आतंकवाद के मुद्दे पर अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष का पाकिस्तान को कड़ा इशारा, चीन एवं रशिया पर भी टीका

वॉशिंगटन: अपनी पहली ‘नेशनल सिक्योरिटी स्ट्रेटेजी’ (एनएसएस) घोषित करते हुए अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान पर निशाना साधा है। तथा अमरिका के हितसंबंधों को चुनौती देने वाले चीन एवं रशिया पर भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने टीका की है। तथा जागतिक महासत्ता के तौर पर उदय हो रहे एवं अमरिका के साझेदार देश के तौर पर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने भारत की जोरदार प्रशंसा की है।

आतंकवाद के मुद्देपर

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के इस पहले एनएसएस से उनके प्रशासन की सुस्पष्ट धारणा सामने आई है। भुतपुर्व राष्ट्राध्यक्ष ने अपनाई हुयी अमरिका विरोधी धारणाओं पर ट्रम्प ने जोरदार टीका की है। उनकी धारणा अमरिकन जनता को निराश करने वाली थी और उसके वजह से अमरिकन जनता का अपनी सरकार से विश्वास उठ गया था, ऐसी टिप्पणी ट्रम्प ने की है। उस समय अपने प्रशासन की भूमिका स्पष्ट करते हुए ट्रम्प ने ‘अमरिका फर्स्ट’ यह धारणा रहेगी, ऐसा जोर देकर कहा है। अमरिका से अब्जो डॉलर की सहायता प्राप्त करने वाले पाकिस्तान को आगे चलकर अमरिका से सहायता अगर चाहिए, तो आतंकवादियों पर कार्रवाई करनी होगी, ऐसा ट्रम्प ने सूचित किया है।

सहयोगी देश के सैनिकों पर हमले होते हुए, स्वस्थ रुप से देखने वाले देश के साथ कोई भी मित्रता नहीं रख सकता। अमरिका और अफगानिस्तान के हित संबंधों पर पाकिस्तान से आतंकवादी हमले कर रहे है। तथा अफगानिस्तान की स्थिरता एवं सुरक्षा को पाकिस्तान के आतंकवादियों से खतरा हो रहा है। इसकी वजह से पाकिस्तान ने इन आतंकवादियों पर कठोर कारवाई करनी होगी, ऐसी कड़े शब्दों में अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने पाकिस्तान को कड़ा इशारा दिया है। तथा पाकिस्तान को अपने परमाणु शस्त्र के बारे में जिम्मेदाराना भूमिका स्वीकारनी होगी। भारत एवं पाकिस्तान में परमाणु युद्ध की भयानक आशंका ध्यान में रखते हुए, यह राजनीतिक स्तर पर अत्यंत महत्वपूर्ण समस्या है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कहा है। भारत के साथ परमाणु युद्ध की आशंका ठुकराई नहीं जा सकती, ऐसा गैर जिम्मेदाराना विधान पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने सोमवार को किया था। इस पृष्ठभूमि पर ट्रम्प ने किया यह विधान महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।

दक्षिण एशियाई देशों के सार्वभौमत्व के रक्षा के लिए अमरिका सहयोग करेगा, ऐसा कहकर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने चीन के दबाव में रहने वाले देशों को सहायता करने के संकेत दिए हैं। तथा अमरिका के जागतिक प्रभाव को चीन एवं रशिया से चुनौती मिल रही है, ऐसा कहकर इन दोनों देशों पर ट्रम्प ने लक्ष्य किया है। चीन अमरिका के साथ व्यापार से अवैध रुप से फायदा निकाल रहा है और चीन ने अमरिका पर साइबर हमले कर के महत्वपूर्ण जानकारी की चोरी करने की बात ट्रम्प ने उस समय याद दिलाई है। तथा रशिया अमरिका को अंदर से कुरेदकर अमरिका के प्रभाव को चुनौती दे रहा है। तथा अमरिका को अपने सहयोगी देश से अलग करने के लिए रशिया प्रयत्नशील है ऐसी टीका भी ट्रम्प ने की है।

भारत यह जागतीक महासत्ता के तौर पर उदय हो रहा देश है और अमरिका भारत के साथ सामरिक एवं भावनात्मक साझेदारी के लिए वचनबद्ध होने की बात ट्रम्प ने कही है। ट्रम्प ने भारत को हिंद महासागर क्षेत्र एवं उसके आगे जाकर प्रभाव डालने के लिए अमरिका सहायता करेगा, ऐसी महत्वपूर्ण घोषणा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष द्वारा की है। यह चीन के लिए कड़ा इशारा होने की बात स्पष्ट हुई है और चीन उस पर तत्काल प्रतिक्रिया जताई है। अमरिका को चीन का उदय भी स्वीकारना होगा, ऐसा चीन ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है। तथा नीति अभी भी शीतयुद्ध कालीन मानसिकता में अटकी होने की टीका चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.