रशियन विमानवाहक युद्धपोत सीरिया के लिए रवाना

मॉस्को/वॉशिंग्टन, दि. २२ (वृत्तसंस्था) – सीरिया का संघर्षविराम खत्म होने की कगार पर है कि तभी रशिया ने अपना विमानवाहक युद्धपोत भूमध्य सागर के लिए रवाना करने का फ़ैसला किया है| यह विमानवाहक युद्धपोत सीरिया के समुद्री तट के पास तैनात रशिया के अन्य युद्धपोतों की सहायता करेगा, ऐसा रशिया के रक्षामंत्रालय ने कहा है|

Admiral_Kuznetsov_aircraft_carrie- विमानवाहक युद्धपोत

इस कारण, आनेवाले समय में सीरिया में तीव्र होते जा रहे संघर्ष के लिए रशिया तैयार है, ऐसा संदेश पूरी दुनिया को मिल चुका है|

‘फिलहाल भूमध्य सागर में तैनात रशियन नौसेना के काफिले में छ: युद्धपोत और चार छोटी नौकाएँ हैं| सीरिया के तट से सटकर तैनात इस नौसेना के काफिले की क्षमता बढ़ाना ज़रूरी है, जिसके लिए जल्द ही ‘ऍडमिरल कुझनेत्सोव्ह’ इस रशियन विमानवाहक युद्धपोत को भेजा जाएगा’ ऐसी घोषणा रशिया के रक्षामंत्री सर्जेइ शोईगू ने की| रशिया के सेना अधिकारियों के हुई बातचीत के बाद शोईगू ने यह जानकारी दी|

‘ऍडमिरल कुझनेत्सोव्ह’ की तैनाती यह भूमध्य सागर संबंधित रशिया की नीति का एक अहम हिस्सा है, ऐसा रशिया के रक्षामंत्री ने कहा| सीरिया में अपने हितसंबंधों की रक्षा के लिए और इस क्षेत्र में शांति बनाये रखने के लिए, सन २०१३ में रशिया ने इस सागरी क्षेत्र में युद्धपोतों को तैनात किया था| इसी तैनाती के चलते ‘ऍडमिरल कुझनेत्सोव्ह’ को भेजा जा रहा है, ऐसा  रशिया के रक्षामंत्री ने कहा| अगले दो हफ्तों में रशिया की विमानवाहक युद्धपोत भूमध्य सागर में दाखिल होगी, ऐसा दावा रशिया के सूत्रों ने किया|

क़रीबन पाच महीनों के लिए ‘ऍडमिरल कुझनेत्सोव्ह’ सीरिया के तटवर्तीय क्षेत्र में तैनात रहेगा, ऐसा दावा किया जा रहा है| भूमध्य सागर में पहले से तैनात रहनेवाले रशियन युद्धपोतों की ‘ऍडमिरल कुझनेत्सोव्ह’ सहायता करेगा, ऐसी घोषणा रशिया के रक्षामंत्री ने की| लेकिन रशियन विमानवाहक युद्धपोत सीरिया में आतंकवाद के खिलाफ चल रहे संघर्ष में भी शामिल हो सकता है, ऐसी जानकारी रशियन संसद की रक्षासमिति के प्रमुख व्लादिमिर कोमोदेव्ह ने दी|

syria-us-droneलेकिन क्या ऍडमिरल कुझनेत्सोव्ह सिरिया के संघर्ष में शामिल होगी, इसपर रशिया के रक्षामंत्रालय ने कोई खुलासा नहीं किया| इससे पहले जुलाई में रशिया की अग्रसर मीडिया ने, ‘ऍडमिरल कुझनेत्सोव्ह’ जल्द ही सीरिया के संघर्ष में शामिल होगा, ऐसा कहा था| लेकिन उस बार भी रशिया ने इस ख़बर पर अधिक जानकारी देने से इन्कार किया था|

‘ऍडमिरल कुझनेत्सोव्ह’ युद्धपोत पर ५० लड़ाकू प्लेन्स तैनात हैं, जिनमें ‘मिग-२९’, ‘मिग-२९कुब्र’ और ‘सुखोई-३३’ इन जेट्स के साथ ही, ‘केए-५२के’ इन लड़ाकू हेलिकॉप्टर्स का काफ़िला भी नये से तैनात किया है| इसके अलावा, इस युद्धपोत को, युद्धपोतभेदक ‘ग्रॅनित’ इन प्रक्षेपास्त्रों से भी लैस किया गया है| रशिया की नौसेना का यह एकमात्र विमानवाहक युद्धपोत है| अगला विमानवाहक युद्धपोत सन २०२५ में रशियन नौसेना में शामिल होगा| इसलिए रशिया ने अपने एकमात्र विमानवाहक युद्धपोत को सीरिया रवाना किया होने के कारण, आनेवाले समय में सीरिया में बड़ी जंग छिड़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं|

इसी दौरान, सोमवार को सीरिया में मानवतावादी सहायता लेकर जानेवाले संयुक्त राष्ट्र के ट्रको के काफिले पर हुए हमलों के बाद, रशिया और अमरीका में आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है| संयुक्त राष्ट्र के काफिले पर जब हमला हुआ, उस समय अमरीका और मित्र देशों का ड्रोन भी इसी हवाई क्षेत्र में विचरण कर रहा था, ऐसा दावा रशिया के रक्षामंत्रालय ने किया है| इसलिए अमरीका के ड्रोन से ही यह हमला हुआ होने की संभावना झुठलाई नहीं जा सकती, ऐसा रशिया के रक्षामंत्रालय ने कहा| इन ट्रकों पर रशिया के लड़ाकू प्लेन्स ने हमले किए, ऐसा आरोप अमरीका के दो अधिकारियों ने किया था| लेकिन अमरीका के विदेशमंत्रालय ने, सीरियन प्लेन्स द्वारा की गई कार्रवाई के लिए भी रशिया को ही ज़िम्मेदार ठहराया जाएगा, ऐसा कहा है|

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