तालिबान के हमलों में १९ अफगान सैनिक ढेर – अफगान लष्करी हेलिकॉप्टर को भी लक्ष्य करने की हुई कोशिश

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

काबुल – अफगानिस्तान के कुंदूझ प्रांत में तालिबानी आतंकियों ने अफगान सेना पर किए हमले में १९ सैनिक मारे गए है| इसके बाद अगले कुछ ही घंटों में निमरूझ प्रांत में अफगान सेना के हेलिकाप्टर पर हमला करने की बात तालिबान ने स्वीकारी है| अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए अमरिका के साथ बातचीत हो रही है और यह बातचीत कामयाब होने का दावा तालिबान करती रही है| इसके बाद भी तालिबान ने हमलें करके अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की है| 

पिछले हफ्ते में अमरिका ने अफगानिस्तान के लिए नियुक्त किए विशेषदूत झल्मे खलिलझाद ने कतार में तालिबान के प्रतिनिधियों के साथ युद्धविराम और शांति स्थापित करने के मुद्दों पर बातचीत की| इस बातचीत के बाद तालिबान ने अगले महीने के अंत में अमरिका के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने का ऐलान किया| इस समझौते के अनुसार तालिबान को अफगानिस्तान में हमलें और आतंकी गतिविधियां रोकनी होगी, यह ऐलान रक्षामंत्री मार्क एस्पर ने शनिवार के दिन किया था| तभी, तालिबान अपने वचनों पर कायम रहेंगे या नही, इसी पर सभी कुछ निर्भर होने की बात भी एस्पर ने स्पष्ट की थी| 

उनके इस बयान को कुछ घंटे नही होते तभी रविवार के दिन कुंद्झ प्रांत के शोरा खाक क्षेत्र में तालिबानी आतंकियों ने अफगान सेना के अड्डे पर हमला किया| इस हमले में पांच सैनिक मारे गए और तीन लोग जख्मीं हुए| इस दौरान अफगान सेना की जवाबी कार्रवाई में तालिबान के आतंकी भी मारे गए है, यह जानकारी अफगान रक्षा मंत्रालय ने साझा की है| पर, तालिबान का प्रवक्ता झबिउल्लाह मुजाहिद ने इस हमले में १९ अफगान सैनिक मारे जाने की बात कही है|

वही, सोमवार के दिन निमरुझ प्रांत के देलाराम क्षेत्र में अफगान सेना का हेलिकॉप्टर गिराया गया| सोमावर के दोपहर करीबन १२ बजे इस हेलिकॉप्टर पर हमला करने का ऐलान करके तालिबान ने एक पत्रक निकाल के किया| पर, निमरुझ प्रांत के अफसरों ने तकनीकी खराबी के चले यह हेलिकॉप्टर गिरने का दावा किया है| इस वजह से तालिबान अफगान सेना पर किए हमलों की खुलेआम कबुली दे रही है और ऐसे में अफगान रक्षामंंत्रालय एवं स्थानिय प्रशासन तालिबान के हमलों की जानकारी देने से दूर रहते दिख रहे है|

इसी बीच, कतार में हुई बैठक में तालिबान के वरिष्ठ नेताओं ने यह बातचीत सफल होने का दावा किया| पर, तालिबान के स्थानिय नेताओं को हमलें रोकने के आदेश प्राप्त नही हुए है| हेल्मंड प्रांत के एक तालिबानी कमांडर ने यह बात उजागर तौर पर स्वीकारी| वही, पाकतिका और नानंगरहार प्रांत के तालिबानी कमांडर्स ने भी अफगान एवं पश्‍चिमी सेना पर हमलें जारी रखने का ऐलान किया है| तालिबान यह एक संगठन नही है, इसमें कई गुट है| इन सभी गुटों को एक छत के नीचे लानेवाला केंद्रीय नेतृत्व तालिबान के पास फिलहाल नही है| इस कारण अमरिका के साथ हुआ समझौता तालिबान के सभी गुट स्वीकारने की संभावना नही है|

रविवार से शुरू हुए हमलों के कारण तालिबान के बीच बना अंदरुनि संघर्ष सामने आ रहा है| अगले दिनों में इसके गंभीर असर सामने आ सकते है| क्यों की यह शांतिवार्ता यानी तालिबान को प्राप्त हुआ आखरी अवसर होने की चेतावनी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने दी है|

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