भारत-पाकिस्तान सीमा के पास चीनी सैनिकों की गतिविधियाँ बढ़ी; लष्करी मुलभुत सुविधा निर्माण करने के लिए पाकिस्तान को चीन की मदद

नई दिल्ली: भारत के राजस्थान एवं गुजरात राज्यों से जुड़े पाकिस्तान के सीमा भाग में चीनी सैनिकों के गतिविधियां बड़ी तादाद में बढ़ने का चित्र सामने आया है। इस भाग में चीन पाकिस्तान के लिए बड़ी तादाद में बंकर्स, रास्तों का जाल एवं हवाई रनवे निर्माण कर रहा है, ऐसी जानकारी सुरक्षा बल के सूत्रों ने दी है। चीन पाकिस्तान की इकनोमिक कॉरिडोर ‘सीपीईसी’ नामक पीओके में अपने सैनिकों की तैनाती करनेवाले चीन ने राजस्थान एवं गुजरात सीमा पर अपने सैनिक तैनात करने से भारत की चिंता में बढ़त हुई है और पाकिस्तान में चीनी सैनिकों के इस तैनाती पर बारीकी से ध्यान रखा जा रहा है, ऐसा भारतीय सुरक्षा दल के सूत्रों ने कहा है।

चीनी सैनिकों की गतिविधियाँ

हिंद महासागर क्षेत्र के जिबौती में अपना पहला लष्करी तल निर्माण करने के बाद, चीन पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के जिवानी में विदेश का दूसरा लष्करी तल निर्माण कर रहा है, ऐसा कुछ दिनों पहले सामने आया था। चीन के इन गतिविधियों से भारत को घेरने की बात स्पष्ट हो रही है। इस पृष्ठभूमि पर अब राजस्थान और गुजरात से जुड़े हुए पाकिस्तान सीमा भाग में चीनी सैनिक की उपस्थिति बढ़ने का वृत्त है। इस भाग में बंकर्स, रास्ते एवं रनवे निर्माण करने के लिए चीन द्वारा पाकिस्तान को मदद करने के लिए बड़ी तादाद में चीनी सैनिकों की तैनाती की गई है।

राजस्थान के जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा से २५ किलोमीटर अंतर पर खाईरपुर में चीन ने पाकिस्तान के लिए हवाई तल निर्माण किया है। इस तल के काम के लिए पिछले कई महीनों से वहां चीनी सैनिकों की तैनाती की गई थी। राजस्थान में भारत पाकिस्तान सीमा से कुछ अंतर पर होनेवाले पीर कमाल और चेलिस्तान में भी बड़ी तादाद में चीनी सैनिकों का अस्तित्व दिखाई दे रहा है।

केवल राजस्थान सीमा के पास ही नहीं, बल्कि गुजरात सीमा के पास भी ऐसे प्रकार के हवाई तल निर्माण करने के लिए, चीन पाकिस्तान को मदद कर रहा है। गुजरात से जुड़े हुए भारत-पाकिस्तान सीमा से २० किलोमीटर अंतर पर मीठी मे चीन ने पाकिस्तान के लिए हवाई तल बाँधा है।

चीनी सैनिकों से होनेवाले इन कामों की गति बहुत ज्यादा होकर, ४ महीने में दो हवाई तल निर्माण करके पूर्ण होने की जानकारी सामने आ रही है। इस के अलावा २ हवाई तल का काम शुरू होने की जानकारी भी लष्करी अधिकारियों के सूत्रों ने दी है। पूर्ण हुए हवाई तल पर लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टरों उतरने की जानकारी है।

चीनी सैनिक पाकिस्तान को केवल हवाई तल निर्माण करने की मदद नहीं कर रहे हैं, बल्कि बंकर्स और सीमा चौकी भी निर्माण कर रहे हैं। राजस्थान सीमा के पास चीनी सैनिकों ने अबतक ३५० से अधिक बंकर्स पाकिस्तान को निर्माण करके दिये है। तथा सीमा चौकियों को जोड़ने वाले रास्ते और अन्य मूलभूत सुविधा भी बाँध रहे है।

जैसलमेर के अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा से कुछ अंतर पर होने वाले घोंट के सिंध प्रांत मे चीनी कंपनी को बड़ा ईंधन भंडार मिलने का वृत्त है। यह इंधन परिवहन द्वारा कराची बंदरगाह तक पहुँचाया जा सके, इसके लिए सभी तैयारी शुरू होने की बात कही जा रही है। पर बंकर्स और सीमा चौकियां एवं उन्हें जोड़ने वाले रास्तों का क्या? इसकी वजह से उनकी गतिविधियों पर प्रश्नचिन्ह निर्माण हो रहे हैं। चीन इन गतिविधियों के आड भारत पर जासूसी करने का वृत्त है।

इस की वजह से भारत की चिंता बढ़ रही है। भारतीय लष्कर और अन्य यंत्रणा पाकिस्तान की सीमा में चीन के सैनिकों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखे हैं ऐसा अधिकारी ने कहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.