काबुल में हुए आतंकवादी हमलों की पृष्ठभूमि पर अफगानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष का पाकिस्तान को झटका – पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का फोन नहीं उठाया

काबुल: पिछले दस दिनों में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तीन आतंकवादी हमले हुए हैं, जिसमें १५० से अधिक लोगों की जान गई है। इस हमले की पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने अफगानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी को फोन किया था। लेकिन पाकिस्तान आतंकवादियों का समर्थन कर रहा है, इस वजहसे क्रोधित हुए अफगानी राष्ट्राध्यक्ष ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का फोन ही नहीं उठाया। अफगानिस्तान की वृत्तसंस्था ने इस बारे में जानकारी प्रसिद्ध की है।

काबुल, आतंकवादी हमले, शाहिद खाकान अब्बासी, अश्रफ गनी, आतंकवादियों का समर्थन, फोन नहीं उठाया, अफगानिस्तान, डोनाल्ड ट्रम्प

मंगलवार रात को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अब्बासी ने अफगानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष गनी को फोन किया था। आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करके दिलासा देने के लिए अब्बासी ने यह फोन किया था, यह जानकारी अफगानिस्तान के टोलो न्यूज़ इस वृत्तसंस्था ने दी है। लेकिन अफगानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष ने इस फोन को उठाने के लिए मना कर दिया। काबुल के आतंकवादी हमलों के बाद दोनों देशों के बीच निर्माण हुए तनाव की पृष्ठभूमि पर, यह घटना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

काबुल में दस दिनों की अवधि में हुए तीन आतंकवादी हमलों में १५० से अधिक लोगों की जान गई है। इसमें से दो हमले तालिबान ने किए हैं और एक हमले के पीछे आईएस का हाथ है, ऐसा कहा जा तरह है। लेकिन इन तीनों आतंकवादी हमलों के पीछे पाकिस्तान का सहभाग होने का आरोप अफगानी यंत्रणा कर रहीं हैं। साथ ही इस बारे में सबूत भी मिले हैं, ऐसा अफगानी यंत्रणाओं ने घोषित किया है।

काबुल, आतंकवादी हमले, शाहिद खाकान अब्बासी, अश्रफ गनी, आतंकवादियों का समर्थन, फोन नहीं उठाया, अफगानिस्तान, डोनाल्ड ट्रम्प

पाकिस्तान ने इन आरोपों को इन्कार किया है, लेकिन इस सन्दर्भ में सबूत देकर अफगानिस्तान के ‘नेशनल डिरेक्टोरेट ऑफ़ सिक्युरिटी’ के प्रमुख मासूम स्तनेकझाई और अंतर्गत रक्षा मंत्री वाईस अहमद बर्माक पाकिस्तान को रवाना हुए हैं। इस आतंकवादी हमलों में पाकिस्तान के शामिल होने के सबूत इस देशों को सुपुर्द करने किए जाने की जानकारी भी अफगानी यंत्रणा ने दी है। लेकिन इसके तपशील गुप्त रखे गए हैं। पाकिस्तान ने भी इस बारे में जानकारी अधिकृत स्तरपर गुप्त रखी है।

अफगानिस्तान के अमरिका में स्थित राजदूत माजिद करार ने पाकिस्तानी लष्कर भारत और अफगानिस्तान में घातपात करने वाले आतंकवादियों को प्रशिक्षण और हथियारों की आपूर्ति कर रहा है, ऐसा रोप किया था। अफगानिस्तान के संयुक्त राष्ट्रसंघ के राजदूत महमूद सैकाल ने काबुल के पंचसितारा होटल पर हुए हमले में शामिल आतंकवादी को पाकिस्तान के ‘आईएसआई’ ने प्रशिक्षण दिया था, ऐसा आरोप लगाया है। इस आतंकवादी के पिताजी ने पूछताछ में इस बात को कबूल किया है, ऐसा सैकाल ने कहा है।

इस वजह से आतंकवादियों की मदद करने वाले पाकिस्तान पर कठोर कार्रवाई करने का समय आया है, ऐसा कहकर सैकाल ने इसके लिए सुरक्षा परिषद को आवाहन किया था। अमरीका के राष्ट्राधयक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने भी इन तीन आतंकवादी हमलों के बाद तालिबान सर्वनाश किए बिना अमरिका शांत नहीं रहेगा, ऐसी घोषणा की थी। स्पष्ट रूपसे उल्लेख नहीं किया है, फिर भी ट्रम्प ने तालिबानी आतंकवादियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान को भी कठोर इशारा दिया है। इस वजह से पाकिस्तान घबराया हुआ है, ऐसा भी दिखाई दे रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.