अफ्रीकी देशों को भीषण भुखमरी का खतरा – अफ्रीकी नेताओं का इशारा

मलाबो – हिंसाचार, मौसम के बदलावों के दुष्प्रभावों के साथ-साथ सैन्य विद्रोह से परेशान अफ्रीकी देशों को मानवीय सहायता की बड़ी आवश्यकता है। समय पर यह सहायता नहीं मिली तो अफ्रीकी देशों को भुखमरी का बड़ा खतरा हो सकता है, ऐसा इशारा अफ्रीकी नेताओं ने दिया है। अफ्रीका के इक्वेटोरियल गिनी नामक देश में जारी परिषद में अफ्रीकी नेताओं ने यह ड़र व्यक्त किया और अंतरराष्ट्रीय समूदाय से सहायता का निवेदन किया। इसी बीच, अफ्रीकी डेवलपमेंट बैंक ने भी अफ्रीकी देशों को मंदी और महंगाई का सामना करना पडेगा, यह चेतावनी दी है।

भुखमरीअफ्रीका की हिंसा, सेना के विद्रोह और रशिया-यूक्रेन युद्ध से निर्माण हुए अनाज के संकट पर चर्चा के लिए पश्चिमी अफ्रीका के इक्वेटोरियल गिनी की राजधानी मालोबो में अफ्रीकी नेताओं की विशेष बैठक हो रही है। पिछले कुछ सालों में अफ्रीका की जनता पर भीषण संकट टूटा है। संघर्ष, विद्रोह, आतंकी हमलों की वजह से अफ्रीका के करोड़ों लोग विस्थापित हुए हैं। २० करोड़ से अधिक लोग कुपोषण का सामना कर रहे हैं, ऐसी दहलानेवाली जानकारी इस बैठक में दी गयी। अफ्रीकी जनता पर टूटे हुए इस संकट को दूर करने के लिए सभी देशों को एक्जुट होने की आवश्यकता है, यह आवाहन अफ्रीकी नेताओं ने इस बैठक में किया।

साथ ही अफ्रीका के साहेल एवं ‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका’ के तौर पर जाने जा रहे ईशान कोण देशों की स्थिति काफी खराब होने का ऐलान इस बैठक में किया गया। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इस क्षेत्र के लिए नियुक्त किए मानवीय सहायक बार्बरा मैंझी ने भी अफ्रीका की स्थिति पर चिंता जतायी। बढ़ती हिंसा की वजह से बेघर हुई अफ्रीकी जनता असुरक्षितता की भावना की वजह से अपने घर नहीं जा सकती। इस वजह से यह विस्थापित बेरोज़गार हैं और उन तक सहायता पहुँचाना कठिन हो गया है, ऐसा मैंझी ने कहा।

माली और बुर्किना फासो देशों की सीमा पर स्थित जिबो शहर का उदाहरण मैंझी ने दिया। फ़रवरी से इस शहर में अल कायदा और आयएस से संबंधित आतंकी संगठनों ने कोहराम मचाया हुआ है। यही आतंकी जनता तक आवश्यक सहायता भी पहुँचने नहीं देते, ऐसा अफसोस मैंझी ने व्यक्त किया। इन आतंकियों ने अब तक हज़ारों की जान ली है और उनकी हिंसा की वजह से बीस लाख लोग विस्थापित हुए हैं। स्थानीय सरकार बेबस है, इसका अहसास होते ही आतंकी राहतकार्य में बाधा डालते हैं और सरकार को घेरते हैं, ऐसा एक विश्लेषक ने कहा।

साहेल जैसे क्षेत्र में जनता को पीने के पानी की भी किल्लत महसूस हो रही है। इस वजह से इस क्षेत्र में अनाज की किल्लत का संकट अधिक चिंताजनक और खतरनाक होता जा रहा है, इस पर भी अफ्रीकी नेता ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। हिंसा और अस्थिरता की वजह से अफ्रीकी देशों को आनेवाले समय में मंदी और भीषण महंगाई का सामना करना पड़ सकता है, यह इशारा भी दिया जा रहा है। अफ्रीकन डेवलपमेंट बैंक ने इस मुद्दे पर गंभीर चेतावनी देते हुए सावधान किया है।

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