रशिया और ईरान में ‘बार्टर ट्रेड’ शुरू होगा – ईरान के व्यापारमंत्री का ऐलान

तेहरान – यूक्रेन युद्ध के बाद अमरीका और यूरोपिय देशों ने रशिया पर सख्त आर्थिक और व्यापारी प्रतिबंध लगाए हैं। इस वजह से अन्य देशों को रशिया से व्यापार करना कठिन हुआ है। ऐसी स्थिति में भारत ने रशिया के सामने ‘बार्टर’ यानी सामान के बदले सामान का व्यापार करने का प्रस्ताव रखा है। रशिया इस पर सोच रही है। ईरान ने भी रशिया के सामने ऐसी ही ‘बार्टर ट्रेड’ की योजना रखी है। रशिया से प्राप्त हो रहे स्टील के बदले में ईरान ने वाहन के पुर्जे और गैस टर्बाईन देने का प्रस्ताव दिया है। ईरान के व्यापारमंत्री रेझा फतेमी अमिन ने यह जानकारी प्रदान की।

‘बार्टर ट्रेड'दो दिन पहले राजधानी तेहरान में ईरान और रशियन नेताओं की संयुक्त व्यापार और आर्थिक सहयोग के विषय पर बैठक हुई। इस अवसर पर ईरान ने रशिया के सामने ‘इंडस्ट्रियल स्टील’ की माँग की। साथ ही ईरान ने रशिया से ‘बार्टर’ के ज़रिये धातु और खदान क्षेत्र के लिए आवश्यक कच्चे सामान का आयात करने का ऐलान किया। इसमें ज़िंक, पारा और एल्युमिनियम का आयात करने का समावेश है। ईरान के औद्योगिक क्षेत्र में इन धातुओं की माँग बढ़ रही है और ईरान के सामने इसके लिए रशिया के अलावा अन्य विकल्प ना होने का बयान व्यापारमंत्री आमिन ने सरकारी समाचार चैनल के सामने किया।

इसके बदले में ईरान रशिया को इन धातुओं की कीमत के बराबर गाड़ियों के पुर्जे और गैस टर्बाईन प्रदान करने के लिए तैयार है। ईरान और रशिया के बीच ‘बार्टर’ व्यापार के विषय पर सफल चर्चा हुई। लेकिन, क्या धातुओं के बदले में वाहनों के पुर्जे स्वीकारने का प्रस्ताव रशिया ने माना है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। ईरान की कुछ निजी कंपनियों ने रशियन बिजली प्रकल्पों के गैस टर्बाईन्स दुरुस्त करने या नए लगाने के लिए समझौता किया है, ऐसा व्यापारमंत्री आमिन ने कहा। इस व्यापार पर चर्चा करने के लिए रशिया के उप-प्रधानमंत्री एलेक्झांडर नोवैक उपस्थित थे।

इस बैठक के अवसर पर ईरान ने रशिया के साथ ईंधन संबंधी सहयोग के तीन समझौते किए। इनमें नैसर्गिक वायु, ईंधन क्षेत्र के संयुक्त प्रकल्पों का समावेश है। साथ ही रशिया को ईरान पेट्रो-केमिकल्स और प्रौद्योगिकी सहायता प्रदान करेगा, यह जानकारी भी ईरान के ईंधनमंत्री ओवजी ने साझा की। इसके अलावा ईरान और रशिया के नेताओं में स्थानीय मुद्रा का इस्तेमाल बढ़ाने के बारे में भी चर्चा हुई।

‘बार्टर ट्रेड'आनेवाले दिनों में ईरान का रशिया के साथ व्यापार बढ़ेगा, ऐसी उम्मीद ईरान के नेता व्यक्त कर रहे हैं। उप-प्रधानमंत्री नोवैक और व्यापारमंत्री आमिन की मुलाकात के बाद दोनों देशों का आर्थिक सहयोग बढ़कर ४० अरब डॉलर्स होगा, यह दावा ईरान के ईंधनमंत्री जावेद ओवजी ने किया है।

इसी बीच, रशिया और ईरान के बीच इस तरह से व्यापार शुरू हुआ तो दोनों देश अमरीका के प्रतिबंधों का बेहतर सामना कर पाएंगे। अपने अंतरराष्ट्रीय व्यापार से रशिया ने अमरिकी डॉलर्स कम करने के लिए आक्रामक निर्णय लिए हैं। चीन एवं अन्य कुछ देशों के साथ रशिया डॉलर्स को हटाकर व्यापार कर रही है। इस वजह से रशिया का प्रभाव बढ़ रहा है और अमरिकी डॉलर की अहमियत कम होने के दावे किए जा रहे हैं।

प्रतिबंध लगाकर रशिया के विरोध में डॉलर्स का हथियार की तरह इस्तेमाल करने की अमरीका की कोशिश रशिया ने अमरीका पर ही पलट दी है, ऐसी आलोचना अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के प्रमुख आर्थिक विशेषज्ञ ने की थी।

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