रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ की चेतावनी के बावजूद ईरान में हुकूमत विरोधी प्रदर्शन शुरू – हिज़ाबविरोधी भूमिका अपनानेवाले सेलिब्रिटी शेफ की जेल मे हुई मौत

तेहरान – पिछले छह हफ्तों से ईरान में हो रहें हुकूमत विरोधी प्रदर्शन तुरंत बंद करें, ऐसी धमकी रिलवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के प्रमुख ने दी थी। इसके बाद हिज़ाबसख्ती के खिलाफ शुरू हुए यह प्रदर्शन बंद होंगे, ऐसा दावा ईरानी माध्यमों ने किया था। लेकिन, हिज़ाबविरोधी प्रदर्शनों के समर्थक मेहरशाद शाहिदी नामक सेलिब्रिटी युवा शेफ की ईरानी सुरक्षा यंत्रणा की कैद मे संदिग्ध मौत हुई। इसके बाद देश में नए प्रदर्शन तीव्र हुए हैं। ‘तानाशाह का अन्त हो’, ऐसें जोरदार नारे लग रहे हैं और राजधानी तेहरान के पत्रकारों के गुट ने भी ईड़ानी हुकूमत की कार्रवाई की आलोचना करनेवाले लेख प्रसिद्ध किए हैं।

हुकूमत विरोधी प्रदर्शनईरान की हुकूमत ने लागू की हुई हिज़ाब सख्ति के विरोध में प्रदर्शन करनेवाली माहसा अमिनी नामक कुर्द युवति की मौत होने के बाद ईरान में शुरू हुए प्रदर्शनों की तीव्रता अधिक बढ़ रही हैं। अमरीका, इस्रायल और सौदी अरब ने यह प्रदर्शन भड़काएं, यह आरोप ईरान ने लगाया था। ईरान के लगभग १२५ शहों में प्रदर्शन हुए हैं औ इस दौरान कम से कम ३०० लोगों के मारे जाने का दावा किया जा रहा है। इसके अलावा इन प्रदर्शनकारियों को कारवाई करके ईरान की यंत्रणाओं ने १४ हज़ार से भी अधिक को हिरासत मे लिया हैं।

हुकूमत विरोधी प्रदर्शनइस प्रदर्शनों को छात्र, युवा, युवति, शिक्षक, ईंधन प्रकल्प के कर्मचारी, खिलाड़ी, उद्यमी, सिनेमा निर्माता, सोशल मीडिया के नामांकित ब्लॉगर्स का समर्थन प्राप्त हो रहा हैं। फिर भी ईरान की सरकार और रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ इन प्रदर्शनों के लिए विदेशी ताकते ज़िम्मेदार होने का आरोप लगा रहे हैं। साथ ही ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी को लक्ष्य करनेवाले यह प्रदर्शन बंद करने के लिए धमकाया जा रहा है। दो दिन पहले ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के प्रमुख ने प्रदर्शनकारियों के इसी तरह से धमकाया था।

हुकूमत विरोधी प्रदर्शनलेकिन इसके बावजूद हिज़ाबसख्ति का विरोध करनेवाले गुट राजधानी तेहरान से विभिन्न शहरों के सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करते वीडियो मे देखें जा रहे हैं। ईरान के वायव्य ओर के कुर्द शहर सानांदाज मे महिलाओं ने हिज़ाब हवां में उड़ाकर और हुकूमत के विरोध मे नारेबाज़ी करने की खबरें सामने आ रही हैं। इसी बीच राजधानी तेहरान में ‘तनाशाह का अन्त हो’, ऐसें नारे लगा रहे प्रदर्शनकारियों प र ईरान की सुरक्षा यंत्रणा ने स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल करने का वीडियो वायरल हुआ है।

तेहरान के युनिवर्सिटी में रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ का हिस्सा होनेवाले बसिज मिलिशिया के सैनिकों ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाकर आंसू गैस का इस्तेमाल करने की भी खबरें प्राप्त हुई हैं। एक ठिकाने पर प्रदर्शनसारियों ने हिज़ाब सख्ति का समर्थन कर रहें स्थानिय धार्मिक नेता से मारपीट करने का वीडियो भी सामने आया था। इसी बीच रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के सैनिकों ने प्रदर्शनकारियों के जान से मारने की धमकी दी, यह आरोप भी लगाया जा रहा है। इसके अलावा हुकूमत विरोधी प्रदर्शनों पर नकेल कसने के लिए ईरान ने गिरफ्तार किए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं। सबसे पहले हज़ार प्रदर्शनकारियों पर अदालत की कार्रवाई की जाएगी और इनमें से दोषी साबित होने वालों को मृत्यूदंड़ की सज़ा भी दी जाएगी, ऐसा ईरान की अदालत ने कहा है।

इसी बीच, छह हफ्तों से हो रहें इन प्रदर्शनों की वजह से ईरान की हुकूमत दबाव में होने का दावा किया जा रहा हैं। इन प्रदर्शनों को कुचलने के लिए ईरान की हुकूमत विभिन्न विकल्प तलाश रही हैं। लेकिन, ईरान का सुशिक्षित बुद्धिमान वर्ग इन प्रदर्शनों में शामिल होने से ईरानी हुकूमत की घेराबंदी होती दिख रही हैं।

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