आयएस के आतंकियों से अमरीका को ख़तरा होने की एफबीआय प्रमुख की चेतावनी

वॉशिंग्टन, दि. २८ (वृत्तसंस्था) – ‘इराक़ और सीरिया में ‘आयएस’ पराजित हुई, तो फिर ‘आयएस’ के आतंकी सीधा अमरीका और अन्य पश्‍चिमी देशों में आ धमकेंगे|

syria-isis-comey-एफबीआय प्रमुख की चेतावनीउसके बाद, हमने शायद कभी देखे नहीं होंगे इतने भीषण हमले आतंकी कर सकते हैं| पॅरिस, ब्रुसेल्स में हुए हमले इसी का प्रमाण है’ ऐसी चेतावनी अमरीका के ‘एफबीआय’ प्रमुख ने दी| अमरीका इराक़ और सीरिया में संघर्ष की तीव्रता बढ़ाने की तैयारी में है, उसी वक्त एफबीआय प्रमुख ने यह चेतावनी दी है|

अमरीका के ‘फोर्डहॅम विश्‍वविद्यालय में आयोजित ‘सायबर सुरक्षा’ बैठक को संबोधित करते हुए ‘एफबीआय’ प्रमुख जेम्स कॉमे ने ‘आयएस’ के खतरे को अधोरेखित किया| साथ ही, ‘आयएस’ के खिलाफ़ कार्रवाई जरूरी है’ यह भी उन्होंने कहा| अमरीका और दोस्त राष्ट्र ‘आयएस’ को कुचलने में सफल होंगे, ऐसा भरोसा जेम्स ने जताया| लेकिन इस संगठन के सभी आतंकी इराक़ और सीरिया संघर्ष में मारे नहीं जाएँगे, इस बात पर भी उन्होंने ग़ौर फ़रमाया|

‘आयएस’ के खिलाफ कार्रवाई शुरू रहते समय, सैकड़ों आतंकी इराक़ और सीरिया से पलायन करते हुए सबसे पहले पश्‍चिमी युरोप में आ धमकेंगे, ऐसी चेतावनी जेम्स ने दी| ‘युरोप सीरिया से सटीक होने के कारण, आतंकी इन देशों में सहजता से प्रवेश कर सकते हैं| वहीं, युरोप की जनता जितनी सहजता से अमरीका में दाखिल होती है, उतनी ही सहजता से इनमें से कुछ आतंकी अमरीका में भी प्रवेश कर सकते हैं| अगर ऐसा होता है, तो फिर ‘आयएस’ अमरिकी जनता के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकता हैं’’ ऐसी चेतावनी की घंटी एफबीआय प्रमुख ने बजायी |

US-Airstrike‘पिछले कुछ महीनों में ब्रुसेल्स, पॅरिस में हुए हमलों की झलक अमरिकी जनता ने ज़रूर देखी होगी| इसी प्रकार से ‘आयएस’ अमरीका में भी हमलें कर सकता है’ ऐसा जेम्स ने कहा| ‘कोई भी आतंकी संगठन अमरीका में न आ धमकें इसलिए अब तक अमरीका के आतंकविरोधी एजन्सियों ने एहतियात बरते थे| इसके लिए आवश्यक कार्रवाई करते हुए आंतकवादियों को रोकने में सफलता प्राप्त हुई थी| लेकिन ‘आयएस’ के बारे में ऐसा नहीं हो सकता, ऐसा दावा करते हुए, ‘आयएस’ के आतंकी अमरीका में दाखिल होकर बड़ा विध्वंस कर सकते हैं, ऐसी चिंता जेम्स ने जताई|
साथ ही, ‘आयएस’ और ‘अल कायदा’ में समानता होने का दावा भी उन्होंने किया| पच्चीस साल पहले, सन १९८०-९० के दशक में अल कायदा का निर्माण हुआ उस वक्त अफगानिस्तान से चरमपंथी इस संगठन में शामिल हुए थे| अल कायदा यह संगठन उस समय काफ़ी ख़तरनाक लग रहा था| लेकिन आज ‘आयएस’ यह अल कायदा से भी दस गुना अधिक ख़तरनाक है, ऐसा जेम्स ने कहा|
जून महीने में अमरिकी खुफ़िया एजन्सी ‘सीआयए’ के मुखिया जॉन ब्रेनन ने अमरिकी सिनेट की ‘इंटलिजन्स कमिटी’ के सामने हुई बहस में, ‘आयएस’ के आतंक को कम करने में और इस संगठन के प्रभाव को कम करने में असफलता प्राप्त होने का स्वीकार किया था| युरोप में हुए आतंकी हमलों की पृष्ठभूमि पर ब्रेनन ने यह कहा था| साथ ही, आनेवाले समय में ‘आयएस’ का प्रभाव बढ़ सकता है, ऐसी कड़वी बात ब्रेनन ने कही थी|

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