संयुक्त राष्ट्रसंघ के काफिले पर हवाई हमले; सीरिया का संघर्षविराम खत्म

दमास्कस/वॉशिंग्टन, दि. २० (वृत्तसंस्था) – सीरिया में मानवतावादी सहायता लेकर जानेवाले संयुक्त राष्ट्रसंघ के काफ़िले पर किये गये हमले में ३० से भी अधिक लोग मारे गये हैं| सीरिया का संघर्षविराम खत्म होने की घोषणा के बाद सीरिया और रशियन लड़ाकू प्लेन्स ने ये हमले किये, ऐसा आरोप अमरीका और विद्रोहियों ने किया है| कुछ ही घंटे पहले रशिया के रक्षामंत्रालय ने, सीरिया में हो रहे संघर्षविराम के हनन के लिए विद्रोहियों को ज़िम्मेदार ठहराया था|

syria-un-aid-convoy-1- संयुक्त राष्ट्रसंघ

हफ़्ते भर से सीरिया में चल रहा संघर्षविराम खत्म होने की घोषणा सीरिया की सेना द्वारा सोमवार को की गई| सीरिया में अस्साद सरकार के खिलाफ़ संघर्ष कर रहें विद्रोहियों ने, सिर्फ २४ घंटो में ५० से अधिक हमले करते हुए संघर्षविराम की सारी मर्यादाओं का उल्लंघन किया है, ऐसा आरोप करते हुए सीरियन सेना ने संघर्षविराम ख़त्म होने की घोषणा की| इस घोषणा के कुछ ही घंटो बाद सीरिया के अलेप्पो शहर में पुन: ज़ोरों से हवाई हमले शुरू हुए|

अलेप्पो शहर के पश्‍चिम की ओर ‘उरम अल-कुबरा’ इस शहर पर हवाई हमले किये गये| इस शहर में क़रीबन ७८ हजार सीरियन जनता रहती है| इन सीरियन जनता के लिए मानवतावादी सहायता लेकर जानेवाले संयुक्त राष्ट्र के काफ़िले पर हवाई हमले किये गये| इस हमलें में लगभग ३१ ट्रक्स में से १८ ट्रक्स को निशाना बनाया गया, जिसमें ३२ लोगों की जानें गई हैं| साथ ही, एक आंतर्राष्ट्रीय संगठन का गुदाम भी इस हवाई हमलें में ध्वस्त हुआ, ऐसा कहा जाता है| ट्रक्स का सामान उतारते समय यह हवाई हमला होने की जानकारी मानवाधिकार संगठनों ने दी|

इसके अलावा अलेप्पो से सटे हुए इलाक़ों में भी हवाई हमले किये गये, ऐसा दावा किया जाता है| विद्रोहियों के कब्ज़ेवाले इलाके में किये गये हवाई हमले में २० लोग मारे जा चुके हैं, जिसके लिए सीरियन सेना को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है| साथ ही, अलेप्पो के दक्षिणी इलाक़े में, सीरियन सेना के स्थानों पर हवाई हमले किये गये, ऐसा दावा रशिया कर रहा है| इसलिए संघर्षविराम ख़त्म होते ही अलेप्पो में नये सिरे से संघर्ष भड़क उठा है, ऐसा दिखाई दे रहा है|

अमरीका और संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इन हवाई हमलों की कड़ी आलोचना की है| संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा सीरिया के लिए नियुक्त किये गए विशेष दूत स्टाफन दी मिस्तूरा ने कहा कि हम इन हमलों पर तीव्र नाराज़गी जता रहे हैं| वहीं, संयुक्त राष्ट्र के काफ़िले और कर्मचारियों को जानबूझकर निशाना बनाया गया ऐसा यदि साबित होता है, तो फिर दोषियों पर युद्ध के अपराध का गुनाह दाखिल किया जाएगा, ऐसी चेतावनी संयुक्त राष्ट्रसंघ के वरिष्ठ अधिकारी ने दी|

अमरीका के विदेश मंत्रालय ने, इन हवाई हमलों के लिए रशिया और सीरिया पर निशाना साधा है| संयुक्त राष्ट्रसंघ के काफ़िले का मार्ग और संबंधित जानकारी सीरिया की अस्साद सरकार और रशिया के पास थी, ऐसा कहते हुए, अमरीका के विदेश मंत्रालय ने इन दोनों देशों पर संदेह व्यक्त किया| अमरीका ने इन हमलों के लिए रशिया पर सीधा आरोप न करते हुए, ‘हमलों के कारण संघर्षविराम का हनन हो चुका है| इसके बाद रशिया के साथ सहयोग करना है या नहीं, इसपर सोचना होगा’ ऐसा अमरीका के विदेशमंत्रालय ने कहा|

वहीं, जीनिवा में हुए संघर्षविराम के समझौते के अनुसार, मानवतावादी सहायता ले जानेवाले संयुक्त राष्ट्रसंघ के काफ़िले को खुला मार्ग देने का आवाहन अमरीका ने किया था| लेकिन रशिया ने इस काफिलों का मार्ग रोककर रखा था, ऐसा आरोप अमरीका के विदेश मंत्रालय ने किया है| इस कारण रशिया ने संघर्षविराम के वचनों की पूर्तता नहीं की, ऐसी तक़रार अमरीका कर रहा है| कुछ ही घंटो पहले, रशिया के रक्षामंत्रालय ने अमरीका पर ऐसा ही इल्ज़ाम लगाया था| सीरिया में विद्रोहियों द्वारा संघर्षविराम का हनन किया जा रहा है, जिनपर अँकुसी लगाने में अमरीका असफल रह चुकी है, ऐसा आरोप रशिया ने किया था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.