अफगानिस्तान में हुए तीन आत्मघाती हमलों में ८७ लोगों की जान गई – प्रार्थनास्थलों के साथ लष्करी अकादमी लक्ष्य

काबुल: अफगानिस्तान में दो दिनों में किए गए तीन आत्मघाती हमलों में ८७ लोगों की जान गई है। राजधानी काबुल के साथ घोर प्रान्त के प्रार्थनास्थलों में और लष्करी अकादमी पर यह हमले किए गए हैं। इसमें से काबुल के प्रार्थनास्थल पर हुए हमले की जिम्मेदारी ‘आयएस’ इस आतंकवादी संगठन ने स्वीकारी है। दो दिनों पहले तालिबान के वर्चस्व वाले अफगानिस्तान के कंदहार प्रान्त में आतंकवादियों ने किए आत्मघाती हमलों में ४३ अफगानी जवानों की जान गई है।

लष्करी अकादमीशुक्रवार को राजधानी काबुल में स्थित शियापंथियों के प्रार्थनास्थल में भीषण आत्मघाती विस्फोट किया गया। इस विस्फोट में ३९ लोगों की जान गई है और ४१ लोग जख्मी हुए हैं। यह हमला एक आत्मघाती हमलावर ने किया है, यह जानकारी सुरक्षा अधिकारी ने दी है। इस हमले के बाद कुछ ही समय में मध्य अफगान में स्थित घोर प्रान्त के प्रार्थनास्थल में विस्फोट किया गया। सुन्नीपंथियों के प्रार्थनास्थल में किए गए इस विस्फोट में कम से कम ३३ लोगों की जान गई है और कई लोग जख्मी हुए हैं। एक स्थानीय नेता को लक्ष्य बनाने के लिए यह विस्फोट किया गया था, ऐसी जानकारी सुरक्षा यंत्रणा ने दी है। एक के बाद एक हुए इन विस्फोटों ने अफगानिस्तान की आतंकवादी हमलों की श्रृंखला अभी तक ख़त्म नहीं हुई है, यह दिखा दिया है।

एक तरफ प्रार्थनास्थलों को लक्ष्य बनाया जा रहा है, ऐसे में शनिवार को राजधानी काबुल में स्थित ‘मार्शल फाहिम मिलिट्री अकादमी’ पर भी आत्मघाती हमला किया गया है। इस विस्फोट में लष्करी प्रशिक्षण ले रहे करीब १५ जवान मारे गए हैं। हमले में चार जवान जख्मी हुए हैं और उनकी प्रकृति गंभीर है, ऐसा अधिकारीयों ने कहा है।

कुछ दिनों पहले अमरिका ने अफगानिस्तान में अतिरिक्त सैनिक तैनात किए हैं और ड्रोन हमलों की संख्या भी बढाई है। अमरिका की इस कार्रवाई को तालिबान और ‘आयएस’ इन आतंकवादी संगठनों से आत्मघाती हमले के रूप में प्रत्युत्तर दिया जा रहा है, ऐसा कहा जा रहा है।

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