परिषद स्थगित की गयी है, ऐसा घोषित कर दिया है|  इस बार सार्क का अध्यक्षपद नेपाल के पास होने के कारण, नेपाल की इस संदर्भ की भूमिका बहुत ही अहम साबित होगी|

‘सार्क’ उरी में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को राजनीतिक स्तर पर घेरने के लिए भारत ने आक्रामक अभियान छेड़ा है| इसके तहत विभिन्न विकल्पों को टटोला जा रहा है। इसी के तहत, भारत सरकार पाकिस्तान में होनेवाली ‘सार्क’ परिषद का बहिष्कार करने की तैयारी में है, ऐसा कहा जा रहा है| बांगलादेश औैर अफगानिस्तान ये पाकिस्तान की आतंकी नीतिओं के शिकार हुए हैं| अत: ये देश ‘सार्क’ परिषद का बहिष्कार करने की तैयारी में हैं| भारत ने मंगलवार रात को, इस्लामाबाद में होनेवाली ‘सार्क’ परिषद का बहिष्कार करने की घोषणा की है| साथ ही, बुधवार को अफगानिस्तान और भूतान इन देशों में भी इसी प्रकार की भूमिका अपनाते हुए पाकिस्तान को झटका दिया है| बांगलादेश ने इससे पहले ही बहिष्कार करने की घोषणा करते हुए, पाकिस्तान आतंकवादियों का समर्थन करनेवाला देश है ऐसा दोषारोपण किया है| इस्लामाबाद में हुई सार्क देशों के गृहमंत्रियों की परिषद में भी बांगलादेश के गृहमंत्री शामिल नहीं हुए थे|

भारत और पाकिस्तान की दुश्मनी की वजह से ‘सार्क’ परिषद को नुकसान झेलना पड़ रहा है, ऐसा दावा किया जा रहा है| लेकिन क्षेत्रीय सहयोग के लिए स्थापित हुई इस परिषद में समय समय पर अड़ग भूमिका अपनाकर पाकिस्तान ने हमेशा विकास में रोडे डाले थे| इस वजह से परेशान हो चुके सार्क के सदस्य देशों ने, सहयोग के लिए अलग मंच स्थापन करने की तैयारी की थी| पिछले वर्ष नेपाल में हुई ‘सार्क’ परिषद में इसका प्रतिबिंब दिखाई दिया था| इस साल हालाँकि इस्लामाबाद में ‘सार्क’ नहीं होनेवाली है, लेकिन क्षेत्रिय सहयोग में बाधा न आयें इसलिए बांगलादेश, भूतान, भारत और नेपाळ इन (बीबीआयएन) देशों की स्वतंत्र बैठक का आयोजन किया जानेवाला है, ऐसा सामने आ रहा है| इस वजह से पाकिस्तान दक्षिण एशिया में एकाकी पड़ रहा है ऐसा सामने आ रहा है और अन्य देश भारत के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं ऐसा दिख रहा है| लेकिन पाकिस्तान ने, चार देशों के बहिष्कार के बावजूद भी ‘सार्क’ परिषद संपन्न होगी, ऐसा दावा किया है| फिलहाल ‘सार्क’ का अध्यक्षपद नेपाल के पास है और इस समय नेपाल ‘सार्क’ परिषद की तारीख़ आगे धकेलने की तैयारी में है| नेपाल की मिडिया ने अपनी सरकार का हवाला देते हुए यह खबर जारी की है| इस वजह से, इस बहिष्कार के बावजूद भी ‘सार्क’ परिषद का आयोजन कर, इस परिषद को सफल करने का पाकिस्तान का दावा निरर्थक है, ऐसा सामने आ रहा है|

अमरिकी अखबार की पाकिस्तान को चेतावनी

वॉशिंग्टन, दि. २८ (पीटीआय) – बारबार आतंकी हमले करते हुए भारत के संयम की परीक्षा लेनेवाला पाकिस्तान, इसके आगे भारत के संयम को स्वीकृत मानकर ना चलें, ऐसी चेतावनी अमरीका के एक अग्रणी अखबार ने दी है| अब तक भारत के प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के साथ सहयोग करने के प्रयास करके देखे हैं| इस सहयोग को नकारकर पाकिस्तान खुद को और मुश्किलों से ना घेरें, ऐसी चेतावनी ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ अखबार ने दी है|

फिलहाल तो भारत पाकिस्तान के सिलसिले में काफी संयम बरत रहा है| लेकिन आनेवाले समय में, भारत के संयम को स्वीकृत मानकर चलने की भूल पाकिस्तान ना करें| इसके आगे भी यदि पाकिस्तानी लष्कर आतंकी और हथियार भारत की भूमि में भेजता रहेगा, तो पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का पूरा नैतिक अधिकार भारत के प्रधानमंत्री को होगा, ऐसा भी इस अखबार ने कहा|

उरी में हुए आतंकी हमले के बाद, पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने छेडे अभियान को पश्‍चिमी देशों से भी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है| अमरीका की संसद में तो, पाकिस्तान को ‘आतंकी देश’ घोषित करने के लिए विधेयक पेश किया गया था| लेकिन पाकिस्तान की सरकार और मिडिया, उनका देश सभी ओर से घिरता जा रहा है, यह मानने को तैयार नहीं हैं| उलटा भारत के आक्रामक प्रचार को पाश्‍चात्य देशों से अपेक्षित प्रतिसाद नहीं मिल रहा, ऐसा दावा पाकिस्तान की ओर से किया जा रहा है|

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