अफ़गानिस्तान की सीमा पर गोलीबारी में पाकिस्तान के ५ सैनिक ढ़ेर

afghan-firing-pak-soldiers-2इस्लामाबाद – अफ़गानिस्तान की सीमा से पाकिस्तान के खुर्रम क्षेत्र में स्थित चौकी पर हुई गोलीबारी में पाकिस्तान के पांच सैनिक मारे गए हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसुफ और तालिबान के नेताओं की पिछले हफ्ते चर्चा के बाद का यह हमला ध्यान आकर्षित कर रहा है। पाकिस्तान के सेनाप्रमुख जनरल कमर बाजवा ने इस हमले पर प्रत्युत्तर देने के आदेश जारी करने की खबरें प्राप्त हो रही हैं।

पाकिस्तानी सेना द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार अफ़गानिस्तान के खोस्त प्रांत के करीब स्थित पाकिस्तान के खुर्रम क्षेत्र की ‘अंगूर तंगी’ सीमा चौकी पर यह गोलीबारी हुई। तेहरिक-ए-तालिबान के आतंकियों ने अफ़गानिस्तान की ज़मीन से हमारी सीमा में हमला किया, यह आरोप पाकिस्तान की सेना ने लगाया है। इस दौरान आतंकियों ने सीमा पर लगाई तार की बाड़ उखाड़ने की भी कोशिश की। तकरीबन तीन घंटे चले इस संघर्ष के दौरान पाकिस्तान के पांच सैनिक मारे गए और छह घायल हुए, यह जानकारी पाकिस्तानी सेना ने साझा की है। साथ ही जवाबी हमले में हमने तेहरिक के कुछ आतंकियों को मार गिराया, यह दावा भी पाकिस्तानी सेना ने किया है।

afghan-firing-pak-soldiers-1पिछले साल अगस्त में तालिबान ने अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा करने के साथ ही पाकिस्तान में आतंकी हमलों की संख्या बढ़ी है। अफ़गानिस्तान की सीमा के करीबी क्षेत्र में आश्रय लेनेवाले तेहरिक-ए-तालिबान के आतंकी ही इन हमलों के पीछे हैं, ऐसा पाकिस्तान का कहना है। इसके साथ ही तालिबान ने पाकिस्तान की सेना ने ड्युरंड लाईन पर लगाई तार की बाड़ भी उखाड़ फेंकी थी। इस पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार युसुफ ने पिछले हफ्ते अफ़गानिस्तान का दौरा किया था।

तालिबान की यह चर्चा सफल साबित हुई, यह दावा पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने किया था। साथ ही अफ़गानिस्तान की सीमा का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ नहीं किया जाएगा, यह वादा तालिबान ने किया है, यह ऐलान पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने किया था। लेकिन, पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकार से हुई चर्चा के दौरान ड्युरंड लाईन के मुद्दे पर तालिबान के पाकिस्तान से मतभेद होने की बात सामने आयी थी। ऐसी स्थिति में अफ़गानिस्तान की सीमा से पाकिस्तान की सीमा चौकी पर किए गए हमले को लेकर पाकिस्तान में गंभीर चिंता जताई जा रही है।

इस हमले के बाद पाकिस्तान की सेना तालिबान पर सीधे आरोप लगाने के लिए मज़बूर हुई है, इस बात पर पाकिस्तानी माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। अफ़गानिस्तान से हमारी सीमा में आतंकी हमला होने का आरोप लगाकर पाकिस्तान की सेना ने अफ़गानिस्तान की तालिबानी हुकूमत को लक्ष्य किया, इसका संज्ञान पाकिस्तान के माध्यमों ने लिया। इसके बाद सेनाप्रमुख बाजवा ने अफ़गान सीमा से हो रहे हमलों पर करारा जवाब देने के आदेश सेना को दिए हैं। इस वजह से आनेवाले दौर में अफ़गान तालिबान और पाकिस्तानी सेना का संघर्ष छिड़ने की संभावना बढ़ी है। पाकिस्तान और तालिबान का संघर्ष अटल होने की बात पाकिस्तान के विश्‍लेषक स्पष्ट तौर पर कह रहे हैं। इसी बीच तालिबान का विरोध कर रहे पाकिस्तान के पत्रकार ऐसी तीखी आलोचना कर रहे हैं कि, हमारी सरकार और सेना ने तालिबान के समर्थन में अपनाई भूमिका के भयंकर परिणाम अब सामने आ रहे हैं।

बलोच विद्रोही संगठनों ने मिलकर पाकिस्तान की सेना पर तीव्र हमले किए हैं। उन्हें ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ का साथ मिल रहा है, यह आरोप पाकिस्तान के अंदरुनि सुरक्षा मंत्री ने लगाया। साथ ही इसके तार अफ़गानिस्तान और भारत से जुड़े होने का आरोप भी अंदरुनि सुरक्षामंत्री शेख रशीद ने लगाया। लेकिन, उनके इन आरोपों का पाकिस्तान में ही मज़ाक उडाया जा रहा है। अफ़गानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद पाकिस्तान से आतंकवाद खत्म होगा, ऐसा पाकिस्तानी सरकार का कहना था। लेकिन, तालिबान की हुकूमत की वजह से पाकिस्तान अधिक असुरक्षित हुआ है, इस ओर माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.